उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो भारी बरसात इलाके के लोगो के लिए आफत बनी हुई है। भीमताल जनपद के पहाड़ी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अलचौना गांव में मूसलाधार वर्षा से किसानों की उपज बर्बाद हो गई। कई नाली खेत मलबे से पट गए हैं और कुछ इलाकों में भूस्खलन का खतरा सताने लगा है। इधर दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला मेहरागांव-घोड़ाखाल मुख्य मार्ग भी बारिश के वेग में बह गया है। इसके अलावा नगर क्षेत्र में उफान पर आए खुटानी नाले ने लोगों की फिर नींद उड़ा दी है।
विकासखंड के सुदूर गांव अलचौना में हो रही जबर्दस्त वर्षा से खेती को व्यापक नुकसान हुआ है। इस प्राकर्तिक आपदा में क्षति का सामना कर चुके किसानों ने इस वर्ष टमाटर, गोभी, बीन व मिर्च की अच्छी खेती तैयार की थी। मगर बारिश में सब तबाह हो गई।
जहां उपज थोड़ी बहुत बची भी तो नमी के कारण गलन से मंडी में उचित दाम नहीं मिल रहा है, उन्होंने प्रशासन से मुआवजे पर जोर दिया है। मेहरागांव से घोड़ाखाल जाने वाला एकमात्र पैदल मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। इससे ग्रामीणों का क्षेत्र से पैदल संपर्क कट गया है।
विकासखंड के सुदूर गांव अलचौना में हो रही जबर्दस्त वर्षा से खेती को व्यापक नुकसान हुआ है। इस प्राकर्तिक आपदा में क्षति का सामना कर चुके किसानों ने इस वर्ष टमाटर, गोभी, बीन व मिर्च की अच्छी खेती तैयार की थी। मगर बारिश में सब तबाह हो गई।
जहां उपज थोड़ी बहुत बची भी तो नमी के कारण गलन से मंडी में उचित दाम नहीं मिल रहा है, उन्होंने प्रशासन से मुआवजे पर जोर दिया है। मेहरागांव से घोड़ाखाल जाने वाला एकमात्र पैदल मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। इससे ग्रामीणों का क्षेत्र से पैदल संपर्क कट गया है।
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati