नई टिहरी गढ़वाल। दुग्ध संघ महिला डेरी द्वारा जागृति भवन में आयोजित गोष्ठी में पशुपालकों को सरकार द्वारा दी जानी वाली योजनाओं की जानकारी दी गई। गोष्ठी में नरेन्द्रनगर के विधायक ओमगोपाल रावत ने कहा कि सरकार पशुपालकों के विकास को विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
विधायक ने कहा कि पशुपालन के पुराने तौर-तरीकों के बजाए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपना होगा, जिससे पशुपालकों को इसका लाभ मिल सके। पूर्व प्रमुख वीरेन्द्र कंडारी ने कहा कि किसान हाथी घास व अन्य प्रजातियों की घास उगाकर चारा की पूर्ति के लिए स्वयं आगे आएं। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को दुग्ध संघ के साथ मिलकर अपने व्यवसाय को बढ़ाना चाहिए। दुग्ध संघ के अध्यक्ष धन सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड पहला राज्य है, जहां पर सबसे ज्यादा दुग्ध की कीमत पशुपालकों को दी जा रही है। 33 लेक्टोमीटर व 9 प्रतिशत एसएनएफ पर संघ 27 रूपये तक प्रति लीटर दूध का मूल्य दे रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सूखे के कारण जंगलों में उन्नत प्रजाति की घास पैदा न होने से पशुपालकों को परेशानी हो रही है। इसकी भरपाई के लिए उन्होंने विधायक से विधानसभा में चर्चा करने की मांग की है। गोष्ठी में प्लास, ताछला, कठिया व आगर दुग्ध समितियों को सात-सात हजार के चेक वितरित किए गए। गोष्ठी में दुग्ध संघ प्रबंधक एके सिंह, महिला डेरी की उप प्रबंधक कृष्णा शर्मा आदि उपस्थित थे।
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