Saturday, April 2, 2011
काशीपुर में देश के 13वें आइआइएम के शिलान्यास की तिथि तय 29 अप्रैल को शिलान्यास होगा
60 किलोमीटर सड़कों का प्रस्ताव शासन को भेजा
लोक निर्माण विभाग ने काशीपुर, जसपुर व बाजपुर विधानसभा क्षेत्रों में नए वर्ष में 60 किलोमीटर सड़कों का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसमें डामर, सीसी, व सीसी टाइल्स रोड के कार्य शामिल हैं। तीन विस क्षेत्रों में लिंक सड़क परियोजना पर 23 करोड़ के बजट का प्रस्ताव है।
लोनिवि ने जर्जर सड़कों को देखते हुए नए वर्ष में तीन विस क्षेत्र काशीपुर, बाजपुर व जसपुर के लिए शासन को प्रारंभिक आगणन भेजा है। प्रस्ताव के अनुसार इन तीन विस क्षेत्रों के गांवों में 60 किमी सड़क की आवश्यकता है। विभाग के अनुसार सभी विस क्षेत्रों के लिए 20-20 किमी लिंक मार्गो की मांग की गई है। इनमें सीसी रोड, सीसी टाइल्स रोड व डामर के मार्गो को शामिल किया गया है। क्षेत्र की 60 किमी सड़क परियोजना पर लगभग 23 करोड़ रुपए लागत का अनुमान है। अधिशासी अभियंता योगेश लाल शैल ने बताया कि नए वर्ष में तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए 60 किलोमीटर सड़क के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। प्रारंभिक आगणन के अनुसार परियोजना पर लगभग 23 करोड़ रुपए लागत आने की संभावना है।
Friday, April 1, 2011
टंकी पर चढे छात्रों ने दी कूदने की धमकी
आंदोलनकारी छात्रों ने अपनी मांगों के समर्थन में फिल्म शोले के शार्ट को अपनाया.
उत्तराखंड के देहरादून में टंकी पर चढे आंदोलनकारी तीन वीरुओं ने कुदने की धमकी दी है.
प्रशिक्षित बीएड बीपीएड छात्रों के आंदोलन के तहत अपनी मांगों के समर्थन में पानी की टंकी पर चढ़े तीन प्रशिक्षित छात्र ने मंगलवार को पांचवें दिन टंकी से नीचे कूदने की धमकी दी है, जिसके बाद पुलिस का घेरा बढ़ा दिया गया है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपनी मांगों के समर्थन में तीनों छात्र 25 मार्च को रात पानी की टंकी पर चढ़ गये थे और मांगों को नही मानने की स्थिति में कूदकर जान देने की घमकी भी देने लगे थे.
तीनों ने मंगलवाप को फिर से नीचे कूदने की धमकी दी है, जिसके बाद पुलिस ने टंकी के आसपास जाल लगा दिया है और पुलिस का घेरा भी बढ़ा दिया है. टंकी पर चढ़े छात्रों से पुलिस के आला अधिकारी तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार बातचीत कर रहे है, लेकिन तीनों छात्र नीचे उतरने को तैयार नहीं हो रहे है.
मनवीर रावत मुरलीघर तथा राकृष्ण नौटियाल गत 25 मार्च को जब पुलिस लाइन से लौट रहे थे तो घीरे से मौका देखकर बन्नू कालोनी के पास पानी की टंकी पर चढ गये थे. पुलिस ने पानी टंकी के पास अपना घेरा बढ़ा दिया है और आंदोलनकारियों से बातचीत जारी है. प्रशिक्षित छात्रों को नीचे उतारने का प्रयास किया जा रहा है.
दूसरी ओर बीपीएड प्रशिक्षित एसीसिएशन के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने कहा कि विशिष्ट बीटीसी के आठ हजार पदों पर वर्षवार विज्ञप्ति जारी करने,एलटी में पांच हजार पदों की बढ़ोत्तरी करने टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग को बीएड-बीपीएड प्रशिक्षित शिक्षर्थी अपना आंदोलन चला रहे है. लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि जब गत 25 मार्च को वे लोग शांतिपूर्ण तरीके से घरना दे रहे थे तो पुलिस ने उनके ऊपर पानी का बौछार की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं मान लिया जाता उनका आंदोलन जारी रहेगा. पानी टंकी के नीचे भारी संख्या में प्रशिक्षार्थियों ने अपना धरना जारी रखा है.
दून का झंडा मेला
देहरादून नगर के झंडा मुहल्ले में एक पवित्र धार्मिक जगह है, श्री गुरु राम राय जी का दरबार। यह दरबार तकरीबन साढ़े तीन सौ साल पुराना है। यह दरबार वास्तुकला और आकर्षक भित्तिचित्रों का भी एक नायाब नमूना है। दरबार के संस्थापक श्री गुरु राम राय सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े पुत्र थे। ऐतिहासिक कथनों के अनुसार वर्ष 1676 में दून के कांडली नामक जगह में उन्हाेंने पहला पड़ाव डाला था, जो छोटी टोंस नदी के किनारे है। यहां श्री गुरुराम राय जी ने साधना की और बाबा बालहास जी से उदासीन मत और दर्शन की दीक्षा ली।
कुछ समय तक यहां रहने के उपरांत उन्होंने खुड़बुड़ा गांव में वर्तमान दरबार स्थल पर अपना डेरा डाला। गढ़वाल के तत्कालीन राजा फतेहशाह ने गुरु राम राय जी के व्यक्तित्व और दर्शन से प्रभावित होकर उन्हें बहुमूल्य उपहार सहित खुड़बुड़ा, राजपुर और चामासारी गांव दान में दिए। श्री गुरु राम राय जी के दून में डेरा स्थापित करने के बाद इस स्थान को डेरादूण/डेरादून और बाद में देहरादून कहा जाने लगा। राजा फतेहशाह के पोते राजा प्रदीप शाह ने भी दरबार साहिब को चार अन्य गांव धामावाला, मिंयावाला, छरतावाला और पंडितवाड़ी दान में दिए।
श्री गुरु राम राय जी का अधिकांश समय दीन-दुखियों की सेवा में बीतता था। उनके दरबार में लोगों की भीड़ लगी रहती थी। सुदूर प्रांतों के हजारों लोग उनके शिष्य थे। औरंगजेब जैसा कट्टर बादशाह भी उनसे अत्यंत प्रभावित था। चार सितंबर, 1967 को श्री गुरु राम राय जी के शरीर त्यागने के बाद उनकी पत्नी माता पंजाब कौर ने दरबार की देखरेख की व्यवस्था अपने हाथ में ली। दरबार की व्यवस्था के लिए यहां महंत परंपरा तय है। वर्तमान में देवेंद्र दास जी दसवें महंत के रूप में इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
गुरु राम राय जी की समाधि और उनका पलंग मुख्य दरबार साहिब (गुरुद्वारा/मंदिर) में है। पश्चिमी दिशा वाले मुख्यद्वार के समीप एक चबूतरे पर तकरीबन सौ फीट ऊंचे झंडा साहब जी प्रतिष्ठित हैं। परंपरानुसार गुरु राम राय जी के जन्मदिन और उनके दून आगमन की खुशी में हर साल झंडा जी का मेला लगता है, जो 20-22 दिनों तक चलता है। चैत कृष्णपक्ष की पंचमी यानी होली के पांचवें दिन नया झंडा चढ़ाने की परंपरा है। इस दिन सुबह झंडे जी में विधिवत पूजा अर्चना के बाद नया गिलाफ चढ़ाया जाता है। दरबार साहिब की आस्था के प्रतीक इस झंडे जी में श्रद्धालुओं द्वारा रंगीन दुपट्टा और रूमाल आदि चढ़ाकर मन्नतें मांगी जाती हैं। झंडा चढ़ाने के दिन उत्तराखंड और इसके पड़ोसी राज्यों से हजारों की तादाद में श्रद्धालु उल्लासपूर्वक दरबार साहिब में एकत्रित होते हैं।
amarujala.com se sabhar
पहाड़ विरोधी हैं भाजपा और कांग्रेस: नौटियाल
घनसाली, निज प्रतिनिधि: उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री विनोद नौटियाल ने घनसाली विधानसभा का भ्रमण कर कहा कि भाजपा व कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ यूकेडी गांव-गांव जाकर पोल खोल अभियान के तहत आम जनता को इनके भ्रष्टाचारों से अवगत करा रही है।
श्री नौटियाल ने घनसाली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अभी तक प्रखंड के चमियाला, विनयखाल, नागेश्वर सौड़, चानी, बूढ़ाकेदार, अखोड़ी सहित कई जगहों का भ्रमण कर लोगों राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तथा भाजपा सरकार हमेशा पहाड़ विरोधी रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में गढ़वाल, कुमाऊं की बोलीभाषा को महत्व दिया जाना चाहिए। साथ ही रेल यातायात से पहाड़ को जोड़ा जाना चाहिए जिससे पर्वतीय क्षेत्रों का विकास हो सके। मुम्बई से देहरादून तक बदरीकेदार दर्शन सुपरफास्ट रेलगाड़ी का संचालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान की सरकार को उत्तराखंड के गांधी स्व. इंद्रमणी बडोनी की प्रतिमाएं विधानसभा सचिवालय के साथ प्रत्येक जिला मुख्यालय में स्थापित की जानी चाहिए। दल के ब्लॉक संयोजक लोकेंद्र जोशी, भागीरथ राणा ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में डूबती जा रही है साथ ही लोनिवि सड़कों के निर्माण पर पहाड़ी क्षेत्र के लोगों के लिए मौत की सड़कों का निर्माण कर रहा है। जिनकी गुणवत्ता व समरेखण की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूकेडी कार्यकर्ता 2 अप्रैल को गैरसेंण कूच करेगें इस अवसर पर संतोष भट्ट, सुरेंद्र राणा, अब्बल लाल आदि लोग मौजूद थे।
कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
एसबीआइ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान लदाड़ी की ओर से युवाओं को नि:शुल्क कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक माह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में युवाओं को कम्प्यूटर के बारे में तमाम जानकारियां दी जाएंगी।
इंफो इंटरनेशनल सोसाइटी की शाखा में आयोजित कम्प्यूटर प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए नाबार्ड के डीडीएम एससी गर्ग ने कहा कि कम्प्यूटर ज्ञान की जरूरत को देखते हुए गरीब युवाओं के लिए प्रशिक्षण काफी फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने एसबीआइ से कम्प्यूटर से संबंधित स्वरोजगार अपनाने वाले युवाओं को बैंक की ऋ ण संबंधी जानकारी भी दी। डीडीएम नाबार्ड ने एसबीआइ को एपीएल परिवार के युवाओं को भी प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने खर्च का पचास फीसदी व्यय नाबार्ड की ओर से वहन करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में उन्होंने नाबार्ड की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी भी बांटी। इस मौके पर एसबीआइ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक डीएस राणा ने बताया कि संस्थान की ओर से स्वरोजगार से जुड़े आठ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 युवा भाग ले रहे है।
इस मौके पर एसबीआइ अग्रणी जिला प्रबंधक एचसी पाहवा ने युवाओं को शिक्षा ऋण से संबंधित जानकारी दी। कार्यक्रम में शाखा प्रबंधक संदीप श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त वाणिज्य कर समेत अन्य मौजूद थे।
पांच हजार श्रद्धालुओं ने की वरुणावत की परिक्रमा
उत्तरकाशी : पौराणिक व धार्मिक महत्व की पंचकोसी वारुणी यात्रा में इस बार करीब पांच हजार श्रद्धालुओं ने वरुणावत पर्वत की परिक्रमा की। पंचकोसी यात्रा के प्रथम पड़ाव बड़ेथी में भागीरथी तट पर डुबकी लगाकर श्रद्धालु अपनी यात्रा शुरू कर परिक्रमा पथ के विभिन्न मंदिरों में पूजा करते हुए गंगोरी पहुंचे।
शुक्रवार को अनादि काल से चली आ रही प्रसिद्ध पंचकोसी यात्रा के लिए सुबह चार बजे ही वरूणा व भागीरथी के संगम स्थल बड़ेथी में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। इसके बाद बंसूगा की खड़ी चढ़ाई के रास्तों होते हुये श्रद्धालुओं का जत्था प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर गमदिड़गांव, दुर्गा मंदिर साल्ड आदि मंदिरों में जलाभिषेक के साथ मन्नतें मांगते हुये ज्ञाणजा गांव में ज्ञानेश्वर महाराज के दर्शन के बाद चीड़ के जंगलों के बीच रास्ता तय करते हुये वरुणावत की चोटी पर पहुंचे। यहां स्थित पौराणिक शिखरेश्वर महादेव में पूजा अर्चना के बाद बिमलेश्वर महादेव के दर्शन किये। अंतिम पड़ाव संग्राली गांव में प्रसिद्ध कंडार देवता के दर्शन के लिए भीड़ जुटी रही। इसके बाद सभी भक्तजनों ने भगीरथी व असीगंगा के संगम स्थल गंगोरी में स्नान के साथ ही जलभर कर शिवनगरी उत्तरकाशी के विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर शुख शांति के लिए मन्नतें मांग कर अपनी यात्रा के पूर्ण की।
श्रद्धालुओं के लिये रही व्यवस्था
उत्तरकाशी : वारुणी यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले गांवों में श्रद्धालुओं के लिये चाय पानी व फलाहार की व्यवस्था जुटाई गई। इस दौरान श्रद्धालुओं को पारंपरिक चौलाई के लड्डू, आलू के गुटके, बुरांश का जूस आदि खूब वितरित किये गये। असी वारुणा पर्यटन विकास समिति की ओर से भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये स्टाल लगाए गये थे।
शासन की टीम करेगी आपदा कार्यो का सत्यापन
नैनीताल: दैवीय आपदा के तहत चल रहे निर्माण कार्यो के भौतिक सत्यापन को शासन की टीम मंडल मुख्यालय पहुंच गई है। अपर सचिव विनोद रतूड़ी के नेतृत्व में गठित यह टीम शनिवार से छह अपै्रल तक जिले में निरीक्षण करेगी।
अपर सचिव श्री रतूड़ी ने शुक्रवार को यहां पहुंचने के बाद विभागीय अफसरों की बैठक में आपदा राहत कार्यो का ब्योरा तलब किया। डीएम शैलेश बगौली ने बताया, सत्यापन को नैनीताल तहसील क्षेत्र के लिए एसडीएम नैनीताल, हल्द्वानी में एसडीएम हल्द्वानी, रामनगर के लिए एसडीएम धारी, कोश्यां कुटौली में वहीं के एसडीएम, बेतालघाट में डीडीओ, कालाढूंगी में सीएओ व लालकुआं के लिए बीडीओ हल्द्वानी नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। स्थलीय निरीक्षण के दौरान निर्माण सामग्री की सैंपलिंग व फोटोग्राफी भी होगी। नोडल अधिकारी रोज तहसील स्तर पर बैठक करेंगे।
बैठक में सीडीओ दीपक रावत, अधीक्षण अभियंता जल निगम भीम सिंह धीरज, डीएफओ बीजू लाल टीआर, सीएमओ डॉ.डीएस गब्र्याल, एसई, लोनिवि राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे।
हल्द्वानी व रामनगर पर खास नजर
दैवीय आपदा कार्यो के सत्यापन में हल्द्वानी व रामनगर पर पैनी निगाह रहेगी। डीएम ने कहा, इन दोनों शहरों में वन विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यो का अवश्य निरीक्षण किया जाय। साथ ही एक नोडल अधिकारी को एक अधिकारी व अभियंता भी दिया गया है।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति किया जागरूक
विष्णुगाढ़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की कार्यदायी संस्था टीएचडीसी की ओर से आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए परियोजना के महाप्रबंधक पीपीएस मान ने कहा कि ठेकेदारों को निर्माण कार्यो के दौरान पर्यावरण संरक्षण व संतुलन का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि परियोजना निर्माण में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखना जरूरी है, इसके लिए परियोजना स्थल के आस-पास पौधारोपण, जल की निकासी और जनता को इसके प्रति जागरूक भी करना होगा। परियोजना के अभियंता(पर्यावरण) सूरज अग्रवाल ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जरूरी सुझाव दिए। वरिष्ठ प्रबंधक पीके नैथानी और अनुज गर्ग ने कहा कि सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन को बनाए रखना भी जरूरी है, तभी लोग सुरक्षित रह सकेंगे।
जनसंपर्क अधिकारी अनामिका ने पर्यावरण की शुद्धता का महत्व समझाते हुए जनता को जागरूक किए जाने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय-समय पर जनता को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जिससे लोगों में पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन के प्रति संवेदनशीलता बढ़े। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व जूनियर हाईस्कूल जैसाल में छात्रों को परियोजना की ओर से किए जा रहे सामाजिक कार्यो के तहत चलचित्र व तारे जमीं पर फिल्म भी दिखाई गई। कार्यक्रम में कम्पनी के ठेकेदार व अधिकारी मौजूद रहे।
in.jagran.yahoo.com se sabhar