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कर्णप्रयाग : साप्ताहिक धारावाहिक रतन का रिश्ता के लिए कर्णप्रयाग में एतिहासिक स्थलों का फिल्मांकन किया गया। सीमांत जनपद चमोली, कर्णप्रयाग से चयनित गगन और नायिका रतन राजपूत पर इन दृश्यों को फिल्माया गया।
इस दौरान कर्णप्रयाग के प्रसिद्ध पर्यटक व तीर्थाटन स्थलों कर्णमंदिर, उमा देवी मंदिर, अलकनंदा व पिंडर संगम सहित कालेश्वर जयकंडी में स्वयंवर के लिए चुने गये गगन लूथरा उर्फ अभिमन्यु सिंह के साथ ऐपिसोड के दृश्यों का फिल्मांकन पूरा हो गया। सोमवार को कालेश्वर लंगासू में अलकंनदा के किनारे अभिमुन्य लूथरा ने क्षेत्र की जानकारी देते हुए रतन राजपूत को ऐतिहासिक स्थलों की सैर करायी। बाद में परिवार के सदस्यों के रतन की बातचीत हुई।
जनपद चमोली की नैसर्गिक सुंदरता पर भाव-विभोर हुई रतन राजपूत ने कहा कि प्रकृति का स्वर्ग कहीं है, तो उत्तराखंड की सीमांत वादियां हैं और भविष्य में वे अदाकारी के लिए यहां के पर्यटक स्थलों का चयन करेगीं।
टीवी शो के दौरान अपने परंपरागत वेश-भूषा व विशेष आभूषणों को पहन कर आयी कालेश्वर भोटिया जाति की महिलाओं से भी रतन राजपूत काफी प्रभावित हुई और उन्होंने सोसाईटी फॉर रिसर्च इंफोरमेशन हेल्थ एंड ट्रेनिंग इन्सीटियूट की ओर से वूडन बिडस प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षाणार्थियों की ओर से स्थानीय उत्पादों से निर्मित वस्तुओं को खासा पसंद किया। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों ने यहां की प्राचीन परंपरागत आभूषणों का लकड़ी से बनाये गये हस्तनिर्मित मॉडल भी दिखाये।
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इस दौरान कर्णप्रयाग के प्रसिद्ध पर्यटक व तीर्थाटन स्थलों कर्णमंदिर, उमा देवी मंदिर, अलकनंदा व पिंडर संगम सहित कालेश्वर जयकंडी में स्वयंवर के लिए चुने गये गगन लूथरा उर्फ अभिमन्यु सिंह के साथ ऐपिसोड के दृश्यों का फिल्मांकन पूरा हो गया। सोमवार को कालेश्वर लंगासू में अलकंनदा के किनारे अभिमुन्य लूथरा ने क्षेत्र की जानकारी देते हुए रतन राजपूत को ऐतिहासिक स्थलों की सैर करायी। बाद में परिवार के सदस्यों के रतन की बातचीत हुई।
जनपद चमोली की नैसर्गिक सुंदरता पर भाव-विभोर हुई रतन राजपूत ने कहा कि प्रकृति का स्वर्ग कहीं है, तो उत्तराखंड की सीमांत वादियां हैं और भविष्य में वे अदाकारी के लिए यहां के पर्यटक स्थलों का चयन करेगीं।
टीवी शो के दौरान अपने परंपरागत वेश-भूषा व विशेष आभूषणों को पहन कर आयी कालेश्वर भोटिया जाति की महिलाओं से भी रतन राजपूत काफी प्रभावित हुई और उन्होंने सोसाईटी फॉर रिसर्च इंफोरमेशन हेल्थ एंड ट्रेनिंग इन्सीटियूट की ओर से वूडन बिडस प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षाणार्थियों की ओर से स्थानीय उत्पादों से निर्मित वस्तुओं को खासा पसंद किया। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों ने यहां की प्राचीन परंपरागत आभूषणों का लकड़ी से बनाये गये हस्तनिर्मित मॉडल भी दिखाये।
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