कोटद्वार: हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के उन हजारों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा है जिन्होंने इस साल बीए और एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षाएं देनी हैं। विश्वविद्यालय ने इन परीक्षाओं का आयोजन कराने से इंकार कर दिया है। कहा यह जा रहा है कि अब यह परीक्षाएं हाल ही में सृजित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय करवाएगा, लेकिन कब, इसकी जानकारी किसी को नहीं।
इंटरमीडिएट परीक्षा उतीर्ण करने के बाद स्नातक स्तर की व्यक्तिगत परीक्षा देने वाले उन हजारों छात्र-छात्राओं के भविष्य पर संकट के बादल गहरा गए हैं, जिन्होंने अपने भविष्य को लेकर कई सपने संजोए हुए हैं। दरअसल, हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक वर्ष 2013 में बीए व एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षाएं कराने से इंकार कर दिया है। वर्तमान में स्थिति यह है कि बीए व एमए प्रथम वर्ष के व्यक्तिगत आवेदन पत्रों को छोड़ अन्य सभी कक्षाओं के व्यक्तिगत आवेदन पत्र राजकीय स्नातकोत्तर विवि को मिल चुके हैं। इधर, बीए व एमए प्रथम वर्ष में व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में आवेदन करने वाले छात्र-छात्राएं प्रतिदिन महाविद्यालय के चक्कर काट तो रहे हैं, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा। जवाब मिले भी तो कहां से, अभी तो महाविद्यालय प्रशासन ही स्वयं असमंजस की स्थिति में है। दरअसल, शासन स्तर से निर्णय लिया गया है कि बीए व एमए प्रथम वर्ष के व्यक्तिगत परीक्षाथिर्यो की परीक्षा हाल में सृजित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कराएगा। महाविद्यालय सूत्रों की मानें तो अभी तक नवसृजित विश्वविद्यालय का ढांचा भी सही तरीके से नहीं बन पाया है। ऐसे में कब आवेदन पत्रों का प्रारूप तय होगा व कब उन्हें प्रकाशन के उपरांत महाविद्यालयों को भेजा जाएगा, इसे लेकर गफलत की स्थिति बनी हुई है।
-और भी हैं मुसीबतें
नवसृजित विश्वविद्यालय के लिए आवेदन पत्र जारी करना ही एकमात्र मुसीबत नहीं, बल्कि समय से परीक्षा संपन्न कराना सबसे बड़ी चुनौती है। दरअसल, विश्वविद्यालय ने अभी तक बीए व एमए प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम भी तय नहीं किया है। उम्मीद है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय मार्च-अप्रैल से परीक्षाएं शुरू कर देगा। यदि नवसृजित विश्वविद्यालय ने इस दौरान परीक्षा करवा दी तो ठीक, वरना पूरा शैक्षणिक सत्र गड़बड़ा सकता है।
बीए व एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षा श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कराएगा, लेकिन अभी तक आवेदन पत्र नहीं मिल पाए हैं। यदि आवेदन पत्रों में विलंब होता है तो परीक्षा भी विलंब से होगी, जिसका असर शैक्षणिक सत्र पर पड़ सकता है। डॉ.एमएस रौतेला, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार
jagran.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati