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उत्तरकाशी: केदारगंगा में ग्लेशियर टूटने से बढ़े जल प्रवाह से बड़ी तादाद में भूकटाव के साथ देवदार के हरे पेड़ बह गये। वहीं, सूर्यकुंड के निकट सुरक्षा दीवार को भी नुकसान पहुंचा है।
गंगोत्री धाम के निकट गंगा भागीरथी की सहायक नदी केदार गंगा पर रविवार को सुबह साढ़े दस बजे ग्लेशियर टूट कर गिरने से जल प्रवाह बढ़ गया। इसके चलते भारी तादाद में भूकटाव होने से देवदार के कई पेड़ धराशायी हो गये। तेज प्रवाह के कारण भागीरथी का जलस्तर भी बढ़ गया और गंगोत्री धाम में सूर्यकुंड के निकट बन रही सुरक्षा दीवार को भी नुकसान पहुंचा। लेकिन कुछ ही देर में प्रवाह थम गया, जिससे स्थिति सामान्य हो गई। गंगोत्री सहित अन्य तटवर्ती बस्तियों में गंगा भागीरथी में बह रहे पेड़ और मटमैले पानी से लोग असमंजस में रहे। ग्लेशियर टूटने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने लोगों को गंगा भागीरथी के तट पर जाने से रोकने के लिये घोषणा भी करावाई। वहीं पूरे क्षेत्र में आपदा प्रबंधन तंत्र की सतर्ककता बढ़ा दी गई।
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