हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र और शैलनट संस्था के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय नाट्योत्सव के समापन के मौके पर नाटक को प्रस्तुत किया गया। अंतिम दिन गढ़वाल विवि के चौरास परिसर स्थित स्वामी मनमंथन सभागार में चार नाटकों का मंचन किया गया। प्रकाश पंडित लिखित नाटक चारों तरफ का निर्देशन और प्रस्तुतिकरण केंद्र के छात्रों ने ही किया। मेहमान नवाजी से परेशान दंपत्ति की मनोदशा को नाटक के माध्यम से चित्रित किया गया। वोट की चोट और दूधनाथ सिंह के आखिरी छलांग का निर्देशन डॉ। स्वर्ण रावत ने किया। वोट और दलगत राजनीति को दिखाने वाले नाटक में कुणाल डोभाल, जिप्सा रावत, मनीष खाली, यतींद्र बहुगुणा, मनोज सुंदरियाल, बबीता आनंद और अभिनव में अभिनय किया।
महोत्सव की अंतिम प्रस्तुति शैलनट की कर्ण-कुंती रही। रविंद्रनाथ टैगोर लिखित नाटक का निर्देशन सुमनलता रावत ने किया। उन्होंने कुंती का पात्र भी निभाया, जबकि उनके पति कमल रावत ने कर्ण की भूमिका अदा की। तकनीकी पक्ष और कार्यक्रम का संचालन शैलनट सचिव डॉ. राकेश भंट्ट ने संभाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. एसएस रावत, डीन आर्ट्स प्रो. एएस देव, श्रीश डोभाल, नीरज नैथानी, शैलनट अध्यक्ष विमल बहुगुणा, महेश गिरी, जेके पैन्यूली, परवजे अहमद, अजीत पंवार, संजय पांडे, प्रेम मोहन डोभाल, देवेंद्र उनियाल, बीएम मेवाड़, गोकर्ण ममराड़ा समेत भारी संख्या में कला प्रेमी मौजूद रहे।
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