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उत्तराखंड में लगातार हो रही वर्षा से गंगा के जलस्तर में वृद्धि होनी शुरू हो गई है, जिससे गंगा उफान पर आ गई है। गुरुवार को ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा के पार पहुंच गई। प्रशासन ने गंगा तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।
बुधवार रात ग्यारह बजे से अगले दिन सुबह आठ बजे तक गढ़वाल के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन आठ घंटों में कर्णप्रयाग में सर्वाधिक 136.8, उत्तरकाशी में 128.6, रुद्रप्रयाग में 96.2, टिहरी में 41.4, जोशीमठ में 40.2, श्रीनगर में 32.4 व मरोड़ा में 34.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। ऋषिकेश में भी 50 मिमी वर्षा दर्ज की गई। नतीजा यह हुआ कि सुबह आठ बजे से ही गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा जो दोपहर में बढ़कर चेतावनी रेखा 339.50 को भी पार कर गया। हालांकि, इसके बाद जलस्तर में कमी आनी शुरू हो गई थी। देवप्रयाग में भी गंगा चेतावनी रेखा को पार कर गई थी। यहां भागीरथी का जलस्तर 462.04 और अलकनंदा का जलस्तर 459.60 तक पहुंच गया। गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि से कई तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गंगा के चेतावनी रेखा पार करते ही स्थानीय प्रशासन ने गंगा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया।
उत्तराखंड में लगातार हो रही वर्षा से गंगा के जलस्तर में वृद्धि होनी शुरू हो गई है, जिससे गंगा उफान पर आ गई है। गुरुवार को ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा के पार पहुंच गई। प्रशासन ने गंगा तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।
बुधवार रात ग्यारह बजे से अगले दिन सुबह आठ बजे तक गढ़वाल के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन आठ घंटों में कर्णप्रयाग में सर्वाधिक 136.8, उत्तरकाशी में 128.6, रुद्रप्रयाग में 96.2, टिहरी में 41.4, जोशीमठ में 40.2, श्रीनगर में 32.4 व मरोड़ा में 34.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। ऋषिकेश में भी 50 मिमी वर्षा दर्ज की गई। नतीजा यह हुआ कि सुबह आठ बजे से ही गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा जो दोपहर में बढ़कर चेतावनी रेखा 339.50 को भी पार कर गया। हालांकि, इसके बाद जलस्तर में कमी आनी शुरू हो गई थी। देवप्रयाग में भी गंगा चेतावनी रेखा को पार कर गई थी। यहां भागीरथी का जलस्तर 462.04 और अलकनंदा का जलस्तर 459.60 तक पहुंच गया। गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि से कई तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गंगा के चेतावनी रेखा पार करते ही स्थानीय प्रशासन ने गंगा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया।
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