http://garhwalbati.blogspot.com
सरकारी व गैर सरकारी डॉक्टरों की प्रदेशव्यापी एक दिवसीय हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। चिकित्सालय पहुंचे मरीजों को बैरंग ही लौटना पड़ा।
पौड़ी गढ़वाल में सोमवार सुबह मरीज अस्पताल पहुंचे, पर्ची कटवाई, लेकिन जब वे डॉक्टर की केबिन में पहुंचे तो दरवाजे बंद मिले। ऐसे में मरीजों को लौटना पड़ा। ओपीडी सेवाओं के बहिष्कार से मरीजों को दवा तक नहीं मिली। उधर, मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. डीके जैन ने बताया कि मुख्यालय से अधिकतर चिकित्सक देहरादून रैली में शामिल होने गए हैं।
श्रीनगर गढ़वाल: बेस और संयुक्त चिकित्सालय में अन्य दिनों की तरह लगने वाली भीड़ की जगह सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि हड़ताल की जानकारी न होने पर कुछ लोग अस्पताल पहुंचे, लेकिन उनकी संख्या बहुत ही कम रही। रुद्रप्रयाग में जिला चिकित्सालय के साथ ही अन्य चिकित्सालयों में मरीजों को हड़ताल के चलते उपचार नहीं मिला। दूर दराज से आए लोगों काफी परेशानी हुई। प्रान्तीय चिकित्साल एवं स्वास्थ्य संघ के अध्यक्ष एसके झा ने कहा कि डाक्टर मांगों को लेकर बार बार शासन प्रशासन के सम्मुख रख चुके है, बावजूद इसके कोई कार्रवाई न हुई।
चमोली जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवा पहले ही लड़खड़ा रही है, ऐसे में सोमवार को डाक्टरों की हड़ताल से चिकित्सा सेवा ठप हो गई। दूर दराज से आए ग्रामीणों को बैरंग लौटना पड़ा। कोटद्वार में भी हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। स्थिति यह रही कि चिकित्सालय के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.आईएस सामंत को स्वयं ही इमरजेंसी संभालनी पड़ी। चिकित्सकों की हड़ताल के चलते मरीजों को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati