देहरादून: प्रकृति प्रेमी रामबाबू 'जंगली' को अभी तक उपचार के लिए किसी भी स्तर से मदद नहीं मिल पाई है। इस बीच डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रों और अभाविप कार्यकर्ताओं ने वन व वन्य जीवों के संरक्षण में रामबाबू के अहम योगदान को देखते हुए प्रमुख मुख्य वन संरक्षक से भेंटकर उनकी सहायता का आग्रह किया, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया। इसे देखते हुए छात्रसंघ व अभाविप कार्यकर्ताओं ने खुद इस दिशा में पहल का निश्चय किया है।
छात्रसंघ अध्यक्ष अंशुल की अगुआई में छात्र नेता गुरुवार को पीसीसीएफ डॉ.आरबीएस रावत से मिले। उन्होंने दून अस्पताल में भर्ती रामबाबू जंगली की सहायता का आग्रह किया, लेकिन पीसीसीएफ का कहना था कि विभाग के पास ऐसा कोई बजट ही नहीं है। फिर व्यक्तिगत रूप से ही रामबाबू की मदद हो सकती है। अलबत्ता, समाज कल्याण विभाग के माध्यम से रामबाबू की मदद को वह अपनी संस्तुति भेज रहे हैं।
छात्रसंघ अध्यक्ष के अनुसार पीसीसीएफ के इस रुख को देखते हुए छात्र नेता वापस लौट आए। उन्होंने बताया कि अब छात्रसंघ और अभाविप कार्यकर्ता मिलकर रामबाबू की मदद को प्रयास करेंगे। पीसीसीएफ से मिलने गए छात्र नेताओं में अंशुल के अलावा राहुल रावत, नीरज पाली, सुरेंद्र बिष्ट, सिद्धार्थ राणा, जीत डबराल, शंकर रावत आदि मुख्य थे।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati