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सोनिया रावत | कमल नदी के तट पर मंगलवार को, महिला समाख्या परियोजना के सौजन्य से आयोजित जड़ी बूटी संजीवनी मेले का आयोजन किया गया | मेले में पुरोला, मोरी व नौगांव के 350 गांवों की सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रही । तीनों विकासखंडों के 250 महिला समूहों ने गांव-गांव में महिलाओं के स्थानीय जड़ी-बूटी से तैयार संजीवनी औषधियों के बारे में जानकारी दी। मेले में मुख्य अतिथि पूर्व ब्लॉक प्रमुख पीएल हिमानी ने कहा जहां स्थानीय जड़ी बूटियों से तैयार औषधियों को महिला के स्वास्थ्य के लिये संजीवनी व आर्थिक स्थिति सुधारने का जरिया बताया। मेले में जान कारी देते राज्य समन्वयक हेमलता खंडूड़ी ने विगत पांच वर्षों से यमुनाघाटी के पुरोला मोरी व नौगांव प्रखंड के 350 गांवों में परियोजना ने महिला स्वास्थ्य, कन्या भू्रण हत्या रोकने, किशोरी शिक्षा, महिलाओं को सामाजिक जागरूकता की जानकारी दी। वहीं जिला समन्वयक निमी कुकरेती ने कहा कि परियोजना से क्षेत्र के 350 गांव में 250 महिला समूह के सहयोग से 15 संजीवनी केन्द्रों में स्थानीय जड़-बूटी पर आधारित औषधियां तैयार की जा रही हैं, ताकि छोटी-छोटी बीमारियों का उपचार महिलायें गांव में ही कर सकें। मेले में कमल जोशी, राज्य समन्वयक चन्द्रा भंडारी, बलदेव असवाल,उर्मिला थेन, डॉ.आरसी आर्य, हिरामणी, रामप्यारी, नीना देवी, हंसा देवी सुशीला देवी, शांति देवी, किरन रावत, सुनिता भटट, ललीता नौटियाल, हेमलता, महिदेव असवाल आदि मौजूद थे।
good work
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