प्रदेश में ठंड की शुरुआत हो चुकी है और साथ ही ओलावृष्टि भी हो रही है,, जिससे ग्रामीण इलाको में फसल बर्बाद हो रही है। सिलगांव और फनार क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट हो गई है। प्रभावित किसानों ने तहसील प्रशासन से मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उधर, तहसीलदार ने पटवारियों से क्षति रिपोर्ट देने को कहा है।
त्यूणी तहसील क्षेत्र के सिलगांव व फनार क्षेत्र के डांगूठा, ऐठान, पटियूड़, छजाड़, कथियान, भूठ, भूनाड़, बगूर और हटाड़ समेत करीब एक दर्जन गांवों में भारी ओलावृष्टि से चौलाई, धान, राजमा, मटर, बालिया, उड़द, बालिया और मंडुवे की फसल चौपट हो गई। इससे किसानों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। फनार के ग्राम प्रधान अमर सिंह राणा ने कहा ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट होने से उनके सामने दो जून रोटी के भी लाले पड़ गए हैं। प्रभावितों ने तहसील प्रशासन से मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उधर, तहसीलदार सुखपाल तोमर ने पटवारियों से क्षति रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा रिपोर्ट आने पर ही मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी।