देहरादून। मैगी प्वाइंट पर बस खाई में गिरते ही चीख-पुकार मच गई। मसूरी से लौट रहे पर्यटकों में कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने अपनी आंखों से बस को खाई में पलटते देखा। उन्होंने रुककर तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिया। मौके पर हालात बहुत विकट थे। जिसको जैसे सूझ रहा था वैसे ही वह घायलों की मदद के लिए दौड़ रहा था। इन्हीं में से कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
प्रत्यक्षदर्शी न्यू कैंट रोड हाथीबड़कला निवासी मनु गौड़ ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुई बस से वे थोड़ा ही पीछे थे। बस को गिरता देख उन्होंने अपनी कार रोक ली। पीछे आ रहे वाहनों को भी उन्होंने रोका और मदद के लिए कहा। इसी बीच व्यापारियों के बेड़े की आठवीं बस भी वहां आ गई। सभी लोग बचाव के लिए दौड़े। गहरा अंधेरा होने के कारण खाई में कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था। उन्होंने अपनी कार के ऊपर लगी हेलोजन लाइट को तोड़कर निकाला और खाई की तरफ ले गए। इसी बीच एक रोडवेज बस का ड्राइवर रस्सों के सहारे खाई में उतरने लगा। नीचे से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। मौके पर मौजूद लोग और आठवीं बस में सवार व्यापारियों ने खाई में उतरना शुरू कर दिया। इस बीच राजपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
इसके बाद राहत कार्य तेजी से चला। एक के बाद एक घायल निकाले जाते रहे और 108 की एंबुलेंस सेवा और अन्य साधनों से अस्पताल भेजे जाते रहे। मौके पर मौजूद सभी लोग बचाव कार्य के साथ प्रार्थना भी कर रहे थे कि ईश्वर सबको बचा ले।
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प्रत्यक्षदर्शी न्यू कैंट रोड हाथीबड़कला निवासी मनु गौड़ ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुई बस से वे थोड़ा ही पीछे थे। बस को गिरता देख उन्होंने अपनी कार रोक ली। पीछे आ रहे वाहनों को भी उन्होंने रोका और मदद के लिए कहा। इसी बीच व्यापारियों के बेड़े की आठवीं बस भी वहां आ गई। सभी लोग बचाव के लिए दौड़े। गहरा अंधेरा होने के कारण खाई में कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था। उन्होंने अपनी कार के ऊपर लगी हेलोजन लाइट को तोड़कर निकाला और खाई की तरफ ले गए। इसी बीच एक रोडवेज बस का ड्राइवर रस्सों के सहारे खाई में उतरने लगा। नीचे से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। मौके पर मौजूद लोग और आठवीं बस में सवार व्यापारियों ने खाई में उतरना शुरू कर दिया। इस बीच राजपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
इसके बाद राहत कार्य तेजी से चला। एक के बाद एक घायल निकाले जाते रहे और 108 की एंबुलेंस सेवा और अन्य साधनों से अस्पताल भेजे जाते रहे। मौके पर मौजूद सभी लोग बचाव कार्य के साथ प्रार्थना भी कर रहे थे कि ईश्वर सबको बचा ले।
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