http://garhwalbati.blogspot.com
हरिद्वार: गायत्री जयंती पर शांतिकुंज में मां गायत्री का ध्यान कर विधिविधान से पूजन किया गया। इस मौके पर अखिल भारतीय गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्ष-2012 में एक करोड़ वृक्ष लगाने की घोषणा की।
शनिवार प्रात: शांतिकुंज में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या और शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल जीजी ने षोड्सोपचार से मां गायत्री का पूजन किया। आचार्य इंद्रेश पथिक और गायत्री किशोर त्रिवेदी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गायत्री का पूजन अनुष्ठान करवाया गया। इसके बाद गायत्री का उच्चारण किया गया।
इस मौके पर डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि वर्तमान समय में सुख-सुविधाएं बढ़ी हैं, लेकिन चिंतन व चरित्र का हृास भी हुआ है। जरूरत इस बात की है कि सुख-सुविधाएं चिंता का कारण न बनकर विकास का माध्यम बनें। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार वर्ष-2012 को सौर साधना वर्ष मनाएगा और विभिन्न प्रजातियों के एक करोड़ वृक्षारोपण करेगा। उन्होंने कहा कि इसी साल ध्यान साधना को विश्व स्तर पर पहुंचाया जाएगा।
इस मौके पर शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल जीजी ने मां गायत्री को प्रेम और ज्ञान की देवी और गंगा मैया को करुणा व ममता की देवी बताया। शैल जीजी ने विभिन्न प्रसंग का श्रवण कराकर नारी सम्मान व नारी जागरण का आह्वान किया। कार्यक्रम में गायत्री मंत्र, गायत्री आरती, ध्यान के विविध स्वरूप और परम विद्वान आचार्य श्री राम शर्मा के साहित्य पर आधारित नेपाली, तेलगू, सिंधी और पंजाबी भाषा में अनुवादित सीडी का भी विमोचन हुआ है। इसके अलावा स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आवाज में पार्श्व गायन गायत्री मंत्र की सीडी का भी विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में इंडोनेशियों ने आए तीस सदस्यीय दल ने भाग लिया। इस मौके पर देसंविवि के कुलपति डॉ. एसपी मिश्र, संयुक्त निदेशक राम महेश मिश्र, शांतिकुंज व्यवस्थापक गौरी शंकर शर्मा, पीके तिवारी समेत गायत्री परिवार के सैकड़ों साधक मौजूद थे।
शनिवार प्रात: शांतिकुंज में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या और शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल जीजी ने षोड्सोपचार से मां गायत्री का पूजन किया। आचार्य इंद्रेश पथिक और गायत्री किशोर त्रिवेदी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गायत्री का पूजन अनुष्ठान करवाया गया। इसके बाद गायत्री का उच्चारण किया गया।
इस मौके पर डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि वर्तमान समय में सुख-सुविधाएं बढ़ी हैं, लेकिन चिंतन व चरित्र का हृास भी हुआ है। जरूरत इस बात की है कि सुख-सुविधाएं चिंता का कारण न बनकर विकास का माध्यम बनें। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार वर्ष-2012 को सौर साधना वर्ष मनाएगा और विभिन्न प्रजातियों के एक करोड़ वृक्षारोपण करेगा। उन्होंने कहा कि इसी साल ध्यान साधना को विश्व स्तर पर पहुंचाया जाएगा।
इस मौके पर शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैल जीजी ने मां गायत्री को प्रेम और ज्ञान की देवी और गंगा मैया को करुणा व ममता की देवी बताया। शैल जीजी ने विभिन्न प्रसंग का श्रवण कराकर नारी सम्मान व नारी जागरण का आह्वान किया। कार्यक्रम में गायत्री मंत्र, गायत्री आरती, ध्यान के विविध स्वरूप और परम विद्वान आचार्य श्री राम शर्मा के साहित्य पर आधारित नेपाली, तेलगू, सिंधी और पंजाबी भाषा में अनुवादित सीडी का भी विमोचन हुआ है। इसके अलावा स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आवाज में पार्श्व गायन गायत्री मंत्र की सीडी का भी विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में इंडोनेशियों ने आए तीस सदस्यीय दल ने भाग लिया। इस मौके पर देसंविवि के कुलपति डॉ. एसपी मिश्र, संयुक्त निदेशक राम महेश मिश्र, शांतिकुंज व्यवस्थापक गौरी शंकर शर्मा, पीके तिवारी समेत गायत्री परिवार के सैकड़ों साधक मौजूद थे।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati