देहरादून। दून अस्पताल में इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डा. आएस भाटिया के साथ बीती देर शाम कुछ लोगों द्वारा मारपीट के विरोध में प्रांतीय चिकित्सा संघ ने आज ओपीडी के कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी थी। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हमलावरों ने लिखित में माफीनामा दिया। आज संघ के महा सचिव डा. डीपी जोशी ने बताया कि हमलावरों के माफी मांग लिए जाने के बाद संघ ने ओपीडी कार्य बहिष्कार को वापस लिया और वहां ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी से निभाई।
प्रांतीय चिकित्सा संघ के महासचिव डा. डीपी जोशी ने बताया कि चिकित्सक से मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चिकित्सक एसएसपी जीएस मर्ताेलिया से मिले। पुलिस कप्तान ने उन्हें आश्वासन दिया कि जरूरी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। एक मरीज के साथ दर्जनों तिमारदार नहीं हो सकते, जबकि देर शाम चिकित्सक से मारपीट करने वालों में काफी लोग शामिल थे। चिकित्सकों ने आरोप लगाए हैं कि कुछ लोग नेतागिरी चमकाने के लिए वहां मौजूद रहे और चिकित्सक पर हाथ छोड़ दिया। एसएसपी के आश्वासन पर संघ के लोग वापस लौट आए।
डा. डीपी जोशी मामले की जांच के लिए पंाच सदस्यीय चिकित्सकों की कमेटी बनी है। उन्होंने कहा कि मीडिया क्लीपिंग के आधार पर हमलावरों की पुलिस पहचान कर रही है। अब तक की जांच में कल बच्ची की मौत का कारण चिकित्सक की लापरवाही होना नहीं पाया गया है। डा. जोशी के अनुसार प्रमुख सचिव चिकित्सा विभाग उमाकांत पंवार से प्रांतीय चिकित्सा संघ के पदाधिकारियों की वार्ता होगी। जिसमें चिकित्सक काफी पहले से सिक्योरिटी अधिनियम पारित करने की मांग कर सकते हैं। कल इमरजेंसी में चिकित्सक से हुई मारपीट के बाद आज सुबह दून अस्पताल में प्रांतीय चिकित्सा संघ की एक बैठक भी हुई जिसमें कई अहम मुद्दों पर गम्भीरता से चर्चा हुई।
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4 months ago
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