http://garhwalbati.blogspot.com
उत्तराखंड जल विद्युत निगम ने चालू वित्त वर्ष में समय से पहले ही लक्ष्य से अधिक बिजली उत्पादन कर लिया है। इसके लिए बीते सीजन में अच्छे मानसून और रखरखाव तथा तकनीकी कार्य निगम को सुपुर्द करने को जिम्मेदार माना जा रहा है।
वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए निर्धारित विद्युत उत्पादन का लक्ष्य 4798 मिलियन यूनिट रखा गया था। निगम ने अपनी वृहद, मध्यम एवं लघु जल विद्युत परियोजनाओं से 23 मार्च को ही लक्ष्य से अधिक 4808.09 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन कर लिया। निगम की स्थापना के बाद अब तक एक वर्ष में सबसे अधिक उत्पादन वर्ष 2008-09 में 4613.23 मिलियन यूनिट हुआ है। जब तक यह वित्तीय वर्ष समाप्त होगा, उत्पादन और आगे बढ़ चुका होगा।
अधिक विद्युत उत्पादन के लिए पिछले मानसून सीजन में अच्छी बारिश एक कारण रही है। इस बार रामगंगा परियोजना अच्छा उत्पादन दे रही है। रामगंगा परियोजना किसी नदी पर नहीं बल्कि बरसाती नदियों से आए पानी के भराव से बनने वाली झील पर निर्भर है। परियोजना की झील में बारिश के दौरान उच्चतम स्तर तक जल भरने की वजह से यह स्थिति बनी है।
इसका एक अन्य कारण जल विद्युत निगम को ही सभी परियोजनाओं के रखरखाव का कार्य सुपुर्द करने को भी बताया जा रहा है। दरअसल पहले परियोजनाओं के रखरखाव का कार्य सिंचाई विभाग देखता था, जबकि तकनीकी कार्य जल विद्युत निगम देखता था। दोनों विभागों के बीच आपसी तालमेल की कमी की वजह से हमेशा विद्युत उत्पादन प्रभावित होता था। उत्पादन हानि के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते थे। राज्य सरकार ने इस संबंध में पहले ही शासनादेश कर संपूर्ण कार्य जल विद्युत निगम को सुपुर्द कर दिए थे, लेकिन इसे लागू करने में काफी समय लग गया। गत वर्ष यह शासनादेश लागू हो पाया। अब उसके परिणाम सामने आने लगे हैं।
जल विद्युत निगम के महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार छिबरो, तिलोथ, मनेरी भाली एवं रामगंगा विद्युत गृहों ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक विद्युत उत्पादन किया है। निगम के एमडी जीपी पटेल ने इसे निगम कर्मचारियों की उपलब्धि बताया है।
in.jagran.yahoo.com se sabhar
No comments:
Post a Comment
thank for connect to garhwali bati