उज्जैनी शक्तिपीठ मां बाल सुंदरी देवी मंदिर से सोमवार की तड़के सुबह मां का डोला कड़ी सुरक्षा के बीच नगर मंदिर पहुंचा। उधर, मेले में बीती रात्रि बरसात के बाद भी खासी तादात में दुकानें सजी हैं। अन्य दिनों की अपेक्षा सोमवार दिन में गहमागहमी कम रही।
विदित हो कि पहली नवरात्र को चैती मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया था। इधर 11 अप्रैल की मध्य रात्रि को मंा बाल सुंदरी का डोला चैती मेला परिसर स्थित मंदिर आते ही मेला यौवन पर आ गया था। रविवार की रात्रि करीब 12 बजे से पूजा-अर्चना, पूर्णाहूति के बाद करीब साढ़े तीन बजे मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री मां के डोले को लेकर नगर मंदिर को रवाना हुए। भारी सुरक्षा के बीच तड़के सुबह मां का डोला नगर मंदिर पहुंचा। मेला प्रबंधक पंडा अजय अग्निहोत्री ने बताया कि 22 अप्रैल को कवि सम्मेलन की तैयारी की जा रही है। जबकि संस्कृत पाठशाला के शिलान्यास की भी तैयारी जारी है। उधर, रविवार की रात्रि तेज हवा के साथ बरसात से व्यापारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
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