राजेश शर्मा | देहरादून | दून अस्पताल में सत्याग्रह पर बैठे कांग्रेस विधायक किशोर उपाध्याय ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक उन्हें कांग्रेस में अलग-थलग करने के लिए दबाव बना रहे हैं। उपाध्याय ने कहा कि वह सोमवार से मौन व्रत धारण कर लेंगे और एक हफ्ते बाद जल भी नहीं ग्रहण करेंगे।
पत्रकारों से बातचीत में श्री उपाध्याय कहा कि नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत समेत कांग्रेस के दूसरे विधायकों पर उन्हें अलग-थलग करने के लिए मुख्यमंत्री की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे इस सरकार के घोटालों को खोल रहे हैं, इसलिए सरकार के निशाने पर हैं। श्री उपाध्याय ने कहा कि उनका सत्याग्रह अस्पताल में भी जारी है। अभी वे सुबह और शाम को नींबू पानी ले रहे हैं। सोमवार से वह मौन व्रत धारण करेंगे। यदि फिर भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो एक सप्ताह बाद वे जल भी ग्रहण नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें फोर्स फीडिंग करने का प्रयास किया गया तो इसके परिणाम खतरनाक होंगे।
उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि चुनाव नजदीक देखकर वे दबाव बना रहे हैं, जबकि असलियत यह है कि कांग्रेस सरकार के दौरान भी वे इन मुद्दों पर संघर्ष करते रहे और पिछले चार साल से लगातार टिहरी के सवालों को सरकार के सामने उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह में इतनी ताकत है कि अंग्रेजों को भारत छोड़कर भागना पड़ा। श्रीदेव सुमन ने टिहरी की राजशाही को हिला दिया।
इस दौरान उन्हें समर्थन देने कांग्रेस के छह विधायक महेंद्र सिंह महरा, गोविंद सिंह कुंजवाल, दिनेश अग्रवाल, मयूख महर, करन मेहरा और मनोज तिवारी भी अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों के दल ने उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया और उनकी हालत ठीक बताई।
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