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'कौन कहता है आसमां में सूराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो' दुष्यंत की इन पंक्तियों को साबित कर दिखाया अल्मोड़ा की शैफाली अग्रवाल ने। उत्ताराखंड की सांस्कृतिक राजधानी अल्मोड़ा से निकली शैफाली ने महानगर में अपने बूते पर 'इजी फिक्स' कंपनी शुरू कर महिलाओं के लिए एक उदाहरण पेश किया है। शैफाली से प्रेरित होकर कई युवतियां अब उद्यम जगत में हाथ आजमाने को बेताब नजर आ रही हैं।
नगर के व्यवसायी राम अवतार की बेटी शैफाली पिछले दो वर्षो से दिल्ली जैसे प्रतिस्पर्धा वाले महानगर में लोगों को घर बैठे प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन व कारपेंटर मुहैया करा रही है। उसका कहना है कि दिल्ली के बाद एनसीआर फिर देश की मेट्रो सिटीज में अपने उद्यम को विस्तार देगी। इंटरनेट के जरिए शैफाली ने अपनी सेवाओं को पूरी दिल्ली में विस्तार दिया है। उसने बताया कि कुछ लोग दफ्तर में आकर बात करते हैं, कुछ फोन से तो कुछ ऑनलाइन अपनी जरूरत के अनुसार संपर्क करते हैं। वह अपने काम से संतुष्ट है। उत्साहजनक सफलता उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है। शैफाली की उद्यमशीलता का ही परिणाम है कि वह हाल ही में इंटरप्रेनियर आर्गेनाइजेंशन की ओर से अमेरिका में आयोजित विनिमय कार्यक्रम में हिस्सेदारी कर लौटी हैं। गौरतलब है कि यह मीट अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा शुरू की गई है। जिसमें शैफाली को बतौर व्याख्याता आमंत्रित किया गया। इस कार्यक्रम में विश्व के तीस देशों के अग्रणी उद्यमियों , अमेरिकी उद्यमियों, बुद्धिजीवियों, व्यवसाईयों व सरकारी अधिकारियों के साथ उत्कृष्ट कार्यप्रणाली, आपसी तालमेल को आपस में साझा करना था। अमेरिका में भी शैफाली की शानदार प्रस्तुति ने उसकी मेधा का परिचय कराया। कुल मिलाकर शैफाली इस क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंचना चाहती है।
jagran.com से साभार
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