http://garhwalbati.blogspot.com
जिन क्षेत्रों में केबल कनेक्शन उपलब्ध नहीं हैं, वहां के लोगों तक दूरदर्शन ही एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिये विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रम व मनोरंजन प्रस्तुत किये जाते हैं। वर्तमान समय में दूरदर्शन टावर अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। यहां पर टावर अक्सर खराब रहते हैं। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
दूरदर्शन सबसे पुराना व सस्ता मनोरंजन का साधन है। जो दूरस्थ क्षेत्रों की गरीब जनता व किसानों के लिए खास महत्व रखता है। दूरदर्शन के जरिए ही लोग राष्ट्रीय कार्यक्रमों का लाभ उठाते हैं। वहीं ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में अभी भी केबल कनेक्शन की व्यवस्था न होने से ग्रामीण दूरदर्शन टावरों के माध्यम से ही कार्यक्रम देखते थे। पिछले काफी समय से यहां टावर खराब होने से लोग दूरदर्शन कार्यक्रमों के प्रसारण देखने से वंचित हैं। वर्तमान समय जिले में तीन टावर रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ व फाटा में स्थापित हैं और तीनों ही खराब चल रहे हैं। इन सभी टावरों में अभी तक पुरानी तकनीकी का ही इस्तेमाल हो रहा है। इसके चलते खराब होने की स्थिति में उपकरण आसानी से नहीं मिल पा रहे हैं।
क्या है कारण
पुरानी तकनीकी से बने हैं टावर
टावर खराब होने पर आसानी से नहीं मिलते उपकरण
देखरेख के अभाव में बढ़ रही समस्या
लो-वोल्टेज की समस्या के चलते अक्सर टीवी टावर में खराबी आ जाती है। खराब उपकरण ठीक करने में दिक्कत आ रही है।
नंद लाल, केन्द्र अभियंता दूरदर्शन केन्द्र देहरादून
in.jagran.yahoo.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati