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कोटद्वार : लंबे इंतजार के बाद लोक निर्माण विभाग ने ऐता-उमरैला-चरेख मोटर मार्ग पर पिछले चार वर्षो से अधर में लटके पुल का निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया। पुल निर्माण होने के साथ ही ऐता-उमरेला-चरेख मोटर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
बताते चलें कि 'दैनिक जागरण' ने अपने 25 फरवरी के अंक में '..तो यह है विकास की गति' शीर्षक से प्रकाशित समाचार में ऐता-उमरेला-चरेख मोटर मार्ग पर पिछले छह वर्षो से अधर में लटके पुल का जिक्र किया था। बताते चलें कि वर्ष 2005 में शासन ने ऐता-उमरैला-चरेखमोटर मार्ग को स्वीकृति प्रदान कर दी। विभागीय लचरता के चलते स्वीकृति के अगले दो वर्षो तक अधिकारियों ने मार्ग की सुध नहीं ली। जनता के विरोध के उपरांत वर्ष 2007 में सड़क कटान का कार्य शुरू हुआ। साथ ही खोह नदी पर पुल निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। शासन ने पुल निर्माण को करीब सवा सौ करोड़ की धनराशि स्वीकृत की, जो बाद में बढ़कर पौने दो करोड़ तक पहुंच गई, लेकिन पुल निर्माण फिर भी अधर में रहा।
'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशित होने के बाद लोक निर्माण विभाग हरकत में आया व पुल निर्माण कार्य शुरू हो गया। अब पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है , साथ ही पुल के दोनों ओर एप्रोच रोड बनाने का कार्य भी अंतिम चरण में है। एप्रोच रोड बनने के साथ ही पिछले छह वर्षो से सड़क की बाट जोह रहे ग्रामीणों को राहत मिल जाएगी।
बताते चलें कि 'दैनिक जागरण' ने अपने 25 फरवरी के अंक में '..तो यह है विकास की गति' शीर्षक से प्रकाशित समाचार में ऐता-उमरेला-चरेख मोटर मार्ग पर पिछले छह वर्षो से अधर में लटके पुल का जिक्र किया था। बताते चलें कि वर्ष 2005 में शासन ने ऐता-उमरैला-चरेखमोटर मार्ग को स्वीकृति प्रदान कर दी। विभागीय लचरता के चलते स्वीकृति के अगले दो वर्षो तक अधिकारियों ने मार्ग की सुध नहीं ली। जनता के विरोध के उपरांत वर्ष 2007 में सड़क कटान का कार्य शुरू हुआ। साथ ही खोह नदी पर पुल निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। शासन ने पुल निर्माण को करीब सवा सौ करोड़ की धनराशि स्वीकृत की, जो बाद में बढ़कर पौने दो करोड़ तक पहुंच गई, लेकिन पुल निर्माण फिर भी अधर में रहा।
'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशित होने के बाद लोक निर्माण विभाग हरकत में आया व पुल निर्माण कार्य शुरू हो गया। अब पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है , साथ ही पुल के दोनों ओर एप्रोच रोड बनाने का कार्य भी अंतिम चरण में है। एप्रोच रोड बनने के साथ ही पिछले छह वर्षो से सड़क की बाट जोह रहे ग्रामीणों को राहत मिल जाएगी।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
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