Friday, September 9, 2011
अल्मोड़ा में आतंकवाद के खिलाफ हिंदू जागरण मंच ने निकाली मोटरसाइकिल रैली
देश में बढ रही आतंकवादी गतिविधियों और हालही में हुए दिल्ली में बम धमाको के विरोध में प्रदेश में एक मोटरसाइकिल रैली निकाली गयी। दिल्ली में हुए बम धमाके में मारे गए निर्दोष नागरिकों की मौत के लिए केंद्र सरकार की तुष्टीकरण की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए हिंदू जागरण मंच ने अल्मोड़ा में मोटरसाइकिल रैली निकालकर विरोध दर्ज किया। उनका कहना था कि देश में बढ़ते आतंकवाद का मुख्य कारण घुसपैठ है। जिसके कारण आतंकी गतिविधिया देश में निरंतर बढ़ती जा रही हैं। हिंदू जागरण मंच ने इस रैली के जरिये नागरिकों से आतंकवाद के विरुद्ध खड़े होने का आह्वान किया है।
इधर जिला बार एसोसिएशन ने दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए बम विस्फोट की निंदा की। मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया। घायलों की शीघ्र स्वास्थ्य की कामना की। इस घटना के विरोध में अधिवक्ता गुरुवार को कार्य से विरत रहे।
Tuesday, September 6, 2011
धुमाकोट जिला न बनाकर की उपेक्षा
धुमाकोट जिला न बनाकर की उपेक्षा (सुदर्शन रावत) नैनीडांडा ब्लाक गढ़वाल एवं कुमाऊं मण्डल के केन्द्र में स्थित है। विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटा यह क्षेत्र देश-दुनिया में जाना जाता है। लेकिन प्रदेश के शासन-प्रशासन के लिये नैनीडांडा कभी खास नहीं बन पाया और विकास के मामले में इसकी लगातार उपेक्षा होती रही है। यही वजह है कि छोटी-छोटी समस्याओं और विकास कार्यों के लिए भी यहां की जनता को आन्दोलन करना पड़ता है। हाल ही में प्रदेश में गठित किये गये चार जिलों में धुमाकोट को न शामिल होने को भी यहां कि जनता अपनी उपेक्षा से जोड़कर देख रही है। राज्य बनने के बाद यहाँ के लोग जिला बनाओ' संघर्ष समिति के तत्वावधान में धुमाकोट जिला बनाओ' आंदोलन चल रहे थे । १५ अगस्त २०११ को मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा धुमाकोट की अनदेखी कर चार नये जिले बनाने की घोषणा करते ही नैनीडांडा ब्लाक की जनता आक्रोशित हो सड़कों पर उतर आयी। धुमाकोट के अंतर्गत आने वाले ब्लाक, नैनीडांडा रिखणीखाल, बीरोखाल, थलीसैण, पोखडा,सल्ट,एवं स्याल्दे विकास खंडो को मिलाकर धुमाकोट नया जिला बन जाता तो यहाँ के लोगो को रोजगार के साथ क्षेत्र से लगातार हो रहे पलायन भी रूक़ जाता !