त्यूणी: राज्य आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र सचिवालय देहरादून द्वारा मानथत में आयोजित दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर गुरुवार को संपन्न हो गया। शिविर में प्रतिभाग कर रहे दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन टीम ने जरूरी जानकारी दी। इस मौके पर मुख्य प्रशिक्षक ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त ग्रामीण आपदा के वक्त लोगों की मद्द को हमेशा तैयार रहें।
पर्वतीय क्षेत्र जौनसार-बावर के दुर्गम ग्रामीण इलाकों में आपदा के वक्त सरकारी तंत्र की नाकामी के चलते सरकार स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण शिविर के जरिए आपदा प्रबंधन की कुछ जरूरी उपयोगी जानकारी मुहैया करा रही है। अटल आदर्श ग्राम योजना के तहत आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र द्वारा गत 16 अक्टूबर से मानथात में आयोजित दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन के कार्यदल के 25 लोगों को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए गए।
गुरुवार को शिविर के समापन अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक अजित रांगड, राजवीर राणा व मुकेश मिश्रा ने कहा कि टीम ने शिविर में प्रतिभाग कर रहे ग्रामीणों को रैप्लिंग यानि पत्थर व चट्टान पर चढ़ना-उतरना, जुमारिंग यानि रस्सी के सहारे खाई में उतरना-चढ़ना, स्ट्रैक्चर मेकिंग और प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्हें भूकंप, बाढ़ व आगजनी की घटनाओं के वक्त त्वरित राहत व बचाव कार्य के उपाय भी बताए। आपदा प्रबंधन शिविर में प्रतिभाग कर रहे 25 लोगों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। इस मौके पर रजनेश सिंह, नेपाल सिंह, श्याम सिंह, दीवान सिंह, अरविंद, त्रेपन सिंह, नारायण सिंह, बचनलाल व संजय सिंह आदि मौजूद थे।
jagran.com se sabhar
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