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Saturday, April 23, 2011

चेती मेले में हुआ कवी समेलन-हरबंस कपूर मुख अतिथि

  उज्जैनी शक्ति पीठ चैती में मेले का उत्तराखंड विधान सभा अध्यक्ष हरबंश कपूर ने विधिवत समापन किया। इस बीच देर रात्रि अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने भक्ति, हास्य व वीर रस की रचनाओं से श्रोताओं खूब गुदगुदाया।

चैती मेला परिसर में मेले के 19 वें दिन शुक्रवार की रात्रि मेला प्रबंधन के अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का विस अध्यक्ष कपूर ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।

कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख कवि सोम ठाकुर ने.. मेरे भारत की माटी है चंदन और अबीर, सौ-सौ नमन करुं मैं। गीत से जनसमूह को देश भक्ति में डुबोया। डा. मुध चतुर्वेदी ने मां शारदा वंदना- मां दे प्रिय वरदान नया, दो बोल अट पटे भी कर दे। संचालन करते हुए कवि राहुल अवस्थी ने ने यूं कहा- यह गुंजन अपनी भाषा का, अभिनंदन अपनी संस्कृति। इन बोलों से मंत्रमुग्ध किया।

कवि डा. सुरेंद्र मधुर ने-भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा- भ्रष्टाचार में सरकार या सरकार भ्रष्टचार में, बताने को हर कोई लाचार है। इसके बाद मित्र पुलिस पर क्षणिका-हमारी मित्र पुलिस हर रोज वाहन चोर पकड़ रही, फिर भी हर शहर से रोज एक नई बाइक उड़ रही। इसके बाद नाजिया शहरी ने- जब प्यार किया है तो निभाने के लिए आ, मैं रुठ जाऊं तो मनाने के लिए आ। गीत के बाद मैं रो-रोकर न मरना चाहती हूं, मैं लड़की हूं मुझे घर से निकलने की इजाजत दो। इन बोलों से आज की नारी के स्वरों को स्वर दिया।

हास्य कवि शरीफ भारती ने रचना से गुदगुदाया। कवियत्री निकहत अमरोही ने यूं कहा- वक्त की भीड़ में हरगिज न खोने दूंगी, मैं तुझे और किसी का न होने दूंगी। गजल से प्रेम रस में सराबोर किया। कवि मनोज आर्य ने यूं कहा-दुश्मनों से तो निपट लेंगे, इस देश की डोली को कहारों से बचा लो। इसके बाद- हम अजनबी गांव में अपने नजर आने लगे। इस गीत से जनसमूह को सचेत किया। रंजना हया ने गजल- उनकी जफा का हाल सुनाया न जाएगा। इसके बाद वीर रस के कवि आशीष अनल ने यूं कहा- दो कौड़ी के पाकिस्तान में लिखकर करोड़ों की कविता लिखकर अपमान होगा। इसके बाद मुंबई हमले, वंदेमातरम पर कविता के बाद यूं कहा- देश चाहता है इनके घर में घुसकर मारिये। जनसमूह को वीर रस में डुबोया। हास्य, व्यंग कवि सुरेंद्र सुकुमार ने चूहों पर कमिशन के बहाने राजनैतिक दलों पर भी चुटकी ली। बोले-देश के चूहे मारेंगे तो गरीबी दूर होगी। अंत में डॉ. मधु चतुर्वेदी ने कहा-ये सत्ता की बांसुरी इसके टेड़े राग, उतनी उजली चुनरी उतने दाग। की प्रस्तुति की।

इस दौरान एएसपी जगत राम जोशी, एसडीएम सुरेंद्र सिंह जंगपांगी, प्रधान वंश गोपाल अग्निहेात्री, मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री, कृष्ण गोपाल अग्निहोत्र, मनोज अग्निहोत्री, ऊषा देवी अग्निहोत्री, भाजपा महिला मोर्चा प्रेदश महामंत्री सीमा चौहान, पंकज टंडन, व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक वर्मा, विवेक अग्निहोत्री सूर्य प्रताप सिंह चौहान, अशोक अरोरा, आकाश गर्ग, सीओ डा. हरीश वर्मा, कोतवाल आरएस असवाल, राकेश शर्मा एड., ऋषि अग्रवाल, मनोज कौशिक, सुधा शर्मा, कुसुम शर्मा समेत खासी तादात में मौजूद थे।

इस मौके पर प्रेम अरोड़ा ने काशीपुर एस डी एम् शेरसिंह जंगपांगी ए सी पी जगत राम जोशी को माला पहना कर स्वगत किया और काशीपुर में ट्राफिक व्यस्था सुधारने की सराहना की.


संस्कृत विद्यालय सराहनीय कार्य : कपूर

-विस अध्यक्ष हरबंश कपूर ने कवि सम्मेलन के मौके पर पंडा परिसर द्वारा मां बाल सुंदरी संस्कृत विद्यालय खोलने की घोषणा को सराहा। साथ ही इसे बेहतर कार्य बताते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पहले विस अध्यक्ष श्री कपूर ने मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना की।

पहाड़ी किसानों को भी बीमा का लाभ

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देहरादून : मौसम की मार से त्रस्त उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब पहाड़ी क्षेत्र के आलू, टमाटर व अदरक उत्पादक भी मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ उठा सकेंगे। इस संबंध में शासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। यानि खरीफ सीजन 2011-12 में सूखा, अतिवृष्टि या अधिक तापमान से फसल खराब होने पर किसानों को बीमा के रूप में क्षतिपूर्ति मिल सकेगी। संसूचित फसलों के लिए बैंकों से ऋणी कृषकों के घोषणापत्र 15 जून तक प्राप्त किए जाएंगे, जबकि स्वैच्छिक आधार पर किसानों के प्रस्ताव पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 30 अपै्रल है।
मौसम आधारित फसल बीमा योजना मैदानी क्षेत्रों में बीते रबी सीजन में की गई थी। अब पर्वतीय क्षेत्रों के लिए खरीफ सीजन में इसे पायलट आधार पर लागू किया गया है। इस सिलसिले में उद्यान सचिव विनोद फोनिया की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चंपावत व बागेश्वर में आलू, टमाटर व अदरक फसलें बीमा के लिए संसूचित की गई हैं। समस्त कृषक जो संसूचित फसलों का उत्पादन संबंधित संसूचित क्षेत्रों में कर रहे हैं, अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं। योजना संचालन के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को अधिकृत किया गया है। बीमा घटक अधिक तापमान, वर्षा की कमी, अधिक वर्षा होंगे। योजना में प्रीमियम की राशि का पचास फीसदी किसान और बाकी केंद्र व राज्य सरकार वहन करेंगे। संसूचित फसलों के लिए बैंकों से ऋण लेने पर बैंकों के जरिए यह बीमा अनिवार्य किया गया है। स्वैच्छिक आधार पर बीमा का लाभ लेने के लिए भी किसान का किसी भी वित्तीय संस्थान में खाता होना आवश्यक है। योजना से सूबे के पर्वतीय क्षेत्रों के लघु एवं सीमांत किसानों को लाभ मिलेगा।
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300 मीटर लंबे पुल को 12 करोड़ का प्रस्ताव

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लालढांग के आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों को बरसात में गांव में ही कैद होकर नहीं होना पड़ेगा। रवासन नदी के उफान पर होने के बाद भी ग्रामीण दैनिक कार्यो के लिए लालढांग आसानी से आ-जा कर सकते हैं। लोक निर्माण विभाग ने ग्रामीणों की आवश्यकताओं को देखते हुए रवासन नदी पर पुल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। करीब 300 मीटर लंबे पुल को लालढांग से मिट्ठीबेरी तक जोड़ा जाएगा। इस पर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
बरसात में रवासन नदी उफान पर रहती है। चार महीनों तक रवासन नदी पार कर लालढांग आने के लिए लोगों को जान जोखिम में डालनी पड़ती है। लगातार बारिश होने पर कई दिनों तक ग्रामीणों को गांवों में ही कैद होना पड़ जाता है। दूसरे छोर पर बसे मंगोलपुरा, रसूलपुर मिट्ठीबेरी, ढढियानवाला, आर्य नगर, रसूलपुर गोट, पीली पड़ाव शेष लालढांग से कट जाते हैं। ग्रामीण पिछले काफी समय से रवासन नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे थे।
लोगों की समस्या को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने रवासन नदी पर पुल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। तीन सौ मीटर लम्बे पुल को भारी वाहनों के लिए भी तैयार किया जाएगा। लोनिवि ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। शासन से अनुमति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पुल बनने से ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि पुल पर करीब 12 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा। पुल के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। अनुमति मिलते ही कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
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Wednesday, April 20, 2011

बुजुर्ग उपेक्षित व अपमानजनक जीवन जीने को मजबूर

(सुदर्शन सिंह रावत ) माता-पिता अपने बच्चो को लाड प्यार से पालते है यदि बचपन में बच्चे को गलती से खरोच आजाय तो माँ अपने बच्चे के दुःख तकलीफ नहीं देख सकती यहाँ तक की माँ अपने बच्चे के लिये खाना तक छोड देती है माता-पिता अपने बच्चों को पाल-पोसकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर अपनी जिमेदारी निभाते ह्वए उनकी शादी कर देते थे हमारी संस्कृति में माता-पिता को देवतुल्य माना जाता है। परन्तु आज की भागम-भाग जिंदगी व पाश्चात्य सभ्यता ने हमारे संस्कार तथा मानवता को लगभग खो दिया है। 
बुजुर्गो के साथ होने वाला व्यवहार किसी से छिपा नहीं है। बुजुर्ग उपेक्षित व अपमानजनक जीवन जीने को मजबूर हैं। या तो वह अपने घर में घुट-घुटकर जीते हैं या उन्हें बहू-बेटों द्वारा किसी वृद्धाश्रम में भेज दिया जाता है। ताकि रोज की टोका-टाकी से बचा जा सके। यही हालत है शहरी भागम-भाग जिंदगी में अक्षर सुनने व देखने को मिलता है और यही कारण कि शहरों से बुजुर्ग बुढ़ापे में गावं की तरफ आते है परन्तु अब उन लोगो को दुःख होगा कि गावं में भी बुजुर्गो की बहुत हाल बेहाल है हालत यह है कि कई महीनों से बैठी वृद्ध महिला अल्मोड़ा के विकास भवन को जाने वाली सड़क किनारे सफेद बाल, धंसी हुई आंखें आने-जाने वाले लोगों को टकटकी लगाकर देखती रहती है। बस उसके मुंह से यहीं निकलता है कि यह तो मेरे पूर्व जन्म के कर्म हैं। 
अगर मेरी किस्मत अच्छी होती तो मुझे यह दिन नहीं देखने पड़ते महीनों से बैठी अपना नाम वृद्धा गोविंदी देवी (गोपूली) व अपना घर बागेश्वर जनपद के भराड़ी बताती है। बुजुर्ग महिला अपने बच्चो का नाम बताने को राजी नहीं है उनका कहना है की कलयुगी बच्चों ने उससे अपना नाता-रिश्ता तोड़कर घर से बेघर कर दिया है। जब गोविंदी से उसके परिवार के बारे में पूछा तो वह गुस्से से बोली मेरा कोई नहीं है विकास भवन को जाने वाली सड़क से रोज नेताओं व अधिकारियों का आना-जाना होता है प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं कि लापरवाही कहा जाय कि कई महीनों से बैठी वृद्ध महिला को यहां कौन छोड़ गया अभी तक जानकारी नहीं ले पाये|
जिलाधिकारी डी एस गब्र्याल कहना है कि बेसहारा वृद्ध महिला गोविंदी को वृद्धाश्रम भेजने की कार्रवाई की जा रही है जबकि वृद्ध महिला गोविंदी पिछले कई महीनों से पांडेखोला विकास भवन को जाने वाली सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।

Tuesday, April 19, 2011

उत्तरखंड से विशेष समाचार

१. श्री नगर के अलकनंदा बांध की ऊंचाई नहीं बढेगी-जन हित जचिका पर हाई कोर्ट नैनीताल ने फैसला दिया

२. उत्तराखंड के न्यये के देवता गोलू देवता के मंदिर पर पशुबलि हमेशा के लिए समाप्त

३. गढ़वाल विश्वविद्यालय और डी ए वी के छात्र आपने सामने...विश्य्विद्याला ने परीक्षाफल रोकने को कहा तो छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार का निर्णय किया

४. गंगोत्री धाम में रजा भागीरथी की मूर्ती खंडित हुई

५. कालादूंगी काण्ड : दीपाली कन्याल देहरादून राजपाल से मिली अपने पति की हत्या के सीबीआई जाँच की मांग

६. गंगोलीहाट जिला बनाने को लेकर २५ अप्रैल को आन्दोलन होगा

७. रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ में बर्फवारी होने से ठण्ड बड़ी

८- उत्तराखंड वित् विभाग का कारनामा : रातों रात बदल डाला सॉफ्टवेर : तनखाह और पेंसन मिलने में दिक्कत शुरू - एक अधिकारी पर उठी ऊँगली

९. धर्मनगरी हरिद्वार में अवैध होर्डिंग की भरमार - कोई नहीं पूछने वाला

१०- उत्तरखंड सरकार ने केंद्र से माँगा ७५०० करोड़ का बजट - कांग्रेस ने कहा सही नहीं है

११- धोनी के उत्तराखंड के ब्रांड अम्बेसडर बन्ने पर झारखंड ने जताई नाराजगी

कालाढूंगी काण्ड दीपाली कन्याल पहुंची राजभवन

 देहरादून 19 अप्रैल,2011 नैनीताल जनपद के कोटाबाग विकासखण्ड की ब्लाक प्रमुख श्रीमती दीपाली कन्याल ने आज राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा से मुलाकात कर अपने पति स्व0 बलवंत सिंह कन्याल, जिनकी 22 अगस्त, 2009 को  कालाढूंगी में एक घटना में मृत्यु हुई थी, की सी.बी.आई. जॉच कराके न्याय दिलाये जाने की मांग की है।

मोटेश्वर महामंदिर में शिवलिंग का श्रंगार किया

काशीपुर: पाताल में शिव के ही रूप देवता हाटकेश्वर की जयंती के उपलक्ष्य में रविवार रात नगर के प्रमुख मोटेश्वर महामंदिर में शिवलिंग का श्रंगार किया गया। इस दौरान खासी तादाद में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।

मोटेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी राघेंद्र नागर ने बताया कि पाताल देवता भीम शंकर का हाटकेश्वर के रूप में त्रियोदशी पर उदगम हुआ था। उन्होंने आकाशे तारकेश्वर, पाताले हाटकेश्वर व भूलोके महाकालम श्लोक पर कहा कि गुजरात में भीम शंकर महादेव का मंदिर है।

मस्जिद से इमाम को हटाने के विवाद में दो पक्ष आपस में भिड़ गए

काशीपुर : मस्जिद से इमाम को हटाने के विवाद में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। इस दौरान हुई फायरिंग से दहशत फैल गई। दोनों पक्षों ने कोतवाली में तहरीर दी है।

जानकारी के अनुसार मौहल्ला खालसा स्थित बरेलवी फिकरा की गोसना मस्जिद के इमाम ने 20 तारीख को आयोजित देवबंदी फिरका के एक कार्यक्रम को सफल बनाने की मस्जिद से एलान कर दिया। जिसका मौहल्ले वालों ने विरोध किया। इसके चलते बीते शनिवार को इमाम को मस्जिद से हटा दिया। साथ ही कमेटी भी बर्खास्त कर दी। बीती देर रात्रि देवबंदी बिरादरी के लोगों ने मस्जिद पहुंचकर इसका विरोध किया। दोनों बिरादरी के लोगों के एकत्र होने पर हंगामा शुरु हो गया। इस पर किसी ने हवाई फायर झोंक दिया। फायरिंग से हड़कंप मच गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए तहरीर सौंप दी। समाचार लिखे जाने तक समझौते के प्रयास जारी थे। उधर, कोतवाल आरएस असवाल ने फायरिंग की घटना से इंकार किया है।

Monday, April 18, 2011

स्टेशनरी बाजार में चाइनीज उत्पादों की पकड़ मजबूत

देहरादून। खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाई का मजा मिलेगा। स्टेशनरी बाजार ने इस बार खास तरह के पेन, पेंसिल, रबर, शार्पनर और टिफिन बॉक्स बाजार में पेश किए हैं। अभिभावकों के साथ कॉपी-किताब लेने जा रहे बच्चे इनकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
स्टेशनरी बाजार में चाइनीज उत्पादों ने अपनी पकड़ इस बार और मजबूत कर ली। बच्चे नटराज व कैमिल की पेंसिल, रबर व मोंटेक्स, लिंक आदि कंपनियों के पेन या ज्यॉमेट्री बॉक्स पसंद नहीं कर रहे। चाइनीज उत्पादों ने इस बार स्टेशनरी की जो श्रंखला बाजार में उतारी है, उसे देखकर बच्चे खूब आकर्षित हो रहे हैं। सस्ते दाम में इन उत्पादों का बेहतर लुक और डिजाइन बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल का मजा भी दिलाएगा। चाइनीज उत्पादों में कई रंगों की रिफिल वाला पेन, छाता व बैटनुमा पेंसिल और वीडियोगेम वाला ज्यॉमेट्री बॉक्स पहली पसंद है। कम दाम में उपलब्ध यह स्टेशनरी शहर की ज्यादातर दुकानों में उपलब्ध है।
यही नहीं, बच्चों के बस्ते और कॉपी किताबों के लिए बेहतर स्टीकर और कवर भी उपलब्ध हैं। पांच रुपये से लेकर 20 रुपये तक बेहतर शिक्षा सामग्री खरीदी जा सकती है। हालांकि टिफिन और पेंसिल बॉक्स वीडियोगेम की कीमत पर निर्भर हैं। मोतीलाल नेहरू रोड स्थित स्टेशनरी विक्रेता राकेश कुमार ने बताया कि चाइनीज पेन पेंसिल की लिखावट भी बेहतर है और कम दाम में होने से बच्चे इसे तरजीह दे रहे हैं।

पुरानाथल संघर्ष समिति ने दी आंदोलन की चेतावनी

पिथौरागढ़। तहसील के पुरानाथल क्षेत्रवासी सडक़, पेयजल सहित तमाम मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। लंबे समय से मांग उठाने के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे खिन्न क्षेत्रवासियों ने आंदोलन छेडऩे की चेतावनी दी है।
इस संबंध में मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में पुरानाथल क्षेत्र के लोगों ने कहा है कि गराऊं से बनी पेयजल योजना रखरखाव के अभाव में ध्वस्त पड़ी है। बेरीनाग, गढतिर, पुरानाथल, तड़ीगांव मोटर मार्ग में डामरीकरण नहीं होने से सडक़ों पर गड्ढे बने हैं। टेंडर डालने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं किया जा रहा है। इसके चलते बेरीनाग सहित मुवानी और तड़ीगांव के लोगों को मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने क्षेत्र के एक पुल का शिलान्यास किया था। लेकिन आज तक यह पुल नहीं बन पाया है। क्षेत्रवासियों ने उक्त सभी समस्याओं का समाधान पन्द्रह दिन के भीतर किए जाने की मांग की है। यदि मांग पूरी नहीं की जाती है तो इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा।







आधा दर्जन से अधिक महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज

काशीपुर : रेलवे स्टेशन पर कोयले की रैक उतारने का आवास विकास की महिलाओं द्वारा विरोध करने के मामले में रेलवे पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आवास विकास के लोग रेलवे स्टेशन पर कोयले की रैक उतरने का विरोध कर रहे थे। कई बार स्टेशन प्रबंधक को ज्ञापन सौंपने के बाद भी कार्रवाई न होने पर बीते 10 अप्रैल को इलाके की महिलाओं ने कोयले की रैक उतार रहे मजदूरों को लाठी-डंडों से खदेड़ दिया था। इस दौरान महिलाओं ने मालगोदाम प्रबंधक के कार्यालय का भी घेराव किया था। इस घटना पर आरपीएफ ने आठ-दस अज्ञात महिलाओं के खिलाफ धारा 145, 146 रेलवे एक्ट न्यूसेंस व सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मां का डोला कड़ी सुरक्षा के बीच नगर मंदिर पहुंचा

उज्जैनी शक्तिपीठ मां बाल सुंदरी देवी मंदिर से सोमवार की तड़के सुबह मां का डोला कड़ी सुरक्षा के बीच नगर मंदिर पहुंचा। उधर, मेले में बीती रात्रि बरसात के बाद भी खासी तादात में दुकानें सजी हैं। अन्य दिनों की अपेक्षा सोमवार दिन में गहमागहमी कम रही।

विदित हो कि पहली नवरात्र को चैती मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया था। इधर 11 अप्रैल की मध्य रात्रि को मंा बाल सुंदरी का डोला चैती मेला परिसर स्थित मंदिर आते ही मेला यौवन पर आ गया था। रविवार की रात्रि करीब 12 बजे से पूजा-अर्चना, पूर्णाहूति के बाद करीब साढ़े तीन बजे मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री मां के डोले को लेकर नगर मंदिर को रवाना हुए। भारी सुरक्षा के बीच तड़के सुबह मां का डोला नगर मंदिर पहुंचा। मेला प्रबंधक पंडा अजय अग्निहोत्री ने बताया कि 22 अप्रैल को कवि सम्मेलन की तैयारी की जा रही है। जबकि संस्कृत पाठशाला के शिलान्यास की भी तैयारी जारी है। उधर, रविवार की रात्रि तेज हवा के साथ बरसात से व्यापारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

आइआइएम काशीपुर प्रवेश प्रक्रिया तीन अप्रैल से आरंभ कर दी गयी है


मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के डायरेक्टर मैनेजमेंट प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि 15 जून तक आइआइएम के अस्थाई भवनों का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही 29 अप्रैल के शिलान्यास कार्यकम की तैयारियों पर अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद वैकल्पिक भवनों व शिलान्यास स्थल का निरीक्षण किया।

अग्रवाल ने रविवार को आइआइएम के अस्थाई प्रशासनिक भवन के रुप में तैयार हो रहे गन्ना आयुक्त भवन के सभागार में आइआइएम के नवनिुयक्त अधिकारियों, कार्यदायी सस्था, स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। इसमें वैकल्पिक भवनों को तैयार कर रहे यूपी राज्य निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर सीके सकलानी से तैयारियों की जानकारी ली। बताया गया कि 15 जून तक कार्य पूरा हो जाएगा।

बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में डायरेक्टर मैनेजमेंट अग्रवाल ने कहा कि वैकल्पिक भवनों में तथा हास्टल में 104 लाख, प्रशासनिक भवन में 39 लाख, बिजली में 109 व कक्षा कक्ष में 39 लाख रुपये खर्च होंगे। कहा कि 75 दिन की कार्ययोजना बनी है। बताया कि स्थाई भवन तैयार होने में चार-पांच वर्ष लग सकते हैं। उन्होंने कार्यदायी संस्था से वैकल्पिक भवनों के कार्य के इस्टीमेट की रिपोर्ट दिल्ली देने का निर्देश दिया। इस बीच अवगत कराया गया कि 10.50 लाख से सौ केवी जनरेटर भी क्रय किया जाएगा।

इस दौरान प्रदेश शासन के राज्य सरलीकरण इकाई के डिप्टी डायरेक्टर अवनीश जैन, आइआइएम काशीपुर के प्रशासनिक अधिकारी कर्नल कर्नल धीरज उपाध्याय, प्रशासनिक व लायजनिंग अधिकारी उदय कुमार सिंह, राजकीय पालीटेक्निक प्राचार्य आरपी गुप्ता, एसडीएम सुरेंद्र सिंह जंगपांगी, राज्य से आइआइएम ओएसडी एसके वर्मा आदि अफसर मौजूद थे।

प्रवेश प्रक्रिया शुरु

काशीपुर : आइआइएम लखनऊ ही वर्तमान में काशीपुर आइआइएम के प्रथम सत्र में 60 छात्र व 8 छात्राओं के लिए केट 2010 की परीक्षा से प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा कराएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय, डायरेक्टर मैनेजेमेंट प्रवीण अग्रवाल ने इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया तीन अप्रैल से आरंभ कर दी गयी है। जुलाई पहले सप्ताह तक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।


काशीपुर : झोड़ा-चांचरी की धूम

काशीपुर : चैत्र माह में पर्वतीय समाज की झोड़ा-चांचरी का नगर के कुमाऊं कालोनी में गायन की धूम रही। कुमाऊं कालोनी में पर्वतीय समाज के पूर्व उपाध्यक्ष डूंगर सिंह रौतेला के आवास पर सर्व प्रथम गुड़ तिल का वितरण किया गया। इसके उपरांत गंगा सिंह अधिकारी ने गौरी गंगा भागीरथी को केभल रिवाड़ बालों से झोड़ों का शुभारंभ किया। इसके बाद इंद्र सिंह राणा ने- चौकोटे की पार्वती। एमडी शर्मा ने-दीवानी लौडा द्वारहाटो। गौरी शंकर पाठक ने- ओ दरि हिमाला दरी से समा बांधा। इस दौरान दिनेश रौतेला, दिनेश जोशी, दीवान बिष्ट, प्रकाश भट्ट, एच बवाड़ी, भूपेंद्र रौतेला, पीएस मेहरा, तारादत्त, आन सिंह अधिकारी, हयात सिंह, कैलाश रौतेला, दीवान सिंह बिष्ट, भुवन उपाध्याय, भैरव दत्त मौजूद थे।

काशीपुर:रेलवे स्टेशन में कोयले कर रैक उतारने के मामले में एसडीएम को ज्ञापन

काशीपुर:रेलवे स्टेशन में कोयले कर रैक उतारने के मामले में आवास विकास के दर्जनों लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर धारा 133, 144 के तहत मंडल रेल प्रबंधक को न्यूसेंस रुकवाने के लिए आदेशित करने की मांग की। रविवार को पालिका सभारद राजकुमार सेठी के नेतृत्व में आवास विकास के दर्जनों लोग एसडीएम आवास पर एकत्र हुए। लोगों ने कहा कि पिछले काफी समय से आवास विकास की नई व पुरानी घनी आबादी के पास रेलवे स्टेशन पर कोयले की रैक उतारकर डंपरों से लदान किया जा रहा है। इससे लगभग 20 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। साथ ही क्षेत्र में स्थित स्कूल के बच्चों के स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिसके लिए मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर मुख्य रुप से उत्तरदायी है। लोगों ने एसडीएम सुरेंद्र सिंह जंगपांगी को ज्ञापन सौंपकर शक्तियों का उपयोग करते हुए धारा 133 व 144 के अंर्तगत मंडल रेल प्रबंधक को न्यूसेंस रुकवाने के आदेश देने व उल्लघंन करने पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
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