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Wednesday, March 11, 2009






यात्रा शुरू होने से पहले मतदान तिथि हो निर्धारित

Posted: 10 Mar 2009 03:54 AM PDT

10.3.9-

देहरादून, : प्रदेश भाजपा कार्यसमिति ने चुनाव आयोग से लोकसभा चुनाव की राज्य में मतदान तिथि अप्रैल में निर्धारित करने का अनुरोध किया है। आयोग को भेजे पत्र में पार्टी ने चार धाम यात्रा तथा चुनाव के एक साथ होने से उत्पन्न कठिनाइयों को विस्तार से बताया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री अजय भट्ट ने बताया कि रविवार को हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि केंद्रीय चुनाव आयोग से राज्य में मतदान तिथि को अप्रैल में करने का अनुरोध किया जाए।

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इस महीने के अंत तक एयर बस भी

Posted: 10 Mar 2009 03:50 AM PDT

देहरादून: इस महीने के अंत तक जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर एयर बस के आ जाने की पूरी उम्मीद है। एयर डेक्कन ने इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया के समक्ष आवेदन कर दिया है। एयर बस शुरू होने से दून से दिल्ली हवाई यात्रा करने की इच्छा रखने वालों के लिए बेहतर विकल्प खुलेंगे। दूसरी तरफ, लोड फैक्टर कम होने से एयर टिकट मिलना आसान हो जाएगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हो चुका है। यहां बड़े विमानों के उतरने और खड़े होने की क्षमता है। फिलहाल इस एयरपोर्ट से किंगफिशर (एयर डेक्कन) की दो फ्लाइट नियमित तौर पर दून से दिल्ली व दिल्ली से दून के लिए हैं, लेकिन 48-48 सीटों वाले इन विमानों में जगह मिलना आमतौर पर समस्या बनी रहती है।
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हादसे में वृद्धा की मौत पर बवाल

Posted: 10 Mar 2009 03:49 AM PDT

बाजपुर: खनन सामग्री से लदे ट्रक की चपेट में आकर वृद्धा की मौत हो गई। हादसे से गुस्सायी भीड़ ने ट्रक पर पथराव कर शीशे चकनाचूर कर दिए। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस से लोगों की तीखी झड़प हुई। वे खनन से लदे वाहनों को नगर से गुजरने पर रोक लगाने व ड्राइवर को भीड़ के सुपुर्द करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने घंटे भर की मशक्कत के बाद भीड़ को समझा-बुझाकर शांत कर चालक को गिरफ्तार कर ट्रक को कब्जे में ले लिया। सोमवार को नगर में साप्ताहिक हाट लगती है
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तदर्थ नियुक्ति की राह नहीं आसान

Posted: 10 Mar 2009 03:48 AM PDT

देहरादून, मानदेय पाने वाले पीटीए शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति की राह आसान नहीं है। उमा देवी प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के पालन की बाध्यता ने प्रबंध समितियों के साथ जिलास्तरीय अफसरों के हाथ बंधे दिख रहे हैं। सरकार ने लंबे अरसे से सहायताप्राप्त अशासकीय विद्यालयों में पढ़ाई की कमान संभाल रहे पीटीए शिक्षकों की मुराद पूरी तो कर दी है, लेकिन इस पर अमल कतई आसान नजर नहीं आ रहा है। फिलवक्त प्रदेश के स्कूलों में मानदेयप्राप्त 284 पीटीए शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षक तदर्थ नियुक्ति की मांग कर रहे थे। इस मांग को मंजूर करते हुए सरकार यह आदेश जारी कर चुकी है कि पांच सितंबर, 2003 तक प्रबंध समिति के निजी स्रोतों से सेवायोजित अंशकालिक व पीटीए शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति दी जाए। सरकार इस संबंध में शिक्षा निदेशक को जिला शिक्षा अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर चुकी है। इन शिक्षकों के पक्ष में यह तथ्य है कि वे रिक्त पदों पर कार्य कर रहे हैं। साथ ही राजकोष से उन्हें मानदेय भी मिल रहा है। आदेश में यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। इस वजह से गेंद प्रबंध समितियों के पाले में है। जिन समितियों ने पीटीए शिक्षकों को काम पर रखने से पहले नियुक्ति प्रक्रिया नहीं अपनाई है, उनके सामने दिक्कतें आ रही हैं। उन्हें कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन होने पर गाज गिरने का अंदेशा है। प्रबंध समितियों को यह साबित करना पड़ेगा कि उन्होंने नियुक्ति के लिए विधिसम्मत प्रक्रिया अपनाई है। समितियों के इस प्रस्ताव को जिला शिक्षा अधिकारी अनुमोदित करेंगे। प्रस्तावों में खामियां रहने पर जवाबदेही जिला शिक्षा अधिकारियों की होगी। सूचना के अधिकार ने भी महकमे के हाथ बांधे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रबंध समितियां इस मामले में पहल करने से हिचकिचा रही हैं। शासनादेश के बावजूद अभी इस दिशा में प्रगति नहीं हो पाई। महकमे के स्तर से भी लोकसभा चुनाव के बाद ही सक्रियता बरतने के संकेत हैं।
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दो कालेजों में बीएड को मंजूरी

Posted: 10 Mar 2009 03:47 AM PDT

देहरादून, दूरदराज के छात्र-छात्राओं को स्थानीय तौर पर ही बीएड प्रशिक्षण दिलाने की सरकार की मुहिम को बड़ी कामयाबी मिली है। एनसीटीई ने उत्तरकाशी व लोहाघाट के राजकीय पीजी कालेजों में बीएड को अनुमति देने पर रोक हटा ली है।
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दीया हत्याकांड: चमोली में आगजनी, तोड़फोड़

Posted: 10 Mar 2009 03:46 AM PDT

गोपेश्र्वर, दीया हत्याकांड में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को चमोली में गुस्साए लोगों ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराकर समुदाय विशेष की दुकानों के बाहर रखे सामान को आग के हवाले कर जमकर बवाल काटा। लोगों का आरोप है कि पुलिस हत्याकांड में शामिल कुछ और लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है। दीया हत्याकांड में सादाब की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह के वक्त बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और दुकानें बंद कराकर जमकर बवाल काटा। कुछ दुकानों के आगे तोड़फोड़ कर होर्डिग्स व बोर्ड जैसे सामान को आग के हवाले कर दिया गया। गुस्साई भीड़ ने आरोपी का पुतला भी फूंका। इस दौरान घंटेभर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम रहा। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि हत्याकांड में कुछ और लोगों का भी हाथ है, लेकिन पुलिस उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
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पर्यटन नगरी में बिखरी पहाड़ की संस्कृति

Posted: 10 Mar 2009 03:45 AM PDT

मसूरी, : होली की पूर्व संध्या पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में गढ़वाली, कुमाऊंनी, पंजाबी व हिंदी गीतों पर श्रोता खूब झूमे। मनु वंदना, जितेंद्र पंवार व किशन महीपाल के गीतों ने धूम मचाई। सोमवार को एक वेडिंग प्वाइंट में पर्वतीय बिगुल सांस्कृतिक संस्था के तत्त्‍‌वावधान में सांस्कृतिक संध्या व होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक जोत सिंह गुनसोला व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने किया। किशन महीपाल ने भगवान बदरीनाथ के जागर से सांस्कृतिक संध्या का आगाज किया। मनु वंदना ने गढ़वाल गीत रौंत्याली मेरी जन्मभूमि, जौनसारी गीत हौ बाबा जांदी ना साउरे, कुमाऊंनी गीत हाय काखड़ी, हिंदी गीत अंखिया न मार व होली गीत होलिया में उड़े रे गुलाल व पंजाबी में मुंडा तू पंजाबी सोणा, सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। किशन महीपाल ने गढ़वाली गीत ओ रे सांगली आदि सुनाए। जितेंद्र पंवार ने घाम अछेगी आदि प्रस्तुतियां दीं, जबकि रेशमा शाह ने जौनसारी गीत जबी-जबी तेरी याद आदि सुनाए। गीतों पर प्रेरणा भंडारी व मनीषा पंवार ने नृत्य पेश किया। हास्य कलाकार त्रिलोक चौहान ने की प्रस्तुतियों ने लोट-पोट कर दिया। हिंदी डांस ग्रुप बीट ब्रेकर्स व पंजाबी डांस ग्रुप गबरू शौकीन ने भी समा बांधा।
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झंडा मेले के लिए संगतों के पहंुचने का सिलसिला शुरू

Posted: 10 Mar 2009 03:44 AM PDT

देहरादून: द्रोणनगरी में ऐतिहासिक झंडा मेले के लिए संगतों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। सोमवार को पहुंची पंजाब की पैदल संगत का दरबार साहिब में स्वागत किया गया। झंडा मेले की परंपरा के अनुसार पंजाब की पैदल संगत के लिए पांच मार्च को विहलौलपुर के महंत बियंत दास के नाम का हुक्मनामा बड़ागांव ले जाया गया। एकादशी को श्री महंत जी सज्जादा नसीन दरबार साहिब पैदल संगत के स्वागत के लिए अराईयांवाला पहंुचे। आराईयंावाला में झंडारोहण हुआ। आठ मार्च मार्च को पैदल संगत श्री गुरू राम राय इंटर कालेज सहसपुर पहुंची, जहां भजन कीर्तन के बाद प्रसाद वितरण हुआ। बाद में कांवली गांव स्थित प्राइमरी स्कूल में संगत का स्वागत किया गया। सोमवार को शाम पैदल संगत दरबार साहिब पहंुची, जहां दर्शनी गेट पर उसका स्वागत किया गया। संगत ने दरबार साहिब के श्री महंत देवेंद्रदास जी महाराज से आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही दरबार साहिब में संगतों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है।
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पर्यटन नगरी में बिखरी पहाड़ की संस्कृति

Posted: 10 Mar 2009 03:43 AM PDT

मसूरी: होली की पूर्व संध्या पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में गढ़वाली, कुमाऊंनी, पंजाबी व हिंदी गीतों पर श्रोता खूब झूमे। मनु वंदना, जितेंद्र पंवार व किशन महीपाल के गीतों ने धूम मचाई। सोमवार को एक वेडिंग प्वाइंट में पर्वतीय बिगुल सांस्कृतिक संस्था के तत्त्‍‌वावधान में सांस्कृतिक संध्या व होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक जोत सिंह गुनसोला व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने किया। किशन महीपाल ने भगवान बदरीनाथ के जागर से सांस्कृतिक संध्या का आगाज किया। मनु वंदना ने गढ़वाल गीत रौंत्याली मेरी जन्मभूमि, जौनसारी गीत हौ बाबा जांदी ना साउरे, कुमाऊंनी गीत हाय काखड़ी, हिंदी गीत अंखिया न मार व होली गीत होलिया में उड़े रे गुलाल व पंजाबी में मुंडा तू पंजाबी सोणा, सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। किशन महीपाल ने गढ़वाली गीत ओ रे सांगली आदि सुनाए। जितेंद्र पंवार ने घाम अछेगी आदि प्रस्तुतियां दीं, जबकि रेशमा शाह ने जौनसारी गीत जबी-जबी तेरी याद आदि सुनाए। गीतों पर प्रेरणा भंडारी व मनीषा पंवार ने नृत्य पेश किया। हास्य कलाकार त्रिलोक चौहान ने की प्रस्तुतियों ने लोट-पोट कर दिया। हिंदी डांस ग्रुप बीट ब्रेकर्स व पंजाबी डांस ग्रुप गबरू शौकीन ने भी समा बांधा।

Monday, March 9, 2009


होली का धमाल: बैठकी व खड़ी होली की धूम, महिलाएं भी खूब थिरकीं

Posted: 07 Mar 2009 11:24 PM PST



,नैनीताल: सरोवर नगरी में चीर बंधन के साथ रविवार से बैठकी होली के साथ-साथ अब खड़ी होली की धूम भी शुरू हो गई। इसी क्रम में युगमंच के होली महोत्सव का भी आगाज हो गया है। महोत्सव में चम्पावत से आए होल्यारों ने शहर में खड़ी होली की धूम मचाई। इसके अलावा कई स्थानों पर बैठकी होली का भी आयोजन हुआ, जिनमें महिलाओं ने होली गीतों के साथ खूब नृत्य किया। खड़ी होली में होल्यारों ने फाल्गुन की फुहारों से माहौल को सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। मल्लीताल श्रीराम सेवक सभा प्रांगण में रविवार को युगमंच संस्था के तत्वावधान में चंपावत जिले के कानीकोट से गुमान सिंह के नेतृत्व में पहुंचे दो दर्जन से अधिक होल्यारों ने- होली खेलें कुंजन में जा गोरी, लपटी-झपटी चल आ गोरी..खड़ी होली प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही लूटी। इससे पूर्व होल्यारों ने नयना देवी मंदिर प्रांगण में गिरिजा सुत गणपति विघ्न हरो.. आदि होली गीतों के साथ महोत्सव का आगाज किया। नयना देवी मंदिर परिसर में आयोजित महिला होली में होली गीतों पर महिलाओं ने खूब नृत्य किया।
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तीर्थो-मंदिरों में पत्तल और दोने में ही मिलेगा प्रसाद

Posted: 07 Mar 2009 11:19 PM PST

हल्द्वानी महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए एक नयी योजना शुरू की गयी है। इसके अंतर्गत राज्य के चार धामों व अन्य तीर्थो से लेकर विभिन्न मंदिरों में प्रसाद के लिए पत्तल और दोनों का ही इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बाल विकास व महिला सशक्तिकरण विभाग ने इसका खाका तैयार कर लिया है। राज्य के चार धामों, तीर्थो समेत विभिन्न मंदिरों में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं। यहां पर पूजा के बाद प्रसाद वितरित किया जाता है, जिसे रखने के लिए प्राय: गत्ते के डिब्बे, दोने व पत्तलों का इस्तेमाल किया जाता है। नयी योजना के अनुसार अब केवल पत्तल और दोनों का ही इस्तेमाल किया जायेगा। योजना को सफल बनाने के लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना की तैयारी चल रही है पर लागू किया जायेगा आचार संहिता का बंधन खत्म होने के बाद। बाल विकास व महिला सशक्तिकरण राज्यमंत्री बीना महाराना ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि राज्य में महिला सशक्तिकरण पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। दोना व पत्तल बनाने की इस योजना का लाभ आम महिलाओं को मिलेगा
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संघर्ष स्वभाव है पर्वतीय नारी का

Posted: 07 Mar 2009 11:16 PM PST

: देश-दुनिया के लिए आठ मार्च का दिन महिलाओं के संघर्ष को याद करने का दिन है, लेकिन देवभूमि का तो अस्तित्व ही महिलाओं पर टिका है। सामाजिक सरोकारों से जुड़ा शायद ही कोई क्षेत्र होगा, जहां उत्तराखंडी महिलाओं ने प्रतिमान न स्थापित किए हों। पर्वतीय नारी के लिए संघर्ष कोई तमगे हासिल करने का जरिया नहीं है। संघर्ष तो उसके स्वभाव में है और इसी जुझारू प्रवृत्ति ने उसे दुनियाभर में अलग पहचान दी है। पहाड़ का भूगोल जितना जटिल है, अन्य परिस्थितियां भी उसी के अनुरूप जटिल रही हैं। यही वजह है कि यहां ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी लोकगीतों व पंवाड़ों में ही ज्यादा मिलती है। इतिहास में पहले-पहल जिस वीर नारी का उल्लेख मिलता है, वह है रानी कर्णावती, जिसने मुगल बादशाह औरंगजेब की सेना से लोहा लिया। वीरबाला तीलू रौतेली, मालू रौतेली आदि वीरांगनाओं का इतिहास को भी कालांतर में प्रचलित लोक गाथाओं से ही लिपिबद्ध किया गया। वर्ष 1805 से लेकर 1815 तक उत्तराखंड के अधिकांश हिस्से में गोरख्याणी का राज रहा और इसकी सर्वाधिक त्रासदी यहां महिलाओं ने ही झेली। गोरखा आक्रमण में अपनी जान देकर लोगों की जान बचाने वाली कोलिण जगदेई तो आज लोकदेवी के रूप में पूजी जाती हैं। आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली बिशनी देवी शाह को कौन भुला सकता है। यह वह महिला हैं जिन्होंने आजादी के लिए जेल जाने वाली उत्तराखंड की प्रथम महिला बनने का गौरव हासिल किया। चिपको आंदोलन की सूत्रधार रैणी गांव की गौरा देवी का नाम तो पूरी दुनिया में आदर के साथ लिया जाता है। उन्होंने स्वयं स्कूल का मुंह नहीं देखा, लेकिन दुनिया के लिए उनका पूरा जीवन ही एक किताब बन गया।साठ के दशक में गढ़वाल के शराब विरोधी आंदोलन को स्वर देने वाली टिंचरी माई स्वयं में संघर्ष की अनूठी मिसाल हैं। 19 साल की उम्र में विधवा होने पर भी वह टूटी नहीं। टिंचरी माई ने शराब की दुकानें जलाकर इसके खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंका। जेल होने पर भी उन्होंने ऐलान किया मैं यहीं रुकने वाली नहीं हूं। पहाड़ी महिला जानती है कि जल, जंगल, जमीन के बिना मनुष्य का कोई अस्तित्व नहीं है। इसीलिए वह पहाड़ी समाज के घर यानि जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में पहली पांत में रही है। नशा नहीं रोजगार दो, टिहरी के विस्थापितों के पुनर्वास का आंदोलन बगैर महिलाओं की भूमिका के शायद ही मुकाम हासिल कर पाते। उत्तराखंड आंदोलन में तमाम घरेलू कार्यो के बावजूद महिलाओं की भागीदारी अविश्र्वसनीय है। सबसे पहले शहीद होने वालों में बेलमती चौहान, हंसा धनाई की बहादुरी भला भुलाई जा सकती है। यह तो सिर्फ बानगी है। पहाड़ी महिला का संघर्ष तो कभी न खत्म होने वाली गाथा है। वह सिर्फ घर-परिवार में ही नहीं जूझती, खेतों में हल भी चलाती है। जंगलों में गुलदार, बाघ, भालू, सूअर जैसे हिंसक जीवों से संघर्ष तो मानो उसकी जीवनचर्या का हिस्सा बन गया है। फिर भी लगता है कि पर्वतीय नारी आज भी वहीं खड़ी है, जहां वह दशकों पहले थी। लड़ के लेंगे, भिड़ के लेंगे, छीन के लेंगे उत्तराखंड का नारा बुलंद करने वाली पहाड़ी महिला का असमानता मुक्त बेहतर समाज का सपना अभी भी दूर है।
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पहाड़ की बेटी

Posted: 07 Mar 2009 11:15 PM PST

देहरादून/रुद्रप्रयाग, मृगा सकलानी, टीवी शो डांसिंग क्वीन में अपने नृत्य के जलवे बिखेरती इस युवती को देख शायद ही कोई अंदाजा लगाए कि वह ऐसी जगह से आई है, जहां न तो सुविधाएं हैं और न ही माडलिंग जैसे करियर को प्रोत्साहन देने वाला कोई साथी। यह मृगा का जुनून ही था, जो उसे रुद्रप्रयाग के चोपता से मुंबई ले गया और पहुंचा दिया डांसिंग क्वीन के टॉप टू तक। भले ही मृगा शो में पहला स्थान प्राप्त न कर पाई हो, लेकिन उसने साबित कर दिया की पहाड़ की बेटी जो ठान ले, उसे पूरा करने से पीछे नहीं हटती। ढाई माह पूर्व जब कलर्स चैनल पर डांसिंग क्वीन की शुरुआत हुई थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि मृगा का सफर फाइनल तक पहुंचेगा, लेकिन मृगा ने अपनी मेहनत के बल पर खुद को साबित करके दिखा दिया। आज भले ही वह डांसिंग क्वीन का खिताब न जीत पाई हो, लेकिन उसके फ‌र्स्ट रनर अप बनने पर ही उत्तराखंडवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। रुद्रप्रयाग के एक छोटे से कस्बे चोपता में शिक्षक माता-पिता बीना और गोपालकृष्ण सकलानी के घर जन्मी मृगा बचपन से ही मायानगरी मुंबई जाने के सपने देखा करती थी। शांत मिजाज की मृगा ने छोटी उम्र से ही अपने सपने को पूरा करने की ठान ली थी। यही वजह है कि पिता के इंजीनियर बनाने की इच्छा के विपरीत उसने माडलिंग को करियर के तौर पर चुन लिया। इसके लिए उसने बीएससी की पढ़ाई भी अधूरी छोड़ दी। बेटी की ललक को देख माता-पिता ने भी उसे इजाजत दे दी और करीब चार साल पहले मृगा जा पहुंची मुंबई। मृगा की मां बीना सकलानी बताती हैं कि उसने जो मुकाम हासिल किया है उस पर वह बेहद गर्व महसूस करती हैं। आज वह पूरे देश में इस छोटे से क्षेत्र का नाम रोशन कर रही हैं। वह आगे कहती हैं कि मृगा के अंदर प्रतिभा कूट-कूट कर भरी है, जिसका नतीजा सबके सामने है। वहीं, पिता गोपालकृष्ण सकलानी भी बेटी की सफलता पर बेहद खुश हैं। हालांकि, इलाके में कलर्स चैनल का प्रसारण न होना उन्हें काफी खला। वह कहते हैं, जिले के साथ ही राज्य के अधिकांश क्षेत्र में केबल डिस्क से कलर्स टीबी का प्रसारण न होने से ही उनकी बेटी को नुकसान हुआ। प्रसारण न होने से मृगा को अपेक्षा के अनुरूप वोटिंग नहीं हो सकी। हालांकि, उनका कहना था कि बेटी ने आज जो मुकाम हासिल किया वही उनके लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।
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उत्तराखंड लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय फलक पर कामयाबी का झंडा गाड़ने से चूका

Posted: 07 Mar 2009 11:13 PM PST

पहले कपिल थापा और अब मृगा सकलानी, एक ही हफ्ते में उत्तराखंड लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय फलक पर कामयाबी का झंडा गाड़ने से चूक गए। इंडियन आइडल में कपिल थापा के बाद डांसिंग क्वीन में मृगा को भी दूसरे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा। शो के दौरान जजों और अन्य प्रतिभागियों की चहेती बनी रही मृगा की नाकामयाबी के पीछे भी कम वोटिंग ही वजह बनी। कपिल थापा, प्रियंका नेगी और मृगा सकलानी ये नाम उस युवा पीढ़ी के प्रतिनिधि के तौर पर उभरे हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड की दमदार उपस्थिति दर्ज कराने का माद्दा रखते हैं, लेकिन क्षेत्रवासियों की उदासीनता के कारण उनका सफर कामयाबी के मुकाम तक पहुंच नहीं पा रहा। इंडियन आइडल के बाद डांसिंग क्वीन में भी कुछ ऐसा ही हुआ। यहां कम वोटिंग के चलते उत्तराखंड की मृगा को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। रविवार को कलर्स चैनल के रियलिटी शो डांसिंग क्वीन का ग्रैंड फिनाले प्रसारित किया गया। करीब ढाई माह पूर्व शुरू हुए शो में जोड़ीदार सनोबर कबीर के साथ मृगा ने कड़ी मेहनत के बल पर टॉप टू में जगह बनाई। शो के जज जितेंद्र और हेमामालिनी भी मृगा के डांस जलवे के मुरीद थे, लेकिन, अंतिम क्षणों में वोटिंग ने बाजी पलट दी और प्रतिद्वंद्वी शमाएल ने डांसिंग क्वीन का खिताब कब्जा लिया।
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गबन में फंसे छह अभियंता

Posted: 07 Mar 2009 11:12 PM PST

लोहाघाट : लघु सिचाई विभाग के छह अभियंताओं के खिलाफ सरकारी धन के दुरूपयोग का मामला लोहाघाट थाने में दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीएस की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीडीओ बीएस रावत की ओर से लघु सिंचाई खंड चंपावत के वर्तमान अधिशासी अभियंता जेपी भास्कर, पूर्व सहायक अभियंता विनय कुमार, पूर्व अधिशासी अभियंता बीके तिवारी, पूर्व अवर अभियंता आरएस यादव, आरवी त्रिवेदी एवं राजेंद्र सिंह के विरुद्ध सरकारी धन का दुरूपयोग करने के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। मामला राजस्व पुलिस का होने के कारण इसे पाटी तहसील में विवेचना के लिए भेजा गया है। पाटी के तत्कालीन एसडीएम जेसी कांडपाल को डीएम ने लघु सिंचाई विभाग के कार्यो की जांच सौंपी थी।
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भाजपा नेताओं को तीन करोड़ रुपये की थैली

Posted: 07 Mar 2009 11:11 PM PST

देहरादून प्रदेश भाजपा ने आखिरकार थैली के लिए तीन करोड़ का इंतजाम कर ही लिया। रकम एकत्र करने के मामले में दायित्वधारी भाजपाई फिसड्डी साबित हुए तो काबीना मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक अव्वल रहे। भाजपा की कल रविवार को प्रस्तावित विजय संकल्प रैली में लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह भी शामिल होने वाले हैं। इन नेताओं को तीन करोड़ रुपये की थैली भेंट करने का निर्णय प्रदेश भाजपा ने लिया था। इस फैसले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम किया गया। पचास रुपये से लेकर एक हजार तक के कूपन छपवाए गए जबकि मंत्रियों के लिए पांच से दस हजार रुपए तक के कूपन छपवाए गए। बताया जा रहा है कि ये कूपन पांच करोड़ के छपवाए गए थे। माना गया था कि इसमें से अगर कुछ वापस भी आते हैं तब भी तीन करोड़ तो जुटा ही लिए जाएंगे। कार्यकर्ताओं ने इन कूपनों को बेचने के साथ ही लोगों से भाजपा के पक्ष में मतदान का आश्वासन भी लिया। सूत्रों ने बताया कि भाजपा को अपने लक्ष्य में सफलता भी मिली है। जिलों से मिली सूचना के आधार पर प्रदेश भाजपा को भरोसा है कि एकत्र राशि तीन करोड़ से भी ज्यादा हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि जिलों के लिहाज से बात करें तो देहरादून जनपद इस मामले में सबसे आगे रहा है। इसके बाद नंबर हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर का है। संगठन की इकाई के लिहाज से देहरादून महानगर ने सबसे ज्यादा राशि एकत्र की है। विधायकों ने भी इसमें योगदान किया पर उनके बारे में ब्योरा मिल नहीं सका। चंदा जुटाने के इस मामले में दायित्वधारी भाजपाई फिसड्डी साबित हुए हैं। यहां बता दें कि प्रदेश भाजपा के तीन करोड़ की थैली के फैसले पर इन दायित्वधारियों ने शुरुआती दौर में ही अपना दुखड़ा सुनाया था। राशि जुटाने में मंत्रियों ने भी योगदान किया है पर डा. निशंक सबसे आगे रहे हैं। इसके बाद नंबर आबकारी, शिक्षा और गन्ना व चीनी जैसे बड़े विभाग संभालने वाले मदन कौशिक का रहा। कृषि और लघु सिंचाई मंत्री त्रिवेंद्र रावत भी इस मामले में आगे रहे हैं।

Sunday, March 8, 2009

बयां की आंदोलनकारियों की पीड़ा

Posted: 07 Mar 2009 12:33 AM PST

मसूरी, सीबीआई के मुकदमे झेल चुके राज्य आंदोलनकारियोंकी पीड़ा को व्यक्त करते हुए युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष रविंद्र जुगरान ने इस मसले पर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद भी इन आंदोलनकारियों का चिह्नीकरण और सम्मान न किया जाना बड़ी भूल रही। अब भाजपा सरकार ने इन्हें आर्थिक सहायता दी है। इन्हें अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी। राज्य आंदोलन के दौरान सीबीआई के मुकदमों में निरुद्ध आंदोलनकारियों की ओर से लाइब्रेरी स्थित एक होटल में आयोजित श्री जुगरान के अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों को हरसंभव सहायता व सम्मान दिया जाएगा। श्री जुगरान ने कहा कि सीबीआई मुकदमे झेलने वाले आंदोलनकारियों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। दस वर्ष तक इन्होंने मुकदमे झेले। पूर्ववर्ती सरकारों ने इनकी पीड़ा नहीं समझी। भाजपा सरकार इन आंदोलनकारियों को आर्थिक सहायता दे रही है। इन्हें क्षतिजि आरक्षण व अन्य सुविधा दिए जाने पर भी गंभीरता से प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मसूरी गोलीकांड के बाद राज्य की लड़ाई तेज हुई है। यहां के हर आंदोलनकारी को सम्मान के दायरे में आना चाहिए। उन्होंने राज्य आंदोलन के दौरान के पत्रकारों को आंदोलनकारियों की श्रेणी में शामिल करने व उन्हें सम्मान देने पर जोर दिया। महिला आंदोलनकारी सुभाषिनी बत्र्वाल ने कहा कि मसूरी का राज्य आंदोलन में अभूतपूर्व योगदान रहा। यहां के छह लोगों ने प्राणों की आहुति दी। 1994 के आंदोलन में तत्कालीन समय में पत्रकारिता कर रहे सभी पत्रकारों का राज्य आंदोलनकारियों की श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में राजीव तलवार, सीबीआई के मुकदमे झेलने वाले स्व. कलम सिंह रावत के परिजन, डा. हरिमोहन गोयल, देवेंद्र मित्तल, हुकुम सिंह रावत, राजेंद्र सिंह पंवार, प्रताप सिंह कैंतुरा, शूरवीर सिंह गुनसोला के अलावा भाजपा नेता व आंदोलनकारी राधेश्याम तायल आदि शामिल थे।
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राज्य के 17 संस्कृत महाविद्यालयों को मिलेगा अनुदान

Posted: 07 Mar 2009 12:30 AM PST

, हल्द्वानी: राज्य सरकार संस्कृत भाषा के लिये सजग है। प्रतिमाह नये आदेश हो रहे हैं। दो मार्च को ही 17 वित्त रहित संस्कृत विद्यालयों को अनुदानित विद्यालयों की तरह अनुदान दिये जाने की संस्तुति कर दी गयी है। यह जानकारी शुक्रवार को संस्कृत विभाग के संयुक्त निदेशक डा. वाचस्पति मैठाणी ने दी। भैरव चौक स्थित श्री काल भैरव आश्रम में आयोजित बैठक के दौरान पत्रकार वार्ता में डा. मैठाणी ने बताया कि संस्कृत के लिये पिछले कई वर्षो में जो कार्य नहीं हुआ, अब दो वर्षो में हो गया है। दो नवंबर 2007 को संस्कृत शिक्षा विभाग का गठन हो गया। इसमें पद सृजित कर दिये गये हैं। उत्तराखंड के अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों के कार्मिकों को सरकारी व अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के कार्मिकों के समान वेतनमान व अन्य लाभ दिये जाने की स्वीकृति भी प्रदान की है। डा. मैठाणी ने बताया कि संस्कृत शिक्षा को लोकप्रिय बनाने के लिये गढ़वाल मंडल के चमोली जनपद के ग्राम किमोठा और कुमाऊं के बागेश्र्वर जनपद के भंतोला ग्राम को संस्कृत ग्राम घोषित किया है। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के कार्याें को सुचारु रुप से संचालित करने के लिये कार्यकारिणी समिति गठित की है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के कार्मिकों के समान वेतनमान व अन्य लाभ दिया सराहनीय कदम है।
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गीतों से दर्शकों को लुभाया

Posted: 07 Mar 2009 12:30 AM PST

हल्द्वानी: राजकीय महिला महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। छात्राओं ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत करते हुये दर्शकों को खूब मनोरंजन किया। साथ ही नाटक के जरिये मेहनत से ही फल प्राप्त होने का संदेश दिया। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुमाऊं विश्र्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आरसी पंत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि छात्रायें सभी क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं। लक्ष्य हासिल करने के लिये मेहनत व लगन की आवश्यकता होती है। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. एमसी पाण्डे ने छात्राओं के रंगारंग कार्यक्रम की सराहना की। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय में शैक्षणिक, खेलकूद व अन्य क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाशाली छात्राओं को पुरस्कृत किया। छात्रा अनीता भट्ट को चैंपियन घोषित किया गया और उसे ट्राफी दी गयी। सरस्वती वंदना स्वर मंजरी वीणा वादिनी मां शारदे शत् शत् नमन.. की प्रस्तुति के बाद स्वागत गान प्रस्तुत किया। योगासनों का अभ्यास करते हुये गीत मां तुझे सलाम पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया। लघु नाटिका सफलता की कुंजी के जरिये छात्राओं ने मेहनत के बाद भी फल प्राप्त होने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन डा. संगीता गुप्ता ने किया। प्राचार्य प्रो. नीरजा जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर डा. आरसी जोशी, ड. एचसी तिवारी, डा. जेसी जोशी, डा. मीरा भट्ट, डा. बीके पाण्डे, डा. अपराजिता, डा. ऋतु मित्तल, डा. मंजु देवराड़ी, अंकिता देवी पाण्डे, डा. बृजमोहन परगाई आदि उपस्थित थे।
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अब रंग दिखाएगा लोक संपत्ति विरूपण एक्ट

Posted: 07 Mar 2009 12:28 AM PST

देहरादून: हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रभावी उत्तराखंड लोक संपत्ति विरूपण एवं निवारण एक्ट की उपयोगिता अब साबित होगी। देखने वाली बात यह होगी कि अब किस तरह लोक एवं निजी संपत्तियों को खराब होने से बचाया जा सकेगा। लोक संपत्ति विरूपण एवं निवारण एक्ट प्रभावी होने के बाद राज्य में पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव में एक्ट की उपयोगिता का पता चल पाएगा। नैनीताल हाईकोर्ट ने सतेंद्र कुमार बनाम सरकार नामक एक जनहित याचिका पर निर्णय देते हुए सरकार को इस संबंध में कानून बनाने के निर्देश दिए थे। सूबे में प्रभावी एक्ट में लोक या निजी संपत्ति का विरूपण करने पर दंड का प्रावधान है। इसके लिए डीएम अथवा नगर निकाय अथवा ग्राम सभा का प्राधिकारी लोक संपत्ति को विरूपित करने वाले को नोटिस देगा। संबंधित व्यक्ति को एक सप्ताह में संपत्ति को यथास्थिति में लाना होगा। ऐसा करने में विफल रहने पर डीएम अथवा संबंधित प्राधिकारी द्वारा नियत की गई धनराशि दंड के रूप में जमा करनी होगी। ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी। अभी तक लोक संपत्ति को खराब करने संबंधी तमाम मामले सामने आते रहे हैं पर समुचित प्रावधान न होने से प्रशासन कार्यवाही से कतराता रहा है। अब दंडित करने और जुर्माना वसूलने की व्यवस्था स्पष्ट तौर पर की गई है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या चुनाव में लोक संपत्ति को विरूपित करने वाले राजनीतिक दलों का क्या रुख रहता है।
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क्रिस्टल कं. की वसूली से बकायेदारों में हड़कंप

Posted: 07 Mar 2009 12:28 AM PST

, नैनीताल: दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा क्रिस्टल क्रेडिट कारपोरेशन लि. के बाइंड अप के लिए नियुक्त परिसमापक दिनेश चंद ने कंपनी से लिए गए ऋणों की वसूली कार्यवाही शुरू कर दी है। परिसमापक द्वारा कंपनी से लिये गए ऋणों की वसूली की कार्रवाई प्रारंभ करते हुए तमाम बकायेदारों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इस कार्रवाई से बकायेदारों में हड़कंप मचा है। दिल्ली हाईकोर्ट में कंपनी द्वारा बाइंड अप की सूचना देने के बाद अदालत ने अधिवक्ता दिनेश चंद को परिसमापक नियुक्त कर दिया। परिसमापक द्वारा कंपनी के बकायेदारों से ऋण वसूली की कार्यवाही करते हुए अब उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। बकायेदारों को नोटिस प्राप्ति के 15 दिन के भीतर ब्याज समेत ऋण जमा करने को कहा गया है। बताया जाता है कि वसूली कार्यवाही पूरी होने के बाद जमाकर्ताओं का धन लौटाने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। जमाकर्ताओं को कंपनी की पास बुक की मूल प्रति, एफडी की प्रमाणित प्रतिलिपि के साथ शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। इस बीच विधि विशेषज्ञों के अनुसार वसूली की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस धनराशि तथा कंपनी की संपत्ति की नीलामी से प्राप्त धनराशि जमाकर्ताओं को लौटाई जाएगी। हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त परिसमापक (लिक्विडेटर) द्वारा कुमाऊं के सभी जिलों के बकायेदारों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। नैनीताल व भवाली क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक बकायेदारों को नोटिस मिल चुके हैं। इस कारण उनमें हड़कंप मचा है। कोर्ट के निर्देशानुसार हो रही वसूली से उस दौर में बैंकिंग क्षेत्र में उतरी अपेस, इंपीरियल फारेस्ट्री समेत अन्य चिट फंड कंपनियों के जमाकर्ताओं में भी उम्मीद की नई किरण जगने लगी है। यहां बता दें रिजर्व बैंक के कड़े मानकों के कारण उस दौर में बैंकिंग क्षेत्र में उतरी कई कंपनियां अचानक भाग खड़ी हुई। जिस कारण जमाकर्ताओं की एफडी लैप्स हो गई, वहीं ऋण लेने वालों ने खूब चांदी काटी।
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राजभवन में नौकरी के नाम पर लाखों ठगे

Posted: 07 Mar 2009 12:26 AM PST

देहरादून, राजभवन में नौकरी दिलाने के नाम पर ग्यारह लाख रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आने से पुलिस अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। बताया जा रहा है कि आरोपी ने खुद को पूर्व राज्यपाल का रिश्तेदार बताकर दो सगे भाईयों से ठगी की है। मामले में संज्ञान लेते हुए एसएसपी अमित सिन्हा ने क्षेत्राधिकारी कोतवाली को जांच सौंपी है। राजभवन का नाम इस्तेमाल होने के चलते एसएसपी ने हर पहलू को ध्यान में रख गोपनीय जांच करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को ग्राम हरजोलीजट थाना मंगलौर जिला हरिद्वार निवासी राजबीर सिंह, एसएसपी अमित कुमार सिन्हा के कार्यालय पहुंचा और ग्यारह लाख रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई। राजबीर ने एसएसपी सिन्हा को बताया कि उसने मसूरी में एक होटल किराए पर ले रखा है। इस होटल में संजय अग्रवाल नाम का एक व्यक्ति अकसर आता-जाता था। उसके मुताबिक वह खुद को एक पूर्व राज्यपाल का करीबी रिश्तेदार बताता था। इस वजह से दोनों में दोस्ती हो गई। राजबीर के मुताबिक संजय गोविंदगढ़, देहरादून में किराये के मकान में रहता था। वह कई बार संजय के मकान में गया तो वहां उसने कुछ फोटो भी दिखाए। आरोप है कि एक वर्ष पूर्व संजय ने राजबीर को उसके दोनों बेटों को राजभवन में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने का लालच दिया। इसकी एवज में उसने बारह लाख रुपये की डिमांड की। राजबीर ने एसएसपी को बताया कि उसने गांव की जमीन बेचकर 11 लाख रुपये का बंदोबस्त किया और बेटों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों समेत संजय को सौंप दिए। आरोप है कि कई माह तक संजय टाल-मटोल करता रहा। जब उसने पैसे वापस मांगे तो संजय ने जान से मारने की धमकी दी। आरोपी द्वारा ठगी के लिए राजभवन का नाम इस्तेमाल किए जाने को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने इस प्रकरण की जांच सीओ जीसी टम्टा सौंपी है। चार बार ले गया राजभवन राजबीर ने पुलिस को बताया कि संजय उसे चार बार राजभवन लेकर गया। वहां एक उच्च अफसर से चाय पर मुलाकात कराई।
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विश्व को जोड़ेगी वसुधैव कुटुंबकम् की भावना

Posted: 07 Mar 2009 12:26 AM PST

ऋषिकेश, : उत्तराखंड के राज्यपाल बीएल जोशी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् की भावना ही विश्व को एक सूत्र में पिरो सकती है। परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के समापन दिवस की संध्या पर राज्यपाल श्री जोशी ने अपनी धर्मपत्नी के साथ गंगा आरती में शामिल होते हुए योग साधकों का मार्गदर्शन किया। राज्यपाल ने कहा कि भारत ने समूचे विश्व को वसुधैव कुटुंबकम् की भावना दी है। आगे भी यह भावना बनी रहे, इसके लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने योग और अध्यात्म के जरिये विश्व का मार्गदर्शन किया है। विभिन्न देशों से आए योग साधकों को अराजकता की समाप्ति व शांति का संदेश लेकर यहां से जाना चाहिए। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति सबको अपनापन देती है। यहां भाषा, बोली में भिन्नता होने के बावजूद समाज एकता का संदेश देता आया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति हमें गंगा से मिली है। आज विश्व के लोग शांति के लिए भटक रहे हैं, जबकि शांति स्वयं मनुष्य के अंदर विद्यमान है। जरूरत है एकाग्र मन से उसे अपने भीतर तलाश करने की। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि गंगा ने विश्व को मानवता का संदेश दिया है। सांस्कृतिक परंपरा का विकास गंगा से हुआ है। गंगा सबको जीने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि विद्यालयी शिक्षा में प्राथमिक वर्ग में योग विषय पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहिए।
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बाजपुर में पथराव, लाठीचार्ज

Posted: 07 Mar 2009 12:25 AM PST

बाजपुर: दोराहा-बाजपुर में शुक्रवार को कार व मोबाइक की भिडं़त के बाद बवाल खड़ा हो गया। एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दुकान में तोड़फोड़ कर दी। इससे गुस्साये दर्जनों लोग पुलिस चौकी पहंुचे तो दोनों पक्षों में वहीं मारपीट शुरू हो गई, जिसमें एक कांग्रेसी नेता के कपड़े फट गये। उनके समर्थकों ने खटीमा-पानीपत राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। इस दौरान हवा में फायरिंग और पुलिस पर पथराव भी किया गया। इससे वहां अफरातफरी मच गयी। लोग दुकानें बंद कर भाग निकले। शुक्रवार को पूर्वाह्न ताली फार्म निवासी सुखदेव सिंह नामधारी का पुत्र छिन्दा नामधारी काशीपुर की ओर से कार से आ रहा था। लगभग 11 बजे बाजपुर की ओर से जा रहे ग्राम नन्हे का मझरा ,स्वार, रामपुर (उप्र) निवासी भूरा पुत्र साबिर की मोबाइक से छिन्दा की कार भिड़ गई। हालांकि भिडं़त मामूली थी, लेकिन इसको लेकर दोनों पक्षों में बहस होने लगी। इसी बीच घटनास्थल पर मौजूद कनौरा निवासी इरफान ने कार सवार की गलती बता दी। इस पर मामला तूल पकड़ गया और देखते-देखते मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गयी। इरफान ने दोराहा स्थित एवरेस्ट स्पेयर पा‌र्ट्स के स्वामी ग्राम शिकारपुर स्वार रामपुर निवासी नाजिर हाफिज को भी सूचना दे दी। उसने मौके पर पहंुचते ही कार चालक के साथ मारपीट शुरू कर दी। खबर पाकर कार सवार के परिजन भी दोराहा पहंुच गये और दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई।
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रामनगर पालिकाध्यक्ष को हाईकोर्ट से राहत

Posted: 07 Mar 2009 12:25 AM PST

, नैनीताल: रामनगर नगरपालिका अध्यक्ष पद से बर्खास्त किए गए मो. अकरम को हाईकोर्ट से राहत मिल गयी है। हाईकोर्ट ने उन्हें बर्खास्त करने के शासन के आदेश पर शुक्रवार को रोक लगा दी। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने राज्य सरकार को 48 घंटे में श्री अकरम को पालिकाध्यक्ष का कार्यभार सौंपने के निर्देश दिए हैं। हाल ही में बर्खास्त किए गए अकरम ने अपनी बर्खास्तगी की कार्रवाई को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। याचिका में कहा गया कि वर्ष 08 में हुए निकाय चुनाव में वह रामनगर पालिका के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। इस चुनाव में भगीरथ लाल चौधरी भी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थे। चुनाव के पश्चात श्री चौधरी द्वारा याचिकाकर्ता पर नामांकन पत्र के साथ संलग्न शपथ पत्र में नजूल भूमि पर कब्जे सम्बन्धी तथ्य छिपाने की शिकायत प्रदेश के मुख्य चुनाव आयुक्त से की गई थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसकी जांच के निर्देश नैनीताल के तत्कालीन जिलाधिकारी को दिया था। जिलाधिकारी ने इस मामले में एसडीएम रामनगर को जांच अधिकारी नियुक्त किया। एसडीएम की जांच रिपोर्ट में अकरम के खिलाफ शिकायत को सही पाया गया था, जिस पर शहरी विकास सचिव द्वारा 18 दिसंबर 08 को अकरम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसके पश्चात राज्य सरकार ने 2 मार्च 09 को याचिका कर्ता को पालिकाध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया।
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