सावन के पवित्र माह में हरिद्वार से कांवड़ ले जाने के लिए हजारो लाखो की संख्या में श्रद्धालु यहाँ आते हैं।
लेकिन इन लोगो में शिव भगतो के अलावा एक बड़ी संख्या नशेड़ियो की होती है, जो मार्ग में उत्पात मचाते हुए लोगो को परेशान करते हैं, और कुछ तो सडको पर नशा करके पड़े रहते हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राजाजी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन व पुलिस भंगेड़ी कांवड़ियों पर अंकुश लगाने में असफल रहा है।
पार्क की गौहरी रेंज और सिविल पुलिस के इलाके में कांवड़िए भांग के पेड़ों में खुलेआम भांग मल रहे हैं, वहीं चिलम भी भरी जा रही है, मगर अधिकारी हैं कि देख कर मुंह फेर रहे हैं। वीरभद्र महादेव मंदिर में प्रतिवर्ष शिवरात्रि में मेला लगता है, जिसमें प्रसाद के रूप में भांग घोटा खुलेआम बिकता है। विक्रेता भांग के बीज इलाके में छोड़ देते हैं।
कई वर्ष पूर्व यह काम शुरू हुआ था। अब तो इस पूरे इलाके ने भांग की खेती का रूप धर लिया है। विशेष रूप से पशुलोक व उसके आसपास का इलाका, बैराज और गौहरी रेंज का अधिसंख्य इलाका भांग की पैदाइश के लिए जाना जाता है। आरोप तो यह भी है कि पार्क क्षेत्र में चरस तस्कर मिलीभगत के चलते पार्क क्षेत्र के भीतर अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। पूरे कांवड़ क्षेत्र में जहां-जहां भांग के पेड़ हैं वहां नशेड़ी कांवड़ियों को भांग मलते देखा जा सकता है। उप जिलाधिकारी कोटद्वार जीसी गुणवंत का कहना है कि बीते वर्ष की भांति इस वर्ष भी पार्क की गौहरी रेंज के अधिकारियों को भांग के पौधों की कटाई के निर्देश मंडलायुक्त ने स्वयं दिए थे। जिलाधिकारी ने भी इस बाबत आदेश जारी किए आदेश का अनुपालन नहीं हुआ है तो दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी। उधर, मिली जानकारी के मुताबिक गौहरी रेंज के पास भांग के पेड़ काटने की दो मशीनें हैं, जो खराब पड़ी है। कर्मचारी आफ द रिकार्ड यह जरूर कहते हैं कि भांग कटाई के लिए बजट नहीं आया है, मगर हमने स्वयं मैनेज करके पौधों को कटवाया है।
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati