तिब्बत मंडी तकलाकोट पर होने वाला भारत चीन व्यापार 11 दिन बाद यानी 31 अक्टूबर को समाप्त हो जायेगा। भारत-चीन का यह व्यापार विश्व के सबसे ऊँचे दर्रे से होता है। तिब्बत मंडी तकलाकोट पहुंचे पांच दर्जन से अधिक व्यापारी अगले सप्ताह से स्वदेश लौटना शुरू हो जायेंगे।
जून से शुरू हुए भारत-चीन व्यापार में इस बार भी अगस्त माह से ही व्यापारिक गतिविधियां शुरू हो पायीं थी । भारत से दो सौ से अधिक व्यापारी और सहायक तिब्बत मंडी तकलाकोट पहुंचे। अभी भी व्यापारियों का आना जाना जारी है। पिछले दिनों के आंकड़ों के मुताबिक एक करोड़ के आसपास व्यापार हुआ था। जिसमें 80 प्रतिशत आयात और बीस प्रतिशत निर्यात हुआ।
अब मात्र 11 दिन का व्यापार रह गया है। माना जा रहा है कि अंतिम दिनों में व्यापार की गति काफी तेज हो जाती है। बताया जाता है कि अक्टूबर माह में पश्चिमी तिब्बत के व्यापारी तकलाकोट मंडी पहुंच जाते हैं। दूसरी तरफ भारतीय व्यापारियों के लौटने का समय कम रह जाता है। जिस कारण तकलाकोट में व्यापारिक गतिविधि तेज हो जाती है। ट्रेड कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय व्यापारियों द्वारा सर्वाधिक आयात पशुओं (तिब्बती भेड़ और बकरी), तिब्बती ऊन का किया गया। निर्यात में चाय, काफी, गुड़, तंबाकू अधिक गया है।
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