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बीआरओ (बार्डर रोड ऑरगेनाइजेशन) ने यदि योजना के मुताबिक कार्य किया, तो आगामी वर्ष तीर्थयात्रियों को हाइवे की बदहाली से कष्ट नहीं उठाना पड़ेगा। बीआरओ तीन माह के भीतर सबसे तंग हालत वाले चमोली से जोशीमठ के बीच 16 किमी. मार्ग को पूरी तरह से डबल लेन कर देगा। साथ ही चमोली और नंदप्रयाग ब्रिज भी आगामी यात्रा काल तक तैयार हो जाएगा।इस वर्ष आपदा के चलते चार धाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को बडे़ कष्ट झेलने पड़े। इस वर्ष 10 लाख 29 हजार 7 सौ 94 तीर्थयात्री कई डेंजर जोन पार कर श्री बदरीविशाल धाम में मत्था टेकने पहुंचे। पाताल गंगा में भूस्खलन होने से तीन अगस्त को तीन दिन, चार अगस्त को दो दिन और छह अगस्त को चार दिन तक तीर्थयात्रा थमी रही। इस दौरान यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हम अभी हाइवे के सुधारीकरण पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। चमोली से जोशीमठ तक तीन माह के भीतर 16 किमी तक हाइवे डबल लेन कर दिया जाएगा। अन्य जगहों पर डामरीकरण के लिए भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय को प्रपोजल भेजा गया है। हमारे 40 करोड़ के प्रपोजल भारत सरकार में लंबित पडे़ हुए हैं। -राहुल श्रीवास्तव, कमान अधिकारी, ग्रेफ, पीपलकोटी।
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