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Friday, February 8, 2013

पिथौरागढ़ में शुरू हुई एफएम सेवा

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 सीमांत जिले के लिए मंगलवार का दिन खास रहा। मुख्यालय में एफएम सेवा शुरू हो गई। इस सेवा शुरू होने से अब मोबाइल उपभोक्ता फिल्मी गानों का आनंद उठा सकेंगे।
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में दो दशक पूर्व रेडियो केंद्र स्थापित किया गया था, लेकिन यह केंद्र आज तक केवल अल्मोड़ा और लखनऊ से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों का ही पुन‌र्प्रसारण कर रहा था। जिले के लोगों को इसका कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा था। जिले के लोग लंबे समय से रेडियो केंद्र से एफएम सेवा शुरू किए जाने की मांग कर रहे थे। इस मांग को देखते हुए सरकार ने एफएम सेवा शुरू करवा दी है। रेडियो केंद्र के प्रभारी जेएस खाती ने बताया कि एफएम सेवा के लिए चंडाक स्थित दूरदर्शन टॉवर में ट्रांसमीटर लगा दिया गया है। इस ट्रांसमीटर से फिलहाल पिथौरागढ़, बेरीनाग, गंगोलीहाट और कनालीछीना के कुछ हिस्सो के मोबाइल धारकों को एफएम की सेवा मिलेगी।
एफएम से अभी ऑल इंडिया रेडियो की विविध भारती सेवा को जोड़ा गया है। भविष्य में इसका विस्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया मोबाइल धारक 102.4 मेगाहर्ट्ज पर इस सेवा को सुन सकते हैं। सेवा प्रात: 5.30 बजे से 12.15 तक उपलब्ध है। भविष्य में इस सेवा का और विस्तार किया जाएगा। शीघ्र ही सेवा को चम्पावत जनपद के खेतीखान में लगे रेडियो स्टेशन से भी शुरू किया जाएगा। मोबाइल धारक इस सेवा के शुरू हो जाने से खुश हैं। लेखक राजेश उप्रेती, संस्कृति कर्मी जनार्दन उप्रेती, नवोदय पर्वतीय कला केन्द्र के निदेशक हेमराज बिष्ट सहित तमाम लोगों ने इसे अच्छी शुरूआत बताया है।
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चिलम जलाने बाहर आया, मकान धड़ाम

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चकराता: बनियाना गांव में 'जाको राखे साईयां मार सके न कोय' कहावत चरितार्थ हुई। सुरक्षा दीवार गिरने से दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। मकान में बैठकर हुक्का पी रहा व्यक्ति चिलम बुझने पर जैसे ही उसे सुलगाने बाहर निकला, तो पीछे से मकान धड़ाम होकर गिर गया। खुले आसमान के नीचे आए परिवार को दूसरे के घर में शरण लेनी पड़ी।
जब किस्मत साथ देती है तो बुरा वक्त भी टल जाता है। इसका ताजा वाक्या बुधवार को चकराता तहसील क्षेत्र के दुर्गम बनियाना गांव में देखने को मिला। बीते दिनों से हो रही बारिश व बर्फबारी के कारण नानू पुत्र दणी के मकान पर भूस्खलन का मलबा व सुरक्षा दीवार गिरने से उसका दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। भाग्य ने ऐसा साथ दिया कि जिस समय यह हादसा हुआ, उससे चंद मिनट पहले घर में आराम से हुक्का पी रहे नानू के हुक्के की चिलम बुझ गई, जिसे सुलगाने वह बाहर निकला ही कि अचानक पूरा मकान धड़ाम हो गया। गनीमत रही कि उस समय घर में अंदर कोई मौजूद नहीं था। सब अपने-अपने काम से बाहर थे।
दो मंजिला मकान पर भूस्खलन का मलबा व सुरक्षा दीवार के बड़े-बड़े पत्थर छत पर गिरने से आवासीय भवन के दोनों कक्ष टूट गए। देवदार की लकड़ी से बने भवन के टूटने से घर में रखे जेवर, नगदी राशन व बर्तन, बिस्तर दब गए हैं। काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया है। इस हादसे के बाद से पीड़ित नानू का परिवार पूरी तरह निराश्रित हो गया। उसने गांव के ही दूसरे परिवार के यहां पर शरण ली।
पीड़ित ने इसकी सूचना चकराता तहसील प्रशासन को देते हुए सहायता की गुहार लगाई है। उधर, तहसीलदार चकराता हरिदत्त जोशी ने बताया कि बनियाना गांव के अनुसूचित जाति परिवार के नानू के आवासीय मकान टूटने के मामले में क्षति के आकलन के लिए गुरुवार को क्षेत्रीय पटवारी को घटनास्थल का मुआयना कर रिपोर्ट मांगी है। पीड़ित को तीन दिन के भीतर सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
उधर, डीएम डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने पीड़ित को दूसरे दिन भी तत्कालीन सहायता न मिलने पर हैरत जताई। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को शीघ्र सहायता दिलाने के लिए चकराता एसडीएम को निर्देशित कर दिया गया है।
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बारिश-बर्फबारी से ठिठुरी रूह

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गढ़वाल: पिछले कुछ दिन से अचानक हुए परिवर्तन ने एक बार फिर लोग घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फवारी और निचले इलाकों में लगातार बारिश से जबदस्त ठंड हैं। पौड़ी में तो तामपान शून्य दर्ज किया गया।
नई टिहरी में पिछले दो दिनों से हुई बारिश से जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई। भारी ठंड के कारण दो दिन के लिए नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के विद्यालय में अवकाश घोषित किया गया। हालांकि दोपहर में कुछ समय के लिए सूर्यदेव के दर्शन हुए, लेकिन कुछ देर बाद फिर बारिश शुरू हो गई। बारिश शुरू होने के साथ ही बर्फीली हवा ने लोगों की कंपकंपी छुड़ा दी।
वहीं चमोली जिले में बुधवार दोपहर को हल्की धूप खिलने से घरों में दुबके लोग धूप सेंकेने को बाहर निकले। हालांकि रुक-रुककर बारिश का दौर दिनभर जारी रहने के से ठिठुरन अब भी चरम पर है। मगर बर्फबारी बंद होने से लोगों को राहत जरूर मिली है।
शीतलहर के चलते चमोली जिले में एक से लेकर आठवीं तक की कक्षा के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय बुधवार को दूसरे दिन भी बंद रहे। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन के निर्देशों पर पहले मंगलवार को ही छुट्टी स्वीकृत हुई थी, मगर खराब मौसम के चलते बुधवार को भी स्कूल बंद किए गए।
वहीं रुद्रप्रयाग जनपद में तीसरे दिन भी रुक-रुक कर बारिश हुई। जखोली, फाटा, सीतापुर, गौरीकुंड, जखोली, ऊखीमठ, गुप्तकाशी आदि क्षेत्रों में बारिश और केदारनाथ, तुंगनाथ, चोपता, पवालीकांठा, बुरांसकांठा समेत अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जोरदार बर्फबारी से जिले भर में शीतलहर का प्रकोप जारी है। इसके अलावा पौड़ी में बुधवार को भी बूंदाबांदी व कड़ाके की ठंड जारी रही। हालांकि बूंदाबंादी के बीच सूरज की किरणों ने लोगों को जरूर राहत दी लेकिन दिनभर रूक-रूककर हो रही बूंदाबांदी व बर्फीली हवाओं के चलने से ठंड में कमी नहीं आई। सूरज निकले के कुछ देर बात एकाएक हुई ओलावृष्टि ने पलभर में ही सूरज की गर्मी को दूर कर दिया। देर सायं तक पर्यटन नगरी में बादल छाए थे। बुधवार को पर्यटन नगरी का न्यूनतम तापमान 0 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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प्रियांक ने जीता बॉक्सिंग का उद्घाटन मुकाबला

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 खेल विभाग के तत्वावधान में गुरुवार से 16 वर्ष से कम आयु के बालकों की बाक्सिंग प्रतियोगिता शुरू हो गई। उद्घाटन मुकाबला प्रियांक के नाम रहा।
राजकीय स्पोर्टस स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता का शुभारंभ दर्शन सिंह रावत ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने विभिन्न विकासखंडों से आए खिलाड़ियों से खेल भावना के साथ खेलने व जीवन में मेहनत-परिश्रम के बल पर आगे बढ़ने की शिक्षा दी। प्रतियोगिता का प्रथम मुकाबला 40-42 किग्रा भार वर्ग में प्रियांक (क्रेडिल पब्लिक स्कूल) व सौरभ (दुगड्डा) के मध्य हुआ, जिसमें प्रियांक ने विजयी हासिल की। इसी भार वर्ग में विजय नेगी (दुगड्डा) ने अभय नैथानी (महर्षि विद्या मंदिर), आशीष भारद्वाज (टीसीजी पब्लिक स्कूल) ने अभिषेक (महर्षि विद्या मंदिर) को परास्त किया। 38-40 किग्रा भार वर्ग में मोहित (जेपी इंटर कालेज) ने शिवांशु (क्रेडिल), राहुल बिष्ट (महर्षि विद्या मंदिर) ने गौरव रावत (कांडाखाल), दीपक बुड़ाकोटी (पुंडेरगांव) ने हिमांशु (महषि विद्या मंदिर) को पराजित किया। 44-46 किग्रा भार वर्ग में राहुल कुमार (कांडाखाल) ने राहुल (सिद्धपुर), नदीम अहमद (सुखरो) ने नितिन शर्मा (जेपी इंटर कालेज), विकास रावत (महर्षि विद्या मंदिर) ने इमरान (जेपी इंटर कालेज), सनी थापा (क्रेडिल) ने कुलदीप थापा (झंडीचौड़), गौरव भट्ट (ब्लूमिंग वैल पब्लिक स्कूल) ने हेमंत (जेपी इंटर कालेज) को परास्त किया। 50-52 किग्रा वर्ग में पंकज (महर्षि विद्या मंदिर) ने अजहरूद्दीन को, हर्षित (ब्लूमिंग वेल पब्लिक स्कूल) ने अकरम (जेपी इंटर कालेज), विजय (दुगड्डा) ने रचित (ब्लूमिंग वेल पब्लिक स्कूल), अरविंद (स्यालिंगा) ने मनीष सिंह (स्यालिंगा) को परास्त किया।
57-60 किग्रा वर्ग में दीपक नेगी (महर्षि विद्या मंदिर) ने उपेंद्र चौहान (एसजीआरआर), सूरज सिंह (महर्षि विद्या मंदिर) ने दिव्य मोहन (सुखरो), 44-46 किग्रा वर्ग में विकास रावत (महर्षि विद्या मंदिर) ने नदीम अहमद (सुखरो) को 28-30 किग्रा वर्ग में कुलदीप (चैलूसैण) ने अजय सिंह (कैंडुलधार) को, हिमांशु (चैलूसैण) ने निर्मल सिंह (कैंडुलधार) को, 32-34 किग्रा भार भोलाराम (पुंडेरगांव) ने सूरज (क्रेडिल) व योगेश (महर्षि विद्या मंदिर) ने नरेश को परास्त किया।
इस मौके पर उपक्रीड़ाधिकारी देवेंद्र चंद्र भट्ट, अजयपाल सिंह रावत, गणेश तड़ियाल, विनोद पंत, विनोद बिष्ट, डबल सिंह, दलीप बिष्ट, आरएस रावत, नरेश देवरानी आदि मौजूद रहे।
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Thursday, January 24, 2013

राज्य में खुलेंगे 13 नए बुनकर केंद्र

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 देहरादून: सरकार ने प्रदेश में ऊन योजना को व्यापक रूप देने और 13 नए बुनकर व कताई केंद्र खोलने का निर्णय किया है। खादी ग्रामोद्योग मंत्री हरीश दुर्गापाल ने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी किए। साथ ही, गढ़वाल व कुमाऊं में दस करोड़ रुपये की लागत से एक-एक वृहद क्लस्टर केंद्र का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेजने के निर्देश दिए।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में विभागीय मंत्री ने कहा कि खादी ग्रामोद्योग विभाग की योजनाएं ग्रामीण आर्थिकी की रीढ़ है। राज्य के कताई व बुनाई केंद्रों में उपयोग होने वाले कच्चे माल की व्यवस्था, उत्पादों के विपणन के ठोस इंतजाम किए जाने चाहिए। बिक्री केंद्रों का सुदृढ़ीकरण तेजी से किया जाए। उन्होंने कम उपलब्धि वाले जिलों अल्मोड़ा, पौड़ी पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों से कारण स्पष्ट करने और जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए। बैठक में प्रमुख सचिव लघु उद्योग रणबीर सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी किशननाथ, वित्त नियंत्रक पंकज तिवारी आदि उपस्थित थे।
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केबल कनेक्शनों का जुटाया जा रहा ब्योरा

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रुड़की: केबल आपरेटरों द्वारा मनोरंजन कर की चोरी करने का अंदेशा होने के चलते इन दिनों केबल कनेक्शनों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। अब लेखपालों को अपने-अपने क्षेत्र के केबल कनेक्शनों का ब्योरा एक सप्ताह के भीतर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय में देना है।
शहर व देहात में बडे़ पैमाने पर केबल कनेक्शन चल रहे हैं। जिसमें केबल आपरेटरों द्वारा उपभोक्ताओं को कार्ड जारी नहीं कर रखे हैं। न ही महीने का शुल्क लेने के बाद उपभोक्ता को कोई रसीद दी जा रही है। जिससे की बडे़ पैमाने पर मनोरंजन कर चोरी होने की आशंका जताई जा रही है। इसी के चलते डीएम सचिन कुर्वे ने सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के केबल कनेक्शनों का ब्योरा जुटाकर जिला मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं। लेखपालों ने अपने-अपने क्षेत्रों के केबल कनेक्शनों का सत्यापन शुरू कर दिया है। जिससे की केबल आपरेटरों में हड़कंप मचा है। लेखपाल बिजेंद्र कुमार ने बताया है कि एक-एक मकान में कई-कई कनेक्शन हैं, लेकिन आपरेटरों ने मात्र एक ही कनेक्शन होना बता रखा है। इसी सप्ताह पूरा ब्योरा तैयार कर लिया जाएगा।
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बोस से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संकल्प

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अल्मोड़ा: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती यहां हर्षोल्लास से मनाई गई। उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेकर उत्थान का मार्ग प्रशस्त करने का आह्वान किया गया।
कुमाऊं विवि एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में कर्मचारी कल्याण समिति ने कालेज परिसर में जंयती समारोह आयोजित किया। सर्वप्रथम नेताजी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें स्मरण किया गया। इसके बाद गोष्ठी में सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला और प्रेरणा लेकर समग्र विकास के लिए समर्पण भाव से काम करने का आह्वान किया गया। वक्ताओं ने इस बात को दुखद बताया कि 3 आयोगों की रिपोर्ट के बावजूद नेताजी की मृत्यु का रहस्य नहीं खुल पाया। गोष्ठी में कर्मचारी कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चंद्र मल्होत्रा मुख्य अतिथि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देवेन्द्र सनवाल, कूटा के अध्यक्ष डा.एनएस भंडारी, छात्रसंघ अध्यक्ष संजय वाणी, गरगूंठ के प्रधान भुवन भाष्कर राठौर आदि विशिष्ट अतिथि रहे। गोष्ठी की अध्यक्षता नवनियुक्त प्रति कुलपति प्रो.एचएस धामी व संचालन समिति के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल ने किया। इस मौके पर कुलानुशासक डा.जेएस बिष्ट, डा.विजय पांडे, जिपं सदस्य कुंदन सिंह लटवाल, डा.संजय टम्टा, डा.नीरज तिवारी, डा.पीएस बिष्ट, शिवराज सिंह, देवेन्द्र धामी, प्रकाश सती, महासचिव निखिलेश पवार, महिपाल मेहता, चंदन सिंह मेर समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुभाष चंद्र बोस का जयंती पर भावपूर्ण स्मरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। वक्ताओं ने कहा कि देश को आजादी दिलाने मे नेताजी ने अहम योगदान दिया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके संघर्ष से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। अध्यक्षता कांग्रेस के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष तारा चंद्र जोशी व संचालन जिला महामंत्री मदन डांगी ने किया। कार्यक्रम में सभासद त्रिलोचन जोशी, हर्ष कनवाल, धीरेन्द्र जोशी, अवनी अवस्थी, गोविन्द सिंह रावत, भूपेन्द्र भोज, प्रीति बिष्ट, दीपा त्रिपाठी, लीला जोशी, सुनील कर्नाटक, नमित जोशी, परितोष जोशी, लता तिवारी, डा.आशा मेहता, दानिश खान, प्रदीप बिष्ट, दीप डांगी, कार्तिक साह आदि
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राजनाथ के अध्यक्ष बनने पर जताई खुशी

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 अल्मोड़ा: भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुशी जताई है। कार्यकर्ताओं ने इस निर्णय के बाद आतिशबाजी व मिष्ठान वितरित कर अपनी खुशी का इजहार किया।
पार्टी द्वारा राजनाथ सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की सूचना मिलते ही पार्टी कार्यकर्ताओं जोश से भर गए। नगर के गांधी पार्क के पास कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और मिष्टान वितरण किया। जिलाध्यक्ष गोविंद पिलख्वाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजनाथ सिंह के अध्यक्ष बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार होगा।
सभा में पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, रमेश बहुगुणा, धर्मेन्द्र बिष्ट, रवि रौतेला, पंकज जोशी, त्रिलोक लटवाल, अजय वर्मा, दया जोशी, नर्मदा तिवारी, भावना जोशी, कैलाश गुरूरानी, अजीत कार्की, राजीव गुरूरानी, राजेन्द्र बिष्ट, नरेन्द्र मोहन रयाल, आशु भट्ट, जगत कनवाल, अनूप साह, राहुल गुप्ता, संजय कनवाल समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन राम आर्या ने राजनाथ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पार्टी हित में बताया है। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह जैसे ईमानदार व अनुशासन प्रिय अध्यक्ष के नेतृत्व में भाजपा आनेवाले लोक सभा चुनाव को भारी मतों के जीतेगी।
दन्यां: राजनाथ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर दन्यां में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिष्ठान वितरित कर प्रसन्नता व्यक्त की। मिष्ठान वितरण कार्यक्रम में डीके जोशी, मनोज पंत, हरीश पाण्डे, हरीश दरम्वाल सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
भाजपाइयों ने किया मिष्ठान वितरित
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परिचय- गरुड़ में आतिशबाजी करते भाजपाई। जागरण
गरुड़ (बागेश्वर)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राजनाथ सिंह की ताजपोशी होने पर भाजपाईयों ने गरुड़ में आतिशबाजी की तथा मिष्ठान वितरित किया। कहा कि राजनाथ सिंह के नेतृत्व में संगठन मजबूत होगा तथा आगामी लोकसभा चुनावों में इसका लाभ पार्टी को मिलेगा।
राजनाथ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की सूचना पर कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए तथा उन्होंने मिष्ठान वितरित किया। इसके बाद उन्होंने आतिशबाजी की। इस दौरान भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, किशन बोरा, देवेंद्र गोस्वामी, घनश्याम जोशी, तारा मेहरा, जनार्दन लोहनी, शिव सिंह बोरा, बसंत मिश्रा, संजय जोशी, ललित तिवारी, सुंदर बरोलिया आदि उपस्थित थे।
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शौचालय घोटाले में वीडीओ सस्पेंड

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 रुड़की: धीरमजरा गांव में पिछले साल सामने आए शौचालय घोटाले के मामले में जिला विकास अधिकारी ने डीएम के निर्देश पर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी पर दो दिन पूर्व भगवानपुर बीडीओ को चुड़ियाला ग्राम पंचायत में पेंशनधारियों का सत्यापन करने से रोकने का भी आरोप है।
पिछले साल जिला विकास अधिकारी ने भगवानपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत धीरमजरा में जांच के दौरान सुलभ शौचालय घोटाला पकड़ा था। इसमें पाया था कि सरकारी बजट मिलने के बाद भी शौचालयों का निर्माण नहीं कराया गया। जबकि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी गंगा प्रसाद लखेड़ा ने शौचालय का निर्माण पूरा होने की रिपोर्ट ब्लॉक व जिला मुख्यालय को भेज दी। सौ से अधिक सुलभ शौचालयों का पैसा हजम करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्राम पंचायत विकास अधिकारी गंगा प्रसाद लखेड़ा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसने जिला विकास अधिकारी कार्यालय को नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है।
इसके अलावा वीडीओ गंगा प्रसाद लखेड़ा पर आरोप है कि दो दिन पूर्व उन्होंने भगवानपुर बीडीओ गणेश लाल को ग्राम पंचायत चुड़ियाला में पेंशनधारियों का सत्यापन करने से रोका। गौरतलब है कि गंगा प्रसाद लखेड़ा फिलहाल चुडि़याल ग्राम पंचायत में तैनात हैं और जब शौचालय निर्माण में घोटाला हुआ था। तब वह धीरमजरा ग्राम पंचायत में तैनात थे। जिला विकास अधिकारी एसएस शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को पहले शौचालय घोटाला करने व अब बीडीओ को पेंशनधारियों का सत्यापन करने से रोकने की शिकायत गंभीरता से ली है। इस कारण ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
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Monday, January 21, 2013

दून में फिर बेकार हुई महिला हेल्पलाइन

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women helpline failed again in dehradun
दिल्ली गैंगरेप के बाद राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा के लिये जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर फिर बेकार साबित होने लगे हैं। डीजीपी की ओर से जारी एक टोल फ्री नंबर तो मिल ही नहीं रहा, जबकि 1090 पर सिर्फ बीएसएनएल उपभोक्ता ही संपर्क कर पा रहे हैं। इससे शिकायत करने वाली महिलाएं परेशान हैं।

राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए डीजीपी सत्यव्रत बसंल ने पांच जनवरी को हेल्पलाइन नंबर 1090 और टोल फ्री नंबर 18001804111 जारी किया था। अमर उजाला ने पड़ताल की तो मालूम हुआ कि इस नंबर पर बीएसएनएल को छोड़ किसी अन्य मोबाइल से बात नहीं हो पा रही थी। 

खबर प्रकाशित होने पर डीजीपी ने संज्ञान लिया और बीएसएनएल से तकनीकी दिक्कत दूर करा ली। आखिर तीन दिन बाद हेल्पलाइन वजूद में आ सकी थी। लेकिन अब ये नंबर फिर परेशान करने लगे हैं। शनिवार को अमर उजाला ने फिर पड़ताल की तो पता चला कि हेल्पलाइन का नंबर 180001804111 किसी भी फोन से नहीं मिल रहा। फोन करने पर यह नंबर उपलब्ध न होने का संदेश सुनाई दे रहा है। दूसरी ओर, 1090 नंबर पर बीएसएनएल से ही कॉल हो पा रही है।
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लालकुआं में बहेगी विकास की गंगा

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लालकुआं: श्रम मंत्री व क्षेत्रीय विधायक हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा कि पिछले पांच वर्ष से रुकी विकास की गति को पटरी पर लाने के लिए तेजी से विकास कार्य होंगे। वित्ताीय वर्ष में लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में सड़क, सिंचाई, पेयजल, शिक्षा, बाढ़ नियंत्रण के लगभग 48 करोड़ के विकास कार्य कराए जाएंगे। 31 मार्च तक ये काम शुरू हो जाएंगे। 52 करोड़ के प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार की मोहर अभी लगनी है।
दुर्गापाल रविवार को पत्रकारों से रूबरू थे। उन्होंने बताया कि विस क्षेत्र में विधायक निधि से डेढ़ करोड़ के विकास कार्य कराए जाएंगे। शिक्षा के लिए दौलतपुर गौलापार में 37 लाख, नवाबखेड़ा में 41 लाख, हल्दूचौड़ में 35 लाख समेत बरेली रोड, लालकुआं व बिंदुखत्ता में तीन करोड़ की लागत से प्राइमरी, जूनियर, हाईस्कूल व इंटर कालेजों में भवन निर्माण आदि होगा। चार करोड़ 80 लाख से गौलापार व बरेली रोड पर छह नलकूप लगेंगे। जिला योजना के तहत तीन करोड़ 90 लाख, राज्य योजना के तहत 10 करोड़ 57 लाख व 13वें वित्ता आयोग के तहत पांच करोड़ से विस क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछेगा, जो इसी माह स्वीकृत हो जाएंगे।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत खत्ताों में कक्षा-कक्षों, चहारदिवारी व शौचालयों के लिए पांच करोड़ मंजूर हो चुके हैं। राजकीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत कक्षा-कक्षों आदि के लिए तीन करोड़ स्वीकृत हुए हैं। जीआइसी लालकुआं में कक्षा-कक्ष के लिए पांच लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। ढाई करोड़ से गौलापार व बरेली रोड पर पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। बाढ़ से बचाव को 52 करोड़ की योजना का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। बिंदुखत्ता में घोड़ानाला मार्ग के लिए 15 लाख, गौलागेट इंद्रानगर मार्ग के लिए 24.5 लाख, गांधीनगर-शास्त्रीनगर मार्ग के लिए पांच लाख, पुराना बिंदुखेड़ा-चित्रकुट मार्ग के लिए 24 लाख व बाजपुर चौराहे से पूर्वी राजीव नगर मार्ग के लिए 18 लाख रुपये दैवीय आपदा मद में स्वीकृत हुए हैं। सेंचुरी पेपर मिल के मुख्य द्वार से 25 एकड़-दीना मार्ग के लिए एक करोड़ 97 लाख स्वीकृत हुए हैं।
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आगे नहीं बढ़ी पार्को की सौंदर्यीकरण योजना

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रामनगर: पर्यटन नगरी में नगरपालिका का क्लीन-ग्रीन सिटी का नारा हवाहवाई साबित होने लगा है। पालिका प्रशासन अपने क्षेत्र के खस्ताहाल पार्को की सौंदर्यीकरण योजना को ही आगे नहीं बढ़ा सका है। यह हाल तब है जब पर्यटन मंत्री अमृता रावत क्षेत्रीय विधायक हैं। उन्होंने देसी-विदेशी सैलानियों के आगमन के मद्देनजर नगर को क्लीन एवं ग्रीन बनाने के निर्देश जारी कर रखे हैं।
पालिका के नगर में लगभग 10 पार्क हैं। इन पार्को की हालत बेहद खस्ताहाल हो चुकी है। कई पार्को की ईटें व एंगल तक गायब हो गई हैं। पालिका प्रशासन की उदासीनता के कारण अतिक्रमणकारियों ने पार्क पर कब्जा कर निजी धंधा शुरू कर दिया है। कुछ पार्क मवेशियों के बैठने का अड्डा बन गए हैं तो कुछ में गंदगी का साम्राज्य फैला है। पालिका ने ग्रीन-क्लीन सिटी के तहत खस्ताहाल पार्को की सुध लेते हुए उनकी सौंदर्यीकरण योजना तैयार की। योजना के तहत प्रत्येक पार्क में चहारदीवारी के साथ फूल व छायादार पौधे लगने थे। लोगों के बैठने के लिए बैंच आदि लगनी थीं। एक साल बीतने के बाद भी पालिका की ओर से इस दिशा में कोई प्रयास होते दिखाई नहीं दे रहे।
पालिका के अधिशासी अधिकारी मनोज दास का कहना है कि पार्को के सौंदर्यीकरण के लिए आगणन तैयार किया जा रहा है। इसे शासन को भेजा जाएगा। उसके बाद ही पार्को के सौंदर्यीकरण का कार्य हो पाएगा।
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वे बाबुल अस्सी हुण उड़ी जाना

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विकासनगर: हिमजन कल्याण सभा का वार्षिकोत्सव रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ मनाया गया। बच्चों की प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया। अंशिका पराशर ने भला सपाइया डोगरिया ओ और राखी, प्रिया आदि ने पंजाबी गीत 'साडा चिड़ियां दा चंबा वे बाबुल अस्सी हुण उड़ जाना' गीत पर समा बांध दिया।
एसबी कॉलेज परिसर में वार्षिकोत्सव का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक कुलदीप कुमार व अध्यक्ष कैप्टन शिवराम शर्मा ने दीप जलाकर किया। अनुनाद पब्लिक स्कूल चांदपुर की छात्राओं अंशिका डोगरा, शिवानी रावत आदि ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। इसके बाद अक्षांश ठाकुर ने हिमाचली गीत 'अस्सां रे हिमाचली सबते बखरे' गाकर सबका मन मोह लिया। साक्षी, अंजली व अंजू गुलेरिया ने गरोंआ दे लंबरदारा, ओ इन्हां छोरुआं जो लयां समझाई, वारा चलदे सीटी मार दें, छेती छेती आजा मेरे ढोल परदेशिया, सुन कांगड़े दे आं लोकां शहर ज्वाला मंदिर, धोबन चली कपड़े धोने आदि गीत पर शानदार नृत्य की प्रस्तुतियां दीं।
इसके अलावा राखी, प्रिया व अन्य ने पंजाबी गीत 'साडा चिड़ियां दा चंबा वे बाबुल अस्सी हुण उड़ जाना' गीत पर समा बांध दिया। अविरल सिंह व सूर्यवंशी आदि ने हिमाचल नाटक व इशा मंडोला व वैभव चंदेल ने गोर्खाली गीत से समा बांधा। सभा के अध्यक्ष श्री शर्मा ने समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने व संस्था द्वारा किए जाने वाले जनहित के कार्यो का प्रचार प्रसार करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में उत्कृष्ठ कार्य करने पर तेलपुर, एनफील्ड व एटनबाग उपसभा को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर शुवण सिंह, अजमेर सिंह राणा, सुखदेव गुलेरिया, पूर्व विधायक श्री कुमार, छरबा प्रधान रोमीराम जसवाल, रत्न चंद्र शर्मा, एसबी कॉलेज चेयरमैन बलवीर चंदेल को सम्मानित किया गया। शिक्षा व खेलकूद में जिला स्तर पर पहुंचे निशांत नागवाल, रूचिका, शुभम लखरवाल, शिवानी को भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में कृष्णचंद लखरवाल, बेलीराम गथानिया, प्रदीप ठाकुर, डॉ. रंजीत, हाकम चंद, सोहन सिंह, मधु ठाकुर, सुनीता रावत, अंजू आदि मौजूद थे।
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68 बीटों पर 'तीसरी आंख' की नजर

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रामनगर: कार्बेट टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए फेज फोर की गणना प्रारंभ हो गई है। इसके तहत सीटीआर को 68 बीटों में बांटा गया है। प्रत्येक बीट में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
कार्बेट में बीटों में लगे इन कैमरों के माध्यम से बाघों की संख्या का अनुमान लगाया जाएगा। वन कर्मी प्रतिदिन बाघों के पदचिह्नों को देखकर भी उनकी संख्या का अनुमान लगाएंगे। इंप्रेशन पैड से भी बाघों के पदचिह्न लिए जाएंगे। बाघों के वास स्थलों का डाटा भी वन कर्मी एकत्र करेंगे। इस कार्य में लगे वन कर्मियों को एक प्रपत्र दिया गया है, जिसे भरकर उनको देना है। उसी आधार पर बाघों की संख्या का भी अनुमान लगाया जा सकेगा। इस कार्य के लिए पहले से प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
पहले प्रत्येक चार साल में बाघों की गणना राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण कराता रहा है। अब चार साल में बाघों की गणना एनटीसीए तो कराएगा ही, हर साल टाइगर रिजर्व भी अपने क्षेत्र में बाघों की संख्या का आकलन करेगा।
यह बाघों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए कार्य किया जा रहा है। इस गणना में कई वैज्ञानिक तरीकों से बाघों के विषय में जानकारी एकत्र की जाएगी। यह कार्य फरवरी अंत तक चलेगा।
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शिविर का 2655 मरीजों ने उठाया लाभ

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ऋषिकेश : श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के 347वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में 2655 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
रविवार को श्री हेमकुंट साहिब गुरुद्वारे में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे व सोनोग्राफी आदि की सुविधा भी उपलब्ध थी। सुबह से ही शिविर में रजिस्ट्रेशन के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। निर्मल आई इंस्टीट्यूट द्वारा लगाए गए कैंप में 50 से अधिक लोगों ने नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरा। 60 लोगों की नेत्र जांच कर उन्हें नि:शुल्क चश्मे दिए गए। इस अवसर पर ज्योति विशेष विद्यालय द्वारा विकलांगता से बचाव की जानकारी दी गई। रक्तदान शिविर में 60 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस अवसर पर श्री हेमुकंट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को एक स्थान पर तमाम चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराना है। शिविर में डॉ. केजेएस सबरवाल, डॉ.कुलदीप दत्ता, डॉ. पुनीत त्यागी, डॉ.सुमित प्रभाकर, डॉ. लूना पंत, डॉ. शिक्षा द्विवेदी, डॉ.प्रदीप सेठी, डॉ. जयदीप दत्त, डॉ. अशोक त्यागी सहित 35 विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सेवाएं दी। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, भगत सिंह बिंद्रा, विनोद शर्मा, सुधीर कुकरेती, बचन पोखरियाल, पूनम उनियाल, ऊषा रावत, अनीता ममगांई, भगत राम कोठारी आदि उपस्थित थे।
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दांव पर हजारों छात्रों का भविष्य

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कोटद्वार: हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के उन हजारों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा है जिन्होंने इस साल बीए और एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षाएं देनी हैं। विश्वविद्यालय ने इन परीक्षाओं का आयोजन कराने से इंकार कर दिया है। कहा यह जा रहा है कि अब यह परीक्षाएं हाल ही में सृजित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय करवाएगा, लेकिन कब, इसकी जानकारी किसी को नहीं।
इंटरमीडिएट परीक्षा उतीर्ण करने के बाद स्नातक स्तर की व्यक्तिगत परीक्षा देने वाले उन हजारों छात्र-छात्राओं के भविष्य पर संकट के बादल गहरा गए हैं, जिन्होंने अपने भविष्य को लेकर कई सपने संजोए हुए हैं। दरअसल, हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक वर्ष 2013 में बीए व एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षाएं कराने से इंकार कर दिया है। वर्तमान में स्थिति यह है कि बीए व एमए प्रथम वर्ष के व्यक्तिगत आवेदन पत्रों को छोड़ अन्य सभी कक्षाओं के व्यक्तिगत आवेदन पत्र राजकीय स्नातकोत्तर विवि को मिल चुके हैं। इधर, बीए व एमए प्रथम वर्ष में व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में आवेदन करने वाले छात्र-छात्राएं प्रतिदिन महाविद्यालय के चक्कर काट तो रहे हैं, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा। जवाब मिले भी तो कहां से, अभी तो महाविद्यालय प्रशासन ही स्वयं असमंजस की स्थिति में है। दरअसल, शासन स्तर से निर्णय लिया गया है कि बीए व एमए प्रथम वर्ष के व्यक्तिगत परीक्षाथिर्यो की परीक्षा हाल में सृजित श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कराएगा। महाविद्यालय सूत्रों की मानें तो अभी तक नवसृजित विश्वविद्यालय का ढांचा भी सही तरीके से नहीं बन पाया है। ऐसे में कब आवेदन पत्रों का प्रारूप तय होगा व कब उन्हें प्रकाशन के उपरांत महाविद्यालयों को भेजा जाएगा, इसे लेकर गफलत की स्थिति बनी हुई है।
-और भी हैं मुसीबतें
नवसृजित विश्वविद्यालय के लिए आवेदन पत्र जारी करना ही एकमात्र मुसीबत नहीं, बल्कि समय से परीक्षा संपन्न कराना सबसे बड़ी चुनौती है। दरअसल, विश्वविद्यालय ने अभी तक बीए व एमए प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम भी तय नहीं किया है। उम्मीद है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय मार्च-अप्रैल से परीक्षाएं शुरू कर देगा। यदि नवसृजित विश्वविद्यालय ने इस दौरान परीक्षा करवा दी तो ठीक, वरना पूरा शैक्षणिक सत्र गड़बड़ा सकता है।
बीए व एमए प्रथम वर्ष की व्यक्तिगत परीक्षा श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कराएगा, लेकिन अभी तक आवेदन पत्र नहीं मिल पाए हैं। यदि आवेदन पत्रों में विलंब होता है तो परीक्षा भी विलंब से होगी, जिसका असर शैक्षणिक सत्र पर पड़ सकता है। डॉ.एमएस रौतेला, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार
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आधार नहीं पहचान का 'आधार'

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उत्तरकाशी : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ओर से जारी किए जा रहे आधार कार्ड को अगर आप अपनी पहचान का पुख्ता आधार मान रहे हैं तो आप गलत हैं। संचार कंपनियां आधार कार्ड को आइडी के तौर पर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। जिसके चलते आधार कार्ड धारकों को मोबाइल के नए सिम देने से मोबाइल आपरेटरों ने मना कर दिया है।
सरकार की ओर से एक ओर आधार कार्ड को भले ही पहचान पत्र के तौर पर प्रचारित- प्रसारित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मोबाइल सिम हासिल करने के मामले में यह कारगर साबित नहीं हो रहे। संचार कंपनियों के एजेंट्स की मानें तो यह आधार कार्ड पहचान के लिए कोई प्रूफ नहीं है। कंपनियों की ओर से एंजेट्स को आधार कार्ड पर सिम देने से इंकार किया गया है। जबकि बैंक खाते, ड्राइविंग लाइसेंस, फोटो पहचान पत्र आदि बनवाने में आधार कार्ड आईडी के रूप में पूरी तरह स्वीकार्य है लेकिन मोबाइल सिम हासिल करने के लिए आधार कार्ड धारकों को दूसरे आईडी पर ही मोहताज होना पड़ रहा है। जिले में बीते साल आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। फिलहाल दस हजार के करीब लोगों के आधार कार्ड बने हुए हैं। जिस पर कार्ड धारक का नाम, एक यूनीक आईडी नंबर, पूरा पता व फिंगर प्रिंट होता है। वहीं भारत सरकार के अशोक चिह्न के साथ ही यूआइडी का एक टोल फ्री टेलीफोन नंबर भी मौजूद है। इसके बावजूद संचार कंपनियों के लिए यह पूरी कवायद सिफर ही है।
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150 शिक्षक होंगे समायोजित!

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गोपेश्वर: सीमांत चमोली जिले के 94 उच्चीकृत जूनियर हाईस्कूलों में तैनात सैकड़ों शिक्षक पशोपेश की स्थिति में हैं। दरअसल, इन जूनियर हाईस्कूलों के उच्चीकरण के बाद शासन स्तर पर यहां तैनात शिक्षकों को अन्यत्र समायोजित करने की प्रक्रिया गतिमान है। शिक्षक इस बात को लेकर आंदोलित हैं कि साजिश के तहत उन्हें सरकार की ओर से दूसरे विद्यालयों में भेजा जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि इस बारे में न्यायालय ने भी उनके पक्ष में फैसला सुनाया है। बावजूद इसके सरकार उन्हें दूसरे विद्यालयों में भेजने की कोशिश कर रही है।
गौरतलब है कि चमोली जिले में 94 जूनियर हाईस्कूलों को उच्चीकृत कर हाईस्कूल बनाया है। इन जूनियर हाईस्कूलों में वर्तमान समय में 150 से भी अधिक शिक्षक अध्यापक कार्यरत हैं। शासन की ओर से उच्चीकृत जूनियर हाईस्कूलों से इन अध्यापकों को जिले के अन्य जूनियर हाईस्कूलों में भेजने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया है। इससे शिक्षक परेशान हैं। बताते चलें कि चमोली जिले में भाजपा सरकार के कार्यकाल में 70 जूनियर हाईस्कूलों को उच्चीकृत कर हाईस्कूल का दर्जा दिया था। इसी तरह कांग्रेस सरकार भी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जिले के 24 विद्यालयों को उच्चीकृत कर हाईस्कूल बनाया। भाजपा शासन के दौरान 2009 में जब इन अध्यापकों को अन्यत्र समायोजित करने जा रहे थे तो शिक्षक कोर्ट में चले गए। कोर्ट ने शिक्षकों को यथावत रखने के आदेश दिए थे। अब कांग्रेस सरकार इन शिक्षकों को समायोजित करने के लिए 10 दिसंबर 2012 के शासनादेश जारी कर चुकी है। इसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि उच्चीकृत जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों को अन्यत्र के जूनियर हाईस्कूलों में समायोजित किया जाए। शिक्षक शासन की इस रणनीति से आक्रोशित हैं।
सरकार की ओर से जूनियर हाईस्कूलों को उच्चीकृत करने का हम स्वागत करते हैं। इन स्कूलों में तैनात शिक्षकों को उन्हीं विद्यालयों में यथावत रखा जाए और जूनियर हाईस्कूलों में रिक्त पड़े अध्यापकों के पदों पर प्राथमिक सहायक अध्यापकों की पदोन्नति की जाए। न्यायालय ने भी हमारे पक्ष में फैसला सुनाते हुए इन शिक्षकों को यथावत रखने के आदेश दिए गए हैं। बावजूद सरकार इन अध्यापकों को अन्यत्र समायोजित करती है तो इसका खामियाजा सरकार को ही भुगतना पड़ेगा
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Saturday, January 19, 2013

हिमालयन क्रिकेट अकेडमी ने कब्जाया खिताब

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देहरादून: प्रथम शिशुपाल सिंह राघव एम मिल्क कप क्रिकेट टूर्नामेंट में हिमालयन क्रिकेट अकेडमी (एचसीए) ने ब्राइट होम पब्लिक स्कूल (बीएचपीएस) को 19 रन से हराकर खिताब कब्जाया। एचसीए के विजय सिंह को मैन आफ द सीरीज चुना गया।
सर्वे स्टेडियम में चल रहे टूर्नामेंट में शनिवार को एचसीए व बीएचपीएस के बीच फाइनल खेला गया। शुक्रवार को हुई बरसात के चलते मैदान गीला होने के कारण काफी विलंब से शुरू हुए मैच को सात-सात ओवर का कर दिया गया। एचसीए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तीन विकेट खोकर 65 रन बनाए। विजय सिंह ने 27 व अजय ने 16 रन की पारी खेली। 66 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बीएचपीएस की टीम निर्धारित ओवर में पांच विकेट खोकर 46 रन ही बना सकी। नईम ने 12 व रोहित ने 13 रन का योगदान दिया। एचसीए के लिए अभिषेक ने तीन विकेट चटकाए।
एचसीए के विजय सिंह को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज व बल्लेबाज, बीएचपीएस के सौरभ को सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर और राजशेखर मलिक को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक का पुरस्कार मिला। समापन पर उत्तराखंड यूथ ट्वेंटी-20 क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप राघव व केके महाजन ने पुरस्कार वितरित किए। इस मौके पर एसोसिएशन के सचिव जावेद बट्ट भी मौजूद थे।
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75 दिन में मात्र 31 को मिला बेरोजगारी भत्ता

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 राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ बेरोजगारी भत्ता के प्रति अभी भी बेरोजगारों में रुझान कम नजर आ रहा है। तीसरे माह तक भी मात्र 81 पंजीकृत बेरोजगारों ने आवेदन पत्र रोजगार कार्यालय से हासिल किया है। इनमें मात्र 31 को बेरोजगारी भत्ता जारी हुआ है। बीते दिनों सरकार के प्रावधानों में कुछ शिथिलता से तादात बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। जिला सेवा योजन अधिकारी वाईएस रावत ने बताया कि अब ढाई से बढ़कर पांच हजार प्रारंभिक तौर पर अर्हता पूरी कर रहे हैं।
प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन, पर्वतीय जिलों में यह समस्या अधिक जटिल है। पहाड़ से रोजगार के लिए शहरों की ओर युवाओं का पलायन राज्य गठन के बाद भी जारी है। साथ ही बेरोजगारों की तादात बढ़ती जा रही है। इधर, चम्पावत जिले का भी अधिकांश क्षेत्र दुर्गम है। दर्जनों गांव आज भी सड़क, चिकित्सा, बिजली आदि सुविधा से वंचित हैं। साथ ही जिले में रोजगार के साधन कम होने से युवाओं का पलायन प्रमुख समस्या है। वर्तमान में सेवायोजन कार्यालय में ही 16 हजार से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं। बीते वर्ष राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा के बाद आरंभ में सेवा योजन कार्यालय में भत्ते को लेकर खासी गहमागहमी रही। लेकिन, तीसरे माह तक आते-आते गहमागहमी कम हो गई। नवंबर में बताया गया था कि जिले में आयु, शैक्षिक योग्यता के आधार पर करीब 2242 अभ्यर्थी प्रथम दृष्टया अर्हता पूरी कर रहे हैं। लेकिन, तीसरे माह तक मात्र 81 बेरोजगारों ने ही आवेदन पत्र हासिल किया है। जिनमें 31 को ही भत्ता जारी कर दिया गया है। इसमें चार वर्ष के पंजीयन समेत कई प्रावधान हैं। बीते दिनों प्रदेश शासन ने प्रावधानों में कुछ शिथिलता को हरी झंडी दी थी। इस मामले में जिला सेवा योजना अधिकारी ने बताया कि अभी शासन से अभी स्थिलता को लेकर पत्र नहीं मिला है। लेकिन अब अर्हता पूरी करने पर एक ही परिवार को एक से अधिक पंजीकृत बेरोजगारों को भत्ता मिल सकेगा। इससे जिले में प्रारंभिक तौर पर करीब पांच हजार पंजीकृत बेरोजगार अर्हता पूरी कर रहे हैं। वार्षिक पारिवारिक आय 1.5 से बढ़कर 2.5 लाख आदि शामिल है। इसमें स्नातकोत्तर को एक हजार मासिक, स्नातक को 750 रुपये मासिक, इंटर उत्तीर्ण को 500 रुपये मासिक भत्ता दिया जा रहा है।
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बेटा बेटी एक समान, दोनों की शिक्षा पर दें ध्यान

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 अगस्त्यमुनि: महिला सशक्तिकरण एवं मद्य निषेध सम्मेलन में लोगों को जागरूक किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने तथा सार्वजनिक स्थानों पर शराब का प्रचलन पूरी तरह रोकना है। सम्मेलन में क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया।
श्री केदार-बदरी मानव श्रम समिति के सौजन्य से ग्राम पंचायत बडे़थ में आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को किसी भी काम में पीछे नहीं रहना चाहिए, उन्हें असंभव कार्य को संभव बनाकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या आज के दौर की गंभीर समस्या बन गई है। उन्होंने लोगों को सुझाव दिया कि बेटा व बेटी कोई फर्क न करें। उन्होंने बेटी की शिक्षा-दीक्षा पर विशेष जोर देने की बात भी कही। सार्वजनिक स्थानों एवं शादी ब्याह में मद्य निषेध को पूरी तरह बंद होना चाहिए। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी एवं सचिव महेंद्र नौटियाल ने कहा कि भविष्य में भी संस्था सामाजिक क्षेत्र में व्याप्त कुरीतियों के प्रति अपना जागरूकता अभियान जारी रहेगी। सम्मेलन में डालसिंगी, अरखुंड, बसुकेदार, मैणी, पौंडार, वीरों, बष्टी, डुंगर, बडे़थ, भटवाड़ी, जोला, पाटियूं समेत दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान सम्मेलन में नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर तहसीलदार एलएस पिंगल, बीडीओ निशा वर्मा, उमा जोशी, नरेंद्र सिंह, भानु प्रसाद भट्ट, एलपी जोशी, बच्चीराम जोशी समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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एक फरवरी से होगा हवाई पट्टी का विस्तारीकरण

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पिथौरागढ़ : नैनी-सैनी हवाई पट्टी के विस्तरीकरण कार्य का इंतजार अब खत्म होने को है। एक फरवरी से विस्तारीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह बात प्रमुख सचिव राकेश शर्मा ने कही, वह गुरुवार को प्रस्तावित कार्यो की समीक्षा के लिए पिथौरागढ़ पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग कालेज के लिए 10 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं। इसके लिए भूमि चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। कालेज के लिए पूर्णकालिक प्रधानाचार्य का चयन के बाद अब स्थाई स्टाफ के लिए चयन प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि मार्च तक नवोदय विद्यालय शुरू हो जाने के बाद जीआइसी के कमरे खाली हो जाएंगे। इनमें इंजीनियरिंग कालेज की लैब तथा वीडियो हाल शुरू किया जाएगा। इंजीनियरिंग कालेज के विद्यार्थियों की सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए राजकीय संग्रहालय सप्ताह में दो दिन दो घंटे के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए संग्रहालय को पांच लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है।
बताया कि हवाई पट्टी विस्तारीकरण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। इसका निर्माण एक फरवरी से शुरू कर दिया जाएगा। विस्तारीकरण के दौरान ही नैनी-सैनी क्षेत्र के लिए 20 लाख की लागत से खेल मैदान बनाया जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए 15 व्यक्तियों की एक समिति बनाई जाएगी जो बेरोजगार युवकों के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से उन्हें उपलब्ध कराएगी। बैठक में अपर सचिव तकनीकी शिक्षा शैलेश बगौली, इंजीनियरिंग कालेज के प्रधानाचार्य डीएस पुंडीर सहित तमाम लोग मौजूद थे।

बारिश और बर्फबारी से खिले किसानों के चेहरे

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उत्तरकाशी : एक महीने के लंबे इंतजार के बाद जिले में हुई बारिश और बर्फबारी किसानों के चेहरे पर रौनक लेकर आई है। सूखे से खराब हो रही गेहूं, मटर समेत अन्य फसलों के लिए यह बारिस और बर्फबारी संजीवनी साबित हुई है।
जिले में बीते महीने से जारी सूखे के चलते जिले में गेहूं, मटर, सरसों समेत सीजनल सब्जियों पर सूखे का संकट छाने लगा था। जिले में बीते माह से जारी सूखे के चलते 12303 हेक्टेयर में बोए गए गेहूं के साथ ही 1453 हेक्टेयर में बोए गए मटर पर खतरा मंडराने लगा था। जनवरी के एक पखवाड़े बीतने के बाद भी बारिस ना होने से किसानों की धड़कने तेज होने लगी थी, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को हुई बर्फबारी और बारिश से अब फसलों पर छाया संकट भी टल गया है। वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में हुई खूब बर्फबारी से आने वाली फसलों के लिए भी जमीन को पर्याप्त नमी मिल जाएगी। काश्तकार विजय सिंह राणा का कहना है कि बारिस और बर्फबारी ना होने से गेहूं, मटर और सरसों की फसल खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी थी ऐसे में यह बर्फबारी ने हमें बर्बाद होने से बचा लिया है।
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Wednesday, January 16, 2013

महत्वपूर्ण सूचनाएं वेबसाइट पर दें: सीएस

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मुख्य सचिव आलोक कुमार जैन ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी महत्वपूर्ण सूचनाओं को अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध कराएं। प्रत्येक विभाग एक-एक नोडल अधिकारी नामित करेगा ताकि वेबसाइट को अपडेट रखा जा सकते और यह अधिकारी शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी से समन्वय बनाएगा।
मंगलवार को सचिवालय में सुराज, भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा विभाग द्वारा महत्वपूर्ण सूचनाओं को वेबसाइट पर प्रदर्शित किए जाने संबंधी बैठक में मुख्य सचिव ने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यकलापों की सूचनाएं जितनी अधिक सार्वजनिक होंगी, उतनी ही सरकार की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि विभागीय वेबसाइट में 25 लाख रुपये या अधिक के ठेके संबंधी, 10 लाख रुपये या अधिक मूल्य की सामग्री आपूर्ति, राज्य में किसी संस्था को भूमि आवंटन, राज्य की खनन नीति, भूमि क्रय विवरण, विभागों में सीधी भर्ती, पदोन्नति, ज्येष्ठता, विभागीय पदोन्नति से संबंधित विवरण, स्थायी निवास, जाति प्रमाणपत्र तथा पीपीपी मोड से संबंधित सूचनाएं विभागीय वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएं।
बैठक में अपर सचिव सुराज, भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा विभाग नितेश झा ने बताया कि शासन, जिलाधिकारी व विभागाध्यक्ष, तीन स्तर पर शिकायत व समस्या दर्ज कराने की व्यवस्था की गई है। आवेदक संबंधित विभाग, अधिकारी, जिला, तहसील का नाम और शिकायत व समाधान का विवरण दर्ज करेगा। उसे अपना पता, मोबाइल नंबर व कोई पहचान देनी होगी। शिकायत दर्ज करने के बाद उसे पावती के साथ विशेष आईडी भी दी जाएगी। शिकायत दर्ज होने के बाद संबंधित व्यक्ति और अधिकारी को ईमेल और एसएमएस अलर्ट मिल जाएगा। महानिदेशक सूचना दिलीप जावलकर ने बताया कि विभाग की वेबसाइट तैयार कर ली गई है। साथ ही निरीक्षा संबंधी कार्य को आनलाइन तथा बिलिंग व भुगतान व्यवस्था को कंप्यूटराइज्ड कर दिया गया है। बैठक में प्रमुख सचिव पेयजल एस राजू, रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसएस संधू, सचिव परिवहन उमाकांत पंवार, आरसी पाठक, अजय प्रद्योत आदि उपस्थित थे।
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ईट-गारों के महल पर फिजूलखर्ची तो नहीं !

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 देहरादून: गैरसैंण को स्थायी राजधानी या फिर ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने से पूरी तरह परहेज करते हुए सरकार ने मकर संक्रांति पर गैरसैंण में विधान भवन की आधारशिला तो रख दी, मगर सरकार की यह कवायद आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे नवोदित राज्य के लिए भविष्य में बेवजह पड़ने वाले आर्थिक बोझ की ओर भी इशारा कर रही है। यही नहीं, पहाड़ के दुख-दर्द के प्रति व्यवस्था का उपेक्षित रवैया भी सरकार की इस कसरत से दूर होता नजर नहीं आ रहा।
राज्य गठन के 12 साल बाद पहली बार सूबे के सियासतदां व नीति-नियंताओं का जमावड़ा चमोली जिले के गैरसैंण में तीन नवंबर को कैबिनेट बैठक के दौरान नजर आया और फिर 14 जनवरी मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गैरसैंण में गाजे-बाजों के साथ विधान भवन, विधायक ट्रांजिट हास्टल, अधिकारी व कर्मचारी ट्रांजिट हास्टल की आधारशिला रखी, मगर इस समारोह में भी सरकार के नुमाइंदे गैरसैंण को स्थायी या ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के मुद्दे पर खामोशी की चादर ओढ़े रहे। साफ है कि सरकार वर्ष भर तो दूर साल के तीन महीने भी सुदूरवर्ती गैरसैंण में बिताने के मूड में नहीं है। बस कुछ दिन पिकनिकनुमा सत्र रखकर पहाड़वासियों की भावना का पॉलिटिकल इनकैशमेंट भर करना चाहती है।
ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि साल में सिर्फ तीन या पांच दिन विधानसभा सत्र के लिए गैरसैंण में ढांचागत सुविधाओं के विकास पर आखिर करोड़ों रुपये क्यों बहाया जा रहा है। राज्य गठन के 12 साल बाद भी सरकार एक अदद कमिश्नर तक को पौड़ी में नहीं बिठा पाई। राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में डाक्टरों व शिक्षकों का अभाव अब भी बना हुआ है। यहां तक कि पहाड़ की सीटों से निर्वाचित विधायक भी चुनाव जीतने के बाद देहरादून की ओर से ही रुख करते नजर आ रहे हैं। चुनावी राजनीति में भी जनप्रतिनिधियों का यह पलायनवादी चेहरा उजागर हो चुका है।
ऐसे विधायकों की फेहरिस्त काफी लंबी है, जो 2012 के विधानसभा चुनाव में पहाड़ की अपनी परंपरागत सीटें छोड़कर मैदान व तराई क्षेत्रों से चुनाव लड़े। पहाड़ से चुनकर आए 90 फीसद नेताओं का रवैया पलायनवादी रहा है। ज्यादातर ने दून में घर-परिवार बसा लिए हैं। गैरसैंण पर भाजपा व कांग्रेस के दिग्गज अपनी सुविधानुसार बयानबाजी कर रहे हैं। गैरसैंण में पिकनिक व्यवस्थापन पर हामी भरने वाले तमाम सियासी दिग्गज गैरसैंण को राजधानी घोषित करना तो दूर ग्रीष्मकालीन राजधानी तक स्वीकारने को राजी नहीं हैं।
ऐसे में मात्र तीन या पांच दिन के लिए गैरसैंण में पिकनिक व्यवस्थापन से विकास से दूर व उपेक्षित पहाड़ का भला कैसे हो पाएगा। जाहिर है गैरसैंण में बैठकर पहाड़ के विकास का खाका तैयार करने व उसे धरातल पर लाने का काम जब तक वहीं से नहीं होगा, तब तक पहाड़ों का भला होने वाला नहीं है
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राजधानी अब भी सपना

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मकर संक्रांति पर सरकार ने गाजे-बाजों के साथ चमोली जिले के गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास भले कर लिया हो, मगर राज्य आंदोलन के दौरान से ही गैरसैंण को लेकर आम जनता ने जो सपना देखा, वह अब भी हकीकत से कोसों दूर है। सच्चाई यह है कि गैरसैंण को लेकर सरकार की अब तक की पूरी कवायद में पहाड़ की चिंता कम और सियासी लाभ लेने की रणनीति ज्यादा नजर आती है। यही वजह है कि उत्तारायणी पर गैरसैंण से पहाड़ के विकास का दम भरने वाली सरकार गैरसैंण को उत्ताराखंड की स्थायी या ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने तक का साहस नहीं जुटा पाई। यानी, जो वजूद में आने जा रहा है वह साल के 365 दिनों में से दो-चार दिन की राजनीतिक पिकनिक से ज्यादा कुछ नहीं होगा।
अगर आम जन के मन में यह सवाल उठ रहा है कि गैरसैंण में विधानसभा भवन का निर्माण व साल भर में विधानसभा का मात्र एक सत्र आयोजित होने से पहाड़ के आम जनमानस को आखिर क्या हासिल होने वाला है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं। साफ है कि गैरसैंण में शिलान्यास कार्यक्रम वहां ज्यादा से ज्याद तीन या पांच दिवसीय सत्र चलाने के लिए ढांचागत सुविधाएं जुटाने की कसरत से ज्यादा कुछ नहीं है। यह तथ्य प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से सभी सियासी दलों के बड़े नेता भी मान रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिकनिक व्यवस्थापन की इस पूरी कवायद में अब तक गैरसैंण के जितने भी सरकारी दौरे हुए, वे सड़कों के जरिये नहीं बल्कि हवा में ही किए गए।
सूबे के राजनीतिक कर्णधार हों या फिर नीति-नियंता, हर किसी ने सुविधा संपन्न शहर देहरादून से सुदूर अंचलों में बसे गैरसैंण तक का सफर बदहाल सड़कों की हकीकत से गुजरने की बजाय उड़नखटोलों में बैठकर ही तय किया। यानी, गैरसैंण को लेकर सरकार की प्लानिंग व उसे जमीन पर आकार देने की पूरी कसरत में सदियों से अलग-थलग व उपेक्षित पहाड़ के दर्द को महसूस करने की जरूरत तक नहीं समझी गई। डेढ़ दशक पहले उपेक्षा के इसी भाव ने शायद पहाड़वासियों को 'आज दो अभी दो उत्ताराखंड राज्य दो' और 'गैरसैंण अब दूर नहीं' जैसे नारे बुलंद करने को मजबूर किया था। उपेक्षा की इसी पृष्ठभूमि से ही विकास को तरसते पहाड़ से अलग राज्य के गठन की मांग उठी। आंदोलन में मुठ्ठियां ताने हर आमोखास की आंखों में बस एक ही सपना था कि जब तक नीति-निर्धारक व कानून निर्माता पहाड़ में बैठकर पहाड़ की चिंता नहीं करेंगे, तब तक पहाड़ की तस्वीर व उनकी तकदीर बदलना मुमकिन नहीं। यही वजह थी कि उत्ताराखंड गठन के साथ ही गैरसैंण को नए राज्य की राजधानी बनाने की मांग भी आंदोलन का प्रमुख एजेंडा बनी। अफसोस इस बात का है कि राज्य बनने के 12 साल बाद भी सरकारें गैरसैंण को न तो राजधानी बना पाई और न राजधानी के रूप में स्वीकारने की हिम्मत ही जुटा पाई।
राज्य बनने के बाद से अब के बारह सालों में भाजपा और कांग्रेस, दोनों को सत्ता संभालने का लगभग बराबर वक्त मिला। दोनों को दो-दो बार सूबे की सत्ता मिली। स्थायी राजधानी तय करने के लिए बनाए गए दीक्षित आयोग की रिपोर्ट भी ठंडे बस्ते में है, मगर गैरसैंण के मुद्दे पर सियासी दलों की रहस्यमय खामोशी नहीं टूटी। क्षेत्रीय सरोकारों की तपिश से उपजा क्षेत्रीय दल उक्रांद भी सत्ता में भागीदार बनने पर अपने इस कोर एजेंडे से विमुख होता दिखाई दिया। बात चाहे पिछली भाजपा सरकार की हो या मौजूदा कांग्रेस सरकार की, दोनों में उक्रांद की किसी न किसी रूप में भागेदारी रही। वर्तमान कांग्रेस सरकार ने गैरसैंण में विधान भवन का शिलान्यास भले कर लिया, मगर उसकी यह कवायद राज्य आंदोलन के दौरान गैरसैंण को लेकर देखे गए सपने की अवधारणा से कोसों दूर दिखाई पड़ती है। जाहिर है उत्तारायणी पर हुआ यह शिलान्यास सत्तारूढ़ कांग्रेस की मंशा व राजनीतिक महत्वाकांक्षा दोनों पर ही सवाल खड़े करता है।
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खनन की भेंट चढ़ा साल का जंगल

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यमकेश्वर: खनन माफिया ने तहसील मुख्यालय के पास स्थित पूरा पहाड़ खंगाल दिया है, लेकिन विभाग को हवा तक नहीं। हालात यह हैं कि खनन के कारण प्रतिबंधित साल के वृक्षों से भरे जंगल पर खतरा पैदा हो गया है, लेकिन देखने वाला कोई नहीं।
प्रखंड यमकेश्वर में खनन माफिया के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि वे तहसील की नाक के नीचे धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे है। इस खनन के कारण साल के हरे-भरे जंगल पर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, खनन माफिया ने तहसील मुख्यालय बिथ्याणी से ब्लाक मुख्यालय यमकेश्वर की ओर जाने वाले मार्ग पर ग्रामसभा चाई दमराड़ा में पड़ने वाले साल के पेड़ों से लकदक जंगल को खोद डाला है। हैरानी की बात यह है कि प्रतिदिन इस मार्ग से न सिर्फ तहसील, बल्कि खंड विकास कार्यालय के अधिकारी भी गुजरते हैं, लेकिन वे भी खनन माफिया के आगे चुप्पी साधने में ही बेहतरी समझते हैं। उधर, अवैध खनन के कारण साल के कुछ पेड़ तो धराशायी हो गए हैं, जबकि कुछ धराशायी होने के कगार पर हैं।
मामला संज्ञान में नहीं है। संबंधित पट्टी पटवारी से पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी। यदि मामला राजस्व क्षेत्र में हुआ तो खननकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही होगी।
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फुटबॉल में पौड़ी और कफल्ना ने मारा मैदान

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 पौड़ी: कोट में चल रही राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का तीसरा दिन सीएफसी पौड़ी व कफल्ना के खिलाड़ियों के नाम रहा। सीएफसी पौड़ी ने कठुली को 3-0 से और कफल्ना ने खिर्सू को 4-0 से एकतरफा शिकस्त दी।
बुधवार को कोट मैदान में पहला मुकाबला सीएफसी पौड़ी व कठुली के बीच खेला गया। मुकाबले में सीएफसी पौड़ी के खिलाड़ियों के सधे हुए खेल के सामने कठुली के खिलाड़ी एक भी गोल दागने में सफल नहीं हो सके। शानदार खेल की बदौलत पौड़ी ने पहले हाफ में कठुली पर दो और दूसरे हाफ में एक गोल दागा। पौड़ी की ओर से शशांक रावत ने दो व अनुज एक गोल दागकर अपनी टीम को विजय दिलाई। प्रतियोगिता का दूसरा मुकाबला कफल्ना व खिर्सू के मध्य खेला गया। दूसरा मुकाबले का हाल भी कमोबेश पहले मुकाबले जैसा ही रहा। कफल्ना के खिलाड़ियों के सामने खिर्सू के खिलाड़ी एक भी गोल नहीं कर सके। परिणाम स्वरूप कफल्ना ने खिूर्स को 4-0 से रौंदकर जीत दर्ज की। कफल्ना की ओर से दरमान, राशिद, कैलाश व टिंकू ने एक-एक गोल किया। प्रतियोगिता में गोपाल चौहान, ललित बिष्ट व सुदर्शन नेगी ने निर्णायक की भूमिका निभाई जबकि अनिल कुमार ने फुटबॉल मैच का आंखो देखा हाल सुनाया। गुरुवार को प्रतियोगिता के दूसरे चरण में गढ़वाल राइफल व हरिद्वार और बैंज्वाड़ी व कोटद्वार के खिलाड़ी आमने-सामने होंगे।
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