प्रदेश में हिमपात वाले गांवों वालो के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं की अब जल्द ही उन्हें बिजली आधी दरो पर मिलेगी।
अगर विद्युत विभाग की पहल रंग लायी तो जल्द ही चमोली जिले के बर्फीले क्षेत्रों में विद्युत दरों पर आधे की छूट मिलेगी। विद्युत विभाग ने जिला प्रशासन से हिमपात वाले गांवों की सूची मांगी है, लेकिन प्रशासन निर्वाचन कार्यालय की सूची को ही फिलहाल आधार मान रहा है।
चमोली जिले में कुल 56 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं, अगर हिमपात वाले गांवों का सही सर्वे हुआ, तो पांच हजार से अधिक उपभोक्ताओं को इस छूट का लाभ मिलेगा। इस दायरे में न केवल घरेलू, बल्कि कॉर्मिशियल उपभोक्ता भी हैं। ऐसे में लघु उद्योगों को तो दूरस्थ क्षेत्र में यह सुविधा किसी संजीवनी से कम साबित नहीं होंगी। हालांकि, इससे विद्युत विभाग को मोटे राजस्व की हानि उठानी पडे़गी ।
विद्युत विभाग द्वारा प्रशासन से मांगी गयी सूची में प्रशासन निर्वाचन सर्वे को ही आधार मान रहा है, अगर यही मानक लागू हुए तो जोशीमठ व कर्णप्रयाग के गांवों को छोड अन्य प्रभावितों को लाभ से वंचित होना पड़ेगा, हालांकि अब प्रशासन भी इस खामी को मानते हुए स्नो लाइन के ऊपर के गांवों का पृथक सर्वे की बात कर रहा है।
इस सूची में शामिल गांव
जोशीमठ के सुरांई ठोटा, पगरासू, सुभाई, डुमक, कलकोट, माणा, नीति, घमसाली, कैलाशपुर , झेलम, कोसा, जुम्मा, द्रोणागिरी, मलारी, भरकी, पुल्ना, उर्गम ,ल्यारी थैणा क्षेत्र के गांव। कर्णप्रयाग विकासखण्ड में बरतोली, दुआ, सकंड गांव है।
-थराली, घाट, दशोली, नारायण बगड़, गैरसैंण, पोखरी के दर्जनों गांव हिमाच्छादित हैं 'नियामक आयोग के निर्देशों पर हिमाच्छादित क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए विद्युत दर में छूट है। इसे क्रियान्वित करने के लिए डीएम से स्नोबाउण्ड एरिया के गांवों की सूची मांगी गई है। जिसके आधार पर उपभोक्ताओं को 35 से 50 प्रतिशत की बिलों में छूट दी जायेगी।
'प्रशासन के पास हिमाच्छादित गांवों की सूची है, मिनिस्ट्रीयल कर्मियों की हड़ताल खत्म के बाद यह सूची विद्युत विभाग को सौंप दी जायेगी। प्रशासन ने चुनाव को लेकर हिमप्रभावित क्षेत्रों का सर्वे भी किया है।
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