प्रदेश में चाय के बागानों में काम करने वाले कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर गुरुवार से अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।
उत्तराखण्ड चाय बागान दैनिक वेतनभोगी एवं संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों से आए संविदा व दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने मुख्यालय में प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों का कहना है कि संविदा कार्मिकों की मांगों के निराकरण के लिए कई बार निदेशक से अनुरोध किया गया।
इस क्रम में तीन बार वार्ता की गई। जून 2011 तक सभी समस्याओं के समाधान व मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन दिया गया। लेकिन जुलाई बीतने को है, और अभी तक इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल निदेशक की ओर से न होने से कर्मी नाराज हैं।
यही कारण है कि गुरुवार को चाय बोर्ड निदेशालय मुख्यालय में अनिश्चितकाल के लिए धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। चाय बोर्ड के निदेशक को लिखे पत्र में कार्मिकों के समस्याओं के शीघ्र निदान की मांग की गई है। पत्र में कहा है कि पिछले 15-16 वर्षो से कर्मचारी बोर्ड में कार्य कर रहे हैं। सभी कार्मिक अनुभवी व तकनीकी प्रशिक्षित हैं। इसके एवज में उन्हें मात्र ढाई हजार से 5 हजार का वेतन भुगतान किया जा रहा है।
कर्मचारियों द्वारा प्रतिवर्ष 10 से 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि, ग्रेच्युटी, चिकित्सा, अर्जित अवकाश, फील्ड स्तर की छोटी-छोटी मांगों के समाधान के लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन व धरना प्रदर्शन शुरू किया है। प्रदेशभर से अल्मोड़ा पहुंचे कर्मचारियों ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी आंदोलन नहीं थमेगा।