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श्रीनगर : भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित इंस्पायर कार्यशाला में दूसरे दिन विशेषज्ञों ने विज्ञान के अविष्कारों और सिद्धांतों को प्रैक्टिकल रूप में छात्र-छात्राओं को समझाया। विशेषज्ञों ने कहा कि विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों के कारण ही आज हमारा जीवन इतना आसान हो गया है।
गढ़वाल विवि के चौरास परिसर में चल रही पांच दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन अहमदाबाद के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक धनंजय रावल ने छात्र-छात्राओं को विभिन्न जानकारियां प्रदान की। उन्होंने विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों को प्रमाणित कर दिखाया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से पृष्ठ तनाव, आपेक्षिक घनत्व, रिसोनेंस बॉक्स, बरनौली थ्योरम के प्रयोग प्रैक्टिकल रुप में छात्र-छात्राओं को समझाए। उन्होंने कहा कि हमारे आस-पास की प्रत्येक वस्तु विज्ञान के किसी ना किसी नियम का पालन करती है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों के कारण ही आज हमारा जीवन इतना आसान हो पाया है।
द्वितीय सत्र में कार्यशाला के समन्वयक प्रो. यशपाल सुंदरियाल ने कहा कि विज्ञान के नियमों और सिद्धांतों को प्रैक्टिकल के माध्यम से बेहतर समझा जा सकता है। इसलिए डीएसटी ने लेक्चर के साथ ही डेमोस्ट्रेशन को भी इंस्पायर कार्यक्रम में शामिल किया है। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. एसपी सती, नरेश राणा, सुनील नेगी, अभिनंदन बड़ोनी, पिंकी बिष्ट, दीप्ति शर्मा आदि ने सहयोग दिया।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
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