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26 जुलाई भारतीय इतिहास का वो दिन जिसे सम्पूर्ण देश में कारगिल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने कारगिल दिवस (शौर्य दिवस) पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के त्याग और बलिदान के लिए देश उन्हें हमेशा याद रखेगा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने भी कारगिल शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
26 जुलाई भारतीय इतिहास का वो दिन जिसे सम्पूर्ण देश में कारगिल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने कारगिल दिवस (शौर्य दिवस) पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के त्याग और बलिदान के लिए देश उन्हें हमेशा याद रखेगा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने भी कारगिल शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री डा. निशंक ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के जवानों ने दिखा दिया कि वे देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने जीवन का खुशी-खुशी बलिदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस युद्ध के दौरान केंद्र की तत्कालीन एनडीए सरकार ने शहीदों के पार्थिव शरीर उनके गांव-शहरों तक पहुंचाकर उन्हें पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने का ऐतिहासिक कदम उठाया था। कारगिल दिवस पर मंगलवार को राजधानी देहरादून में राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में कारगिल वीर नारियों एवं वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को सम्मानित किया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तरुण विजय ने कहा कि शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही हमें उनके माता-पिता को भी सम्मानित करना चाहिए क्योंकि उन्होंने अपने बेटे-बेटी को फौज के माध्यम से मातृभूमि की रक्षा के लिए दिया। उन्होंने कहा कि पार्किंग में फौजी माता-पिता के वाहनों से पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए और रेलवे में भी उन्हें 25 प्रतिशत की छूट दी जानी चाहिए।
साथ ही उन्होंने मांग की कि सभी आईएएस व आईपीएस अफसरों समेत प्रशासनिक अधिकारियों को भी निर्देश दिए जाएं कि वे फौजी माता-पिता के साथ वही शिष्टाचार दिखाएं, जो विधायकों व सांसदों के मामले में दिखाया जाता है।
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